आर एस राणा
नई
दिल्ली। राज्य के कई जिलों में मानसूनी बारिश सामान्य से कम होने का असर
फसलों की बुवाई पर पड़ रहा है। चालू रबी में राजस्थान में रबी फसलों की
बुवाई 5.3 फीसदी पिछड़ कर अभी तक 47.81 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि
पिछले साल इस समय तक राज्य में 50.49 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
हालांकि चना और सरसों की बुवाई पिछले साल की तुलना में बढ़ी है।
राज्य
के कृषि निदेशालय के अनुसार 20 नवंबर तक राज्य में चना की बुवाई बढ़कर
11.11 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 10.92 लाख
हेक्टेयर में ही इसकी बुवाई हो पाई थी। राज्य में चना की बुवाई का लक्ष्य
15 लाख हेक्टेयर का तय किया गया है। इसी तरह से सरसों की बुवाई चालू रबी
में बढ़कर 21.03 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक
18.69 लाख हेक्टेयर में ही सरसों की बुवाई हो पाई थी। राज्य के कृषि
निदेशालय ने सरसों की बुवाई का लक्ष्य 26 लाख हेक्टेयर का तय किया है।
गेहूं और जौ की बुवाई पिछड़ी
गेहूं
की बुवाई चालू रबी में राज्य में घटकर केवल 8.33 लाख हेक्टेयर में ही हो
पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 10.58 लाख हेक्टेयर में गेहूं
की बुवाई हो चुकी थी। गेहूं की बुवाई का लक्ष्य 32 लाख हेक्टेयर का है। जौ
की बुवाई भी राज्य में घटकर अभी तक 1.13 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है
जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1.48 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
जौ की बुवाई का लक्ष्य 3 लाख हेक्टेयर का तय किया गया है।
दलहन और तिलहन की कुल बुवाई ज्यादा
रबी
दलहन और दलहन की कुल बुवाई चालू सीजन में राज्य में क्रमश: 11.33 और 21.36
लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुवाई क्रमश:
11.21 और 19.33 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।....... आर एस राणा
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