आर एस राणा
नई दिल्ली। रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 110 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 1,735 रुपये प्रति क्विंटल प्रति क्विंटल तय किया है जबकि रबी दलहन के एमएसपी में 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी की बैठक में रबी दलहन की प्रमुख चना के एमएसपी में 200 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 4,200 रुपये और मसूर के एमएसपी में भी 200 रुपये की बढ़ोतरी भाव 4,150 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
गेहूं का घरेलू मंडियों में स्टॉक ज्यादा है, जबकि आयातित गेहूं अभी भी सस्ता है इसलिए गेहूं के एमएसपी में बढ़ोतरी से घरेलू बाजार में गेहूं की कीमतों में बड़ी तेजी की संभावना नहीं है। सर्दियों का सीजन होने के कारण आगे गेहूं उत्पादों की मांग बढ़ेगी, इसलिए हल्का सुधार आ सकता है। चना के भाव उत्पादक मंडियों में एमएसपी से उपर है जबकि मसूर एमएसपी से नीचे बिक रही है। एमएसपी में बढ़ोतरी का इनके भाव में भी तेजी की उम्मीद नहीं है।............. आर एस राणा
नई दिल्ली। रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 110 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 1,735 रुपये प्रति क्विंटल प्रति क्विंटल तय किया है जबकि रबी दलहन के एमएसपी में 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी की बैठक में रबी दलहन की प्रमुख चना के एमएसपी में 200 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 4,200 रुपये और मसूर के एमएसपी में भी 200 रुपये की बढ़ोतरी भाव 4,150 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
गेहूं का घरेलू मंडियों में स्टॉक ज्यादा है, जबकि आयातित गेहूं अभी भी सस्ता है इसलिए गेहूं के एमएसपी में बढ़ोतरी से घरेलू बाजार में गेहूं की कीमतों में बड़ी तेजी की संभावना नहीं है। सर्दियों का सीजन होने के कारण आगे गेहूं उत्पादों की मांग बढ़ेगी, इसलिए हल्का सुधार आ सकता है। चना के भाव उत्पादक मंडियों में एमएसपी से उपर है जबकि मसूर एमएसपी से नीचे बिक रही है। एमएसपी में बढ़ोतरी का इनके भाव में भी तेजी की उम्मीद नहीं है।............. आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें