आर एस राणा
नई दिल्ली। आयात सौदे ज्यादा होने के कारण घरेलू बाजार में चना की कीमतों में गिरावट बनी हुई है। दिल्ली के लारेंस रोड़ पर शुक्रवार को चना के भाव घटकर 5,550 से 5,600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। चना उत्पादों दाल और बेसन में त्यौहारी सीजन के बावजूद भी मांग कमजोर है इसलिए मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट आ सकती है।
सूत्रों के अनुसार आस्ट्रेलिया से 6 वैस्ल करीब 2 लाख टन चना के आयात सौदे हो चुके हैं, इनमें से अक्टूबर में तो 20 से 25 हजार टन चना ही भारतीय बंदरगाह पर पहुंचेगा, लेकिन नवंबर में करीब 3 से 4 वैस्ल भारतीय बदरंगाह पर पहुंचने की उम्मीद है। आयातकों के अनुसार इसके आयात सौदे 5,300 से 5,400 रुपये प्रति क्विंटल भारतीय बंदरगाह पहुंच के हुए हैं जबकि शुक्रवार को मुंबई में नवंबर शिपमेंट चना के भाव घटकर 5,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
चना उत्पादों में मांग काफी कमजोर है, जबकि केंद्र सरकार आगामी दिनों में केंद्रीय पूल से दालों की बिक्री बढ़ायेगी, अतः चना समेत अन्य दालों की कीमतों में सुधार तो आ सकता है लेकिन तेजी की संभावना नहीं है। ................... आर एस राणा
नई दिल्ली। आयात सौदे ज्यादा होने के कारण घरेलू बाजार में चना की कीमतों में गिरावट बनी हुई है। दिल्ली के लारेंस रोड़ पर शुक्रवार को चना के भाव घटकर 5,550 से 5,600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। चना उत्पादों दाल और बेसन में त्यौहारी सीजन के बावजूद भी मांग कमजोर है इसलिए मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट आ सकती है।
सूत्रों के अनुसार आस्ट्रेलिया से 6 वैस्ल करीब 2 लाख टन चना के आयात सौदे हो चुके हैं, इनमें से अक्टूबर में तो 20 से 25 हजार टन चना ही भारतीय बंदरगाह पर पहुंचेगा, लेकिन नवंबर में करीब 3 से 4 वैस्ल भारतीय बदरंगाह पर पहुंचने की उम्मीद है। आयातकों के अनुसार इसके आयात सौदे 5,300 से 5,400 रुपये प्रति क्विंटल भारतीय बंदरगाह पहुंच के हुए हैं जबकि शुक्रवार को मुंबई में नवंबर शिपमेंट चना के भाव घटकर 5,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
चना उत्पादों में मांग काफी कमजोर है, जबकि केंद्र सरकार आगामी दिनों में केंद्रीय पूल से दालों की बिक्री बढ़ायेगी, अतः चना समेत अन्य दालों की कीमतों में सुधार तो आ सकता है लेकिन तेजी की संभावना नहीं है। ................... आर एस राणा
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