मॉनसून 2017 दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश और गुजरात में व्यापक रूप में सक्रिय रहा और भारी बारिश दर्ज की गई। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान, पंजाब के कुछ भागों, शेष मध्य प्रदेश, दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश, कोंकण, गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल और अंडमान व निकोबार में सामान्य मॉनसून के चलते अच्छी बारिश हुई।
पिछले 24 घंटों के दौरान रायसेन में 209 मिलीमीटर, वलसाड में 162 और गुना में 96 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
27 जुलाई तक के बारिश के आंकड़ों के अनुसार देश भर में बारिश का आंकड़ा कुछ कम हुआ है लेकिन 104% पर बना हुआ है। उत्तर-पश्चिमी भारत में सामान्य से 18 प्रतिशत अधिक, मध्य भारत में सामान्य से 13 फीसदी अधिक वर्षा हुई है। दक्षिण भारत के आंतरिक हिस्से काफी दिनों से सूखे हैं और यहाँ बारिश सामान्य से 15% पीछे है।
मॉनसून की अक्षीय रेखा जैसलमर, सतना, डाल्टनगंज, पुरुलिया और दिघा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक पहुँच रही है।
अगले 24 घंटों के
दौरान मॉनसून के
संभावित प्रदर्शन की बात
करें तो पूर्वी
गुजरात, दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान तथा
पश्चिमी मध्य प्रदेश
में व्यापक मॉनसून
के चलते भारी
बारिश होने के
आसार हैं। पश्चिमी
तटों पर भी
मॉनसून की सक्रियता
बढ़ी है जिससे
कोंकण गोवा, तटीय
कर्नाटक और केरल
में अच्छी बारिश
होने की संभावना
है।
उत्तरी पंजाब, उत्तराखंड, दक्षिणी
हिमाचल प्रदेश और दक्षिणी
जम्मू कश्मीर में
सामान्य मॉनसून के बीच
हल्की से मध्यम
वर्षा हो सकती
है। उत्तर प्रदेश
और बिहार के
तराई क्षेत्रों, पूर्वोत्तर
भारत, दक्षिणी तटीय
ओड़ीशा, दक्षिणी छत्तीसगढ़ और
उत्तरी तटीय आंध्र
प्रदेश में भी
कुछ स्थानों पर
हल्की से मध्यम
मॉनसून वर्षा के आसार
हैं।देश के चारों महानगरों का कल का मॉनसूनी मौसम देखें तो मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में हल्की से मध्यम जबकि दिल्ली में हल्की वर्षा होने की संभावना है।........www.skymet.com
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