बंगाल की खाड़ी के मध्य पश्चिम में एक निम्न दबाव का
क्षेत्र बना हुआ है। यह सिस्टम आने वाले समय में और प्रभावशाली होते हुए
डिप्रेशन बन सकता है। यह सिस्टम 19 अक्तूबर को उत्तरी आंध्र प्रदेश और
दक्षिणी ओड़ीशा के बीच से ज़मीनी हिस्सों पर पहुंचेगा।
कर्नाटक के तटीय हिस्सों के करीब अरब सागर के मध्य पूर्व में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने इन दोनों मौसमी सिस्टमों को एक ट्रफ रेखा जोड़ रही है।
जम्मू कश्मीर के पूर्वी भागों पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है।
पिछले 24 घंटों के दौरान कोंकण गोवा और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
तमिलनाडु, केरल, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह तथा लक्षद्वीप में अधिकांश स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बौछारें दर्ज की गई हैं।
नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में भी एक-दो स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई।
पिछले 24 घंटों के दौरान मुंबई में 32 मिलीमीटर वर्षा हुई। चेन्नई में 24 और गोवा में 21 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।
उत्तरी तमिलनाडु, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के कुछ भागों, तटीय कर्नाटक, उत्तरी केरल, दक्षिणी कोंकण व गोवा तथा आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
तटीय ओड़ीशा, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
देश के बाकी सभी भागों में बारिश के आसार ना के बराबर हैं, यानि शेष सभी हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा।.....www.skymet.com
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