आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान मूंगफली दाने के निर्यात में भारी कमी आई है। इस दौरान मूंगफली दाने का निर्यात घटकर केवल 1.57 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 2.10 लाख टन का हुआ था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष 2017-18 के अप्रैल से अगस्त के दौरान मूंगफली दाने का निर्यात घटकर 1,182.37 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 1,828.95 करोड़ रुपये का हुआ था।
चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई में कमी आई है, लेकिन इसके बावजूद भी कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। उत्पादक मंडियों में आगे दैनिक आवक बढ़ने पर मौजूदा भाव में 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ सकती है। गुजरात की मंडियों में मूंगफली के भाव 3,400 से 4,200 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई घटकर 41.57 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 46.97 लाख हैक्टेयर में हुई थी। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में मूंगफली की बुवाई 16.25 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 16.43 लाख हैक्टेयर में हुई थी। राजस्थान में मूंगफली की बुवाई पिछले साल के 6.16 लाख हैक्टेयर के मुकाबले घटकर केवल 5.90 लाख हैक्टेयर में ही हुई है। अन्य राज्यों में कर्नाटका में मूंगफली की बुवाई 3.79 लाख हैक्टेयर में, आंध्रप्रदेश में 6.66 लाख हैक्टेयर में, मध्य प्रदेश में 2.18 लाख हैक्टेयर में और महाराष्ट्र में 2.13 लाख हैक्टेयर के अलावा तमिलनाडु में 1.64 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई है। .......... आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान मूंगफली दाने के निर्यात में भारी कमी आई है। इस दौरान मूंगफली दाने का निर्यात घटकर केवल 1.57 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 2.10 लाख टन का हुआ था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष 2017-18 के अप्रैल से अगस्त के दौरान मूंगफली दाने का निर्यात घटकर 1,182.37 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 1,828.95 करोड़ रुपये का हुआ था।
चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई में कमी आई है, लेकिन इसके बावजूद भी कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। उत्पादक मंडियों में आगे दैनिक आवक बढ़ने पर मौजूदा भाव में 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ सकती है। गुजरात की मंडियों में मूंगफली के भाव 3,400 से 4,200 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई घटकर 41.57 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 46.97 लाख हैक्टेयर में हुई थी। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में मूंगफली की बुवाई 16.25 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 16.43 लाख हैक्टेयर में हुई थी। राजस्थान में मूंगफली की बुवाई पिछले साल के 6.16 लाख हैक्टेयर के मुकाबले घटकर केवल 5.90 लाख हैक्टेयर में ही हुई है। अन्य राज्यों में कर्नाटका में मूंगफली की बुवाई 3.79 लाख हैक्टेयर में, आंध्रप्रदेश में 6.66 लाख हैक्टेयर में, मध्य प्रदेश में 2.18 लाख हैक्टेयर में और महाराष्ट्र में 2.13 लाख हैक्टेयर के अलावा तमिलनाडु में 1.64 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई है। .......... आर एस राणा
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