आर एस राणा
नई दिल्ली। सितंबर महीने में डीओसी के निर्यात में 5 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 115,083 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 के सितंबर महीने में इसका निर्यात 109,309 टन का ही हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले छह महीनों अप्रैल से सितंबर के दौरान डीओसी के निर्यात में 85 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 1,101,689 टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इनका निर्यात 594,529 टन का ही हुआ था।
चालू फसल सीजन 2016-17 में अनुकूल मौसम से घरेलू बाजार में तिलहनों की पैदावार ज्यादा हुई थी, अतः घरेलू बाजार में डीओसी के भाव कम रहे, जिसकी वजह से निर्यात में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि पिछले कुल वर्षो की तुलना में निर्यात कम ही रहा है।
एसईए के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के सितंबर महीने में पिछले वित्त वर्ष के सितंबर महीने की तुलना में तो डीओसी निर्यात में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन चालू वित्त वर्ष के अगस्त की तुलना में निर्यात में कमी आई है। अगस्त महीने में डीओसी का निर्यात 261,356 टन का हुआ था जबकि सितंबर में घटकर केवल 115,083 टन का ही हुआ है। सितंबर में सोया डीओसी का निर्यात केवल 9,650 टन का ही हुआ है जबकि अगस्त में इसका निर्यात 87,668 टन का हुआ था। इसी तरह सरसों डीओसी का निर्यात अगस्त के 70,820 टन से घटकर सितंबर में केवल 26,403 टन का ही हुआ है। केस्टर डीओसी के निर्यात में सितंबर में जरुर बढ़ोतरी हुई है। सितंबर में केस्टर डीओसी का निर्यात बढ़कर सितंबर में 71,025 टन का हुआ है जबकि अगस्त में इसका निर्यात 60,050 टन का ही हुआ था।
भारतीय बंदरगाह पर सोया डीओसी का भाव चालू वित्त वर्ष के सितंबर महीने में 399 डाॅलर प्रति टन रहा जबकि पिछले साल सितंबर में इसका भाव 463 डाॅलर प्रति टन था। इसी तरह से सरसों डीओसी का भाव भारतीय बंदरगाह पर पिछले साल सितंबर में 282 डाॅलर प्रति टन था जबकि चालू वित्त वर्ष 2017-18 के सितंबर में इसका भाव 236 डाॅलर प्रति टन रहा। .................... आर एस राणा
नई दिल्ली। सितंबर महीने में डीओसी के निर्यात में 5 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 115,083 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 के सितंबर महीने में इसका निर्यात 109,309 टन का ही हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले छह महीनों अप्रैल से सितंबर के दौरान डीओसी के निर्यात में 85 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 1,101,689 टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इनका निर्यात 594,529 टन का ही हुआ था।
चालू फसल सीजन 2016-17 में अनुकूल मौसम से घरेलू बाजार में तिलहनों की पैदावार ज्यादा हुई थी, अतः घरेलू बाजार में डीओसी के भाव कम रहे, जिसकी वजह से निर्यात में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि पिछले कुल वर्षो की तुलना में निर्यात कम ही रहा है।
एसईए के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के सितंबर महीने में पिछले वित्त वर्ष के सितंबर महीने की तुलना में तो डीओसी निर्यात में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन चालू वित्त वर्ष के अगस्त की तुलना में निर्यात में कमी आई है। अगस्त महीने में डीओसी का निर्यात 261,356 टन का हुआ था जबकि सितंबर में घटकर केवल 115,083 टन का ही हुआ है। सितंबर में सोया डीओसी का निर्यात केवल 9,650 टन का ही हुआ है जबकि अगस्त में इसका निर्यात 87,668 टन का हुआ था। इसी तरह सरसों डीओसी का निर्यात अगस्त के 70,820 टन से घटकर सितंबर में केवल 26,403 टन का ही हुआ है। केस्टर डीओसी के निर्यात में सितंबर में जरुर बढ़ोतरी हुई है। सितंबर में केस्टर डीओसी का निर्यात बढ़कर सितंबर में 71,025 टन का हुआ है जबकि अगस्त में इसका निर्यात 60,050 टन का ही हुआ था।
भारतीय बंदरगाह पर सोया डीओसी का भाव चालू वित्त वर्ष के सितंबर महीने में 399 डाॅलर प्रति टन रहा जबकि पिछले साल सितंबर में इसका भाव 463 डाॅलर प्रति टन था। इसी तरह से सरसों डीओसी का भाव भारतीय बंदरगाह पर पिछले साल सितंबर में 282 डाॅलर प्रति टन था जबकि चालू वित्त वर्ष 2017-18 के सितंबर में इसका भाव 236 डाॅलर प्रति टन रहा। .................... आर एस राणा
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