आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार चालू रबी में सार्वजनिक कंपनियों ने 51,058 टन चना की खरीद की है जबकि चालू रबी विपणन सीजन के लिए केंद्र सरकार ने 4 लाख टन चना की खरीद का लक्ष्य तय किया था। चना का भाव उत्पादक मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से उपर होने के कारण खरीद बाजार भाव पर की गई है।
एफसीआई के अनुसार नेफैड ने चालू रबी विपणन सीजन में एक लाख टन मसूर की खरीद का लक्ष्य एक लाख टन का तय किया था जबकि खरीद केवल 19,779 टन की ही की है। सूत्रों के अनुसार अभी एमएसपी पर रबी दलहन की अगले तीन सप्ताह और चलेगी।
खरीफ विपणन सीजन में सार्वजनिक कंपनियों ने 14.7 लाख टन दलहन की एमएसपी पर खरीद की थी जोकि लय लक्ष्य 9.5 लाख टन से ज्यादा थी। सार्वजनिक कंपनियों ने करीब 4 लाख टन से दलहन का आयात भी किया है। ऐसे में सार्वजनिक कपंपिनयों के पास दलहन का 19 लाख टन से ज्यादा का स्टॉक जमा है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार केंद्रीय पूल में दलहन का बंपर स्टॉक सरकार के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है। सार्वजनिक कंपनियां बफर स्टॉक से दलहन बेचने के लिए लगातार प्रयास कर रही है लेकिन राज्य सरकारें केंद्रीय पूल से दलहन की खरीद नहीं कर पा रहा है, ऐसे में खाद्य मंत्रालय बाजार भाव से नीचे भाव पर दलहन बेचने की तैयारी कर रही है, जिसका असर घरेलू बाजार में दलहन की कीमतों पर पड़ने की संभावना है।
चालू खरीफ में दलहन की बुवाई पिछले साल की तुलना में आगे चल रही है, तथा आगे भी मानसून सामान्य रहा तो दलहन की कुल पैदावार ज्यादा ही होने का अनुमान है। हालांकि खरीफ दलहन की प्रमुख फसल अरहर की बुवाई तो पिछड़ रही है, लेकिन मूंग और उड़द की बुवाई पिछले साल की तुलना में ज्यादा हुई है।........ आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार चालू रबी में सार्वजनिक कंपनियों ने 51,058 टन चना की खरीद की है जबकि चालू रबी विपणन सीजन के लिए केंद्र सरकार ने 4 लाख टन चना की खरीद का लक्ष्य तय किया था। चना का भाव उत्पादक मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से उपर होने के कारण खरीद बाजार भाव पर की गई है।
एफसीआई के अनुसार नेफैड ने चालू रबी विपणन सीजन में एक लाख टन मसूर की खरीद का लक्ष्य एक लाख टन का तय किया था जबकि खरीद केवल 19,779 टन की ही की है। सूत्रों के अनुसार अभी एमएसपी पर रबी दलहन की अगले तीन सप्ताह और चलेगी।
खरीफ विपणन सीजन में सार्वजनिक कंपनियों ने 14.7 लाख टन दलहन की एमएसपी पर खरीद की थी जोकि लय लक्ष्य 9.5 लाख टन से ज्यादा थी। सार्वजनिक कंपनियों ने करीब 4 लाख टन से दलहन का आयात भी किया है। ऐसे में सार्वजनिक कपंपिनयों के पास दलहन का 19 लाख टन से ज्यादा का स्टॉक जमा है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार केंद्रीय पूल में दलहन का बंपर स्टॉक सरकार के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है। सार्वजनिक कंपनियां बफर स्टॉक से दलहन बेचने के लिए लगातार प्रयास कर रही है लेकिन राज्य सरकारें केंद्रीय पूल से दलहन की खरीद नहीं कर पा रहा है, ऐसे में खाद्य मंत्रालय बाजार भाव से नीचे भाव पर दलहन बेचने की तैयारी कर रही है, जिसका असर घरेलू बाजार में दलहन की कीमतों पर पड़ने की संभावना है।
चालू खरीफ में दलहन की बुवाई पिछले साल की तुलना में आगे चल रही है, तथा आगे भी मानसून सामान्य रहा तो दलहन की कुल पैदावार ज्यादा ही होने का अनुमान है। हालांकि खरीफ दलहन की प्रमुख फसल अरहर की बुवाई तो पिछड़ रही है, लेकिन मूंग और उड़द की बुवाई पिछले साल की तुलना में ज्यादा हुई है।........ आर एस राणा
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