आर एस राणा
नई दिल्ली। आयातित अरहर और उड़द की कीमतों और गिरावट दर्ज की गई। मुंबई में आयातित अरहर के भाव में 5 डॉलर की गिरावट आकर सोमवार को भाव 490 डॉलर प्रति टन रह गए जबकि उड़द एफएक्यू के भाव में भी 5 डॉलर की गिरावट आकर भाव 600 डॉलर प्रति टन रह गए जबकि उड़द एसक्यू के भाव में 15 डॉलर की गिरावट आकर भाव 710 डॉलर प्रति टन रह गए। महीने भर में जहां उड़द एफएक्यू के भाव में 50 से 55 डॉलर और एसक्यू के भाव में 70 से 75 डॉलर प्रति टन की गिरावट आ चुकी है।
आयातित दलहन के भाव में गिरावट आने के कारण ही घरेलू बाजार में दालों की कीमतों पर दबाव बना हुआ है, चालू खरीफ में दलहन की कुल बुवाई भी पिछले साल की तुलना में ज्यादा हुई है, साथ ही अभी तक मौसम भी फसलों के अनुकूल है। हालांकि भारतीय मौसम विभाग ने गुजरात और राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी जारी है, ऐसे में अगर बाढ़ जैसे हालात बनते हैं तभी दलहनी फसलों को नुकसान होने की स्थिति में ही दालों के भाव में सुधार आने का अनुमान है।
सूत्रों के अनुसार 22 जुलाई 2017 को जेएनपीटी बंदरगाह पर दलहन के 828 कंटेनरों का आयात हुआ है जबकि सबसे ज्यादा 184 कंटेनर चना का आयात हुआ है। इसके अलावा 80 कंटेनर उड़द के, 269 कंटेनर अरहर के, 123 कंटेनर मसूर के तथा 48 कंटेनर के अलावा 102 कंटेनर हरी मटर के हैं। ............... आर एस राणा
नई दिल्ली। आयातित अरहर और उड़द की कीमतों और गिरावट दर्ज की गई। मुंबई में आयातित अरहर के भाव में 5 डॉलर की गिरावट आकर सोमवार को भाव 490 डॉलर प्रति टन रह गए जबकि उड़द एफएक्यू के भाव में भी 5 डॉलर की गिरावट आकर भाव 600 डॉलर प्रति टन रह गए जबकि उड़द एसक्यू के भाव में 15 डॉलर की गिरावट आकर भाव 710 डॉलर प्रति टन रह गए। महीने भर में जहां उड़द एफएक्यू के भाव में 50 से 55 डॉलर और एसक्यू के भाव में 70 से 75 डॉलर प्रति टन की गिरावट आ चुकी है।
आयातित दलहन के भाव में गिरावट आने के कारण ही घरेलू बाजार में दालों की कीमतों पर दबाव बना हुआ है, चालू खरीफ में दलहन की कुल बुवाई भी पिछले साल की तुलना में ज्यादा हुई है, साथ ही अभी तक मौसम भी फसलों के अनुकूल है। हालांकि भारतीय मौसम विभाग ने गुजरात और राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी जारी है, ऐसे में अगर बाढ़ जैसे हालात बनते हैं तभी दलहनी फसलों को नुकसान होने की स्थिति में ही दालों के भाव में सुधार आने का अनुमान है।
सूत्रों के अनुसार 22 जुलाई 2017 को जेएनपीटी बंदरगाह पर दलहन के 828 कंटेनरों का आयात हुआ है जबकि सबसे ज्यादा 184 कंटेनर चना का आयात हुआ है। इसके अलावा 80 कंटेनर उड़द के, 269 कंटेनर अरहर के, 123 कंटेनर मसूर के तथा 48 कंटेनर के अलावा 102 कंटेनर हरी मटर के हैं। ............... आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें