आर एस राणा
नई दिल्ली। स्टॉकिस्टों की सक्रियता से बासमती धान 1,121 और 1,509 के साथ ही परमल, डीपी और सुगंधा के भाव तेज बने हुए हैं। नरेला मंडी में पूसा 1,121 बासमती धान के भाव बढ़कर 3,250 रुपये और 1,509 धान किस्म के बासमती धान का भाव 2,600 से 2,850 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। उत्पादक राज्यों हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश की मंडियों में पूसा 1,509 किस्म के बासमती धान के साथ ही परमल और डीपी की आवक बढ़कर 8 से 10 लाख क्विंटल की हो गई है।
आगे उत्पादक मंडियों में धान की आवक तो बढ़ेगी, लेकिन स्टॉकिस्टों की खरीद से भाव में और भी 300 से 500 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने का अनुमान है। जानकारों के अनुसार नवंबर में उत्पादक मंडियों में धान की आवक का दबाव रहेगा, तथा दिसंबर में आवक कम हो जायेगी। धान की कीमतों में तेजी का असर चावल की कीमतों पर भी पड़ेगी, अतः उंचे भाव के कारण बासमती चावल के निर्यात सौदों में 20 से 25 फीसदी की कमी आने की आशंका है। ऐसे में माना जा रहा है कि दिसंबर में बासमती धान और चावल की कीमतों में मंदा आ सकता है।
विश्व बाजार में भारतीय पूसा बासमती 1,121 स्टीम चावल की कीमतों में चालू महीने में 7.20 फीसदी की तेजी आई है। विश्व बाजार में इसका भाव बढ़कर 1,070 से 1,072 डॉलर प्रति टन (एफओबी) हो गया जबकि पिछले महीने इसका औसत भाव 998.59 डॉलर प्रति टन (एफओबी) था।
उत्पादक मंडियों में पूसा 1,509 बासमती धान और परमल की आवक दीपावली के बाद कम हो जायेगी, उसके बाद पूसा 1,121 बासमती धान और डीपी तथा सुगंधा के साथ ही ट्रेडिशनल बासमती धान की आवक चालू हो जायेगी। स्टॉकिस्टों की खरीद से पूसा 1,121 बासमती धान के भाव भी उत्पादक मंडियों में उंचे ही रहेंगे। ....... आर एस राणा
नई दिल्ली। स्टॉकिस्टों की सक्रियता से बासमती धान 1,121 और 1,509 के साथ ही परमल, डीपी और सुगंधा के भाव तेज बने हुए हैं। नरेला मंडी में पूसा 1,121 बासमती धान के भाव बढ़कर 3,250 रुपये और 1,509 धान किस्म के बासमती धान का भाव 2,600 से 2,850 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। उत्पादक राज्यों हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश की मंडियों में पूसा 1,509 किस्म के बासमती धान के साथ ही परमल और डीपी की आवक बढ़कर 8 से 10 लाख क्विंटल की हो गई है।
आगे उत्पादक मंडियों में धान की आवक तो बढ़ेगी, लेकिन स्टॉकिस्टों की खरीद से भाव में और भी 300 से 500 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने का अनुमान है। जानकारों के अनुसार नवंबर में उत्पादक मंडियों में धान की आवक का दबाव रहेगा, तथा दिसंबर में आवक कम हो जायेगी। धान की कीमतों में तेजी का असर चावल की कीमतों पर भी पड़ेगी, अतः उंचे भाव के कारण बासमती चावल के निर्यात सौदों में 20 से 25 फीसदी की कमी आने की आशंका है। ऐसे में माना जा रहा है कि दिसंबर में बासमती धान और चावल की कीमतों में मंदा आ सकता है।
विश्व बाजार में भारतीय पूसा बासमती 1,121 स्टीम चावल की कीमतों में चालू महीने में 7.20 फीसदी की तेजी आई है। विश्व बाजार में इसका भाव बढ़कर 1,070 से 1,072 डॉलर प्रति टन (एफओबी) हो गया जबकि पिछले महीने इसका औसत भाव 998.59 डॉलर प्रति टन (एफओबी) था।
उत्पादक मंडियों में पूसा 1,509 बासमती धान और परमल की आवक दीपावली के बाद कम हो जायेगी, उसके बाद पूसा 1,121 बासमती धान और डीपी तथा सुगंधा के साथ ही ट्रेडिशनल बासमती धान की आवक चालू हो जायेगी। स्टॉकिस्टों की खरीद से पूसा 1,121 बासमती धान के भाव भी उत्पादक मंडियों में उंचे ही रहेंगे। ....... आर एस राणा
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