आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 के अगस्त महीने में ग्वार गम उत्पादों का निर्यात 10 हजार टन से ज्यादा बढ़कर 40,046 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 के अगस्त महीने में केवल 29,905 टन का ही निर्यात हुआ था।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात बढ़कर 2,18,165 टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इनका निर्यात केवल 1,35,119 टन का ही हुआ था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार मूल्य के हिसाब से इस दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात 76.95 फीसदी बढ़कर 1,744.06 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इनका निर्यात केवल 985.61 करोड़ रुपये का ही हुआ था।
उत्पादक मंडियों में ग्वार सीड की दैनिक आवक तो चालू हो गई है जबकि अभी आवक सीमित मात्रा में ही हो रही है, माना जा रहा है कि चालू महीने के आखिर तक आवक बढ़ेगी, जिससे मौजूदा भाव में मंदा आने का अनुमान है। चालू सीजन में ग्वार सीड की बुवाई पिछले साल की तुलना में कम हुई है, साथ उत्पादक राज्यों में बारिश भी सामान्य से कम होने के कारण ग्वार सीड की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता में कम आने का अनुमान है। माना जा रहा है कि चालू सीजन में उत्पादन 75 से 80 लाख बोरी ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल उत्पादन 80 से 90 लाख बोरी का हुआ था।................ आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 के अगस्त महीने में ग्वार गम उत्पादों का निर्यात 10 हजार टन से ज्यादा बढ़कर 40,046 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 के अगस्त महीने में केवल 29,905 टन का ही निर्यात हुआ था।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात बढ़कर 2,18,165 टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इनका निर्यात केवल 1,35,119 टन का ही हुआ था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार मूल्य के हिसाब से इस दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात 76.95 फीसदी बढ़कर 1,744.06 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इनका निर्यात केवल 985.61 करोड़ रुपये का ही हुआ था।
उत्पादक मंडियों में ग्वार सीड की दैनिक आवक तो चालू हो गई है जबकि अभी आवक सीमित मात्रा में ही हो रही है, माना जा रहा है कि चालू महीने के आखिर तक आवक बढ़ेगी, जिससे मौजूदा भाव में मंदा आने का अनुमान है। चालू सीजन में ग्वार सीड की बुवाई पिछले साल की तुलना में कम हुई है, साथ उत्पादक राज्यों में बारिश भी सामान्य से कम होने के कारण ग्वार सीड की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता में कम आने का अनुमान है। माना जा रहा है कि चालू सीजन में उत्पादन 75 से 80 लाख बोरी ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल उत्पादन 80 से 90 लाख बोरी का हुआ था।................ आर एस राणा
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