आर एस राणा
नई
दिल्ली। मानसूनी बारिश देश के कई राज्यों में सामान्य से कम होने का असर
चालू रबी सीजन की बुवाई पर देखा जा रहा है। रबी फसलों की बुवाई चालू सीजन
में 15.95 फीसदी पिछड़ रही है जबकि मोटे अनाज की बुवाई 45.28 फीसदी और दलहन
की बुवाई 18.02 फीसदी पिछे चल रही है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार
चालू रबी में अभी तक देशभर में 191.12 लाख हेक्टेयर में ही रबी फसलों की
बुवाई हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 227.41 लाख हेक्टेयर में इनकी
बुवाई हो चुकी थी। रबी की प्रमुख फसल गेहूं की बुवाई चालू सीजन में 51.63
लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 54.28 लाख हेक्टेयर
में ही इसकी बुवाई हो पाई थी।
दलहन की बुवाई में आई कमी
रबी
दलहन की बुवाई चालू सीजन में 18.02 फीसदी घटकर अभी तक केवल 69.95 लाख
हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 85.32 लाख हेक्टेयर में
दालों की बुवाई हो चुकी थी। रबी दलहन की प्रमुख फसल चना की बुवाई घटकर
50.23 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी
बुवाई 64 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। मसूर की बुवाई 6.81 लाख हेक्टेयर
में और मटर की 4.09 लाख हेक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी
बुवाई क्रमश: 8.58 और 4.65 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।
मोटे अनाजों की बुवाई 45.28 फीसदी पिछे
मोटे
अनाजों की बुवाई चालू रबी में 45.28 फीसदी पिछे चल रही है तथा अभी तक इनकी
बुवाई केवल 16.27 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान
अवधि में इनकी बुवाई 29.74 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। मोटे अनाजों में
ज्वार की बुवाई 11.03 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक
इसकी बुवाई 22.61 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। मक्का की बुवाई पिछले साल
के 4.30 लाख हेक्टेयर से घटकर 3.40 लाख हेक्टेयर में हुई है।
तिलहन की बुवाई भी पिछड़ी
रबी
तिलहन की बुवाई भी चालू सीजन में 5.34 फीसदी पिछे चल रही है तथा अभी तक
देशभर में इनकी बुवाई केवल 46.85 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले
साल इस समय तक 49.50 लाख हेक्टेयर में इनकी बुवाई हो चुकी थी। तिलहन की
प्रमुख फसल सरसों की बुवाई घटकर 43.34 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि
पिछले साल इस समय तक 44.46 लाख हेक्टेयर में इसकी बुवाई हो चुकी थी।
मूंगफली की बुवाई भी पिछले साल के 1.95 लाख हेक्टेयर से घटकर चालू रबी में
1.36 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है। अलसी की बुवाई भी पिछले साल के 1.47
लाख हेक्टेयर से घटकर 1.25 लाख हेक्टेयर में ही हुई है।............. आर एस राणा
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