आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत 13.59 लाख टन गेहूं बेचने के लिए निविदा आमंत्रित की है। ई-निविदा के तहत इसकी बिक्री 27 जुलाई को की जायेगी, तथा गेहूं खरीदने के लिए न्यूनतम मूल्य 1,790 रुपये प्रति क्विंटल है।
एफसीआई के अनुसार ओएमएसएस के तहत सबसे ज्यादा गेहूं की बिक्री पंजाब से 6,84,040 टन का आवंटित किया गया है, इसके अलावा महाराष्ट्र के लिए 2.09 लाख टन, हरियाणा के लिए 1.73 लाख टन, पश्चिमी बंगाल के लिए 60 हजार टन, मध्य प्रदेश के लिए 50 हजार टन, उड़ीसा के लिए 30 हजार टन, गुजरात के लिए 29,500 टन, कर्नाटका के लिए 22,100 टन, राजस्थान के लिए 20 हजार टन, तमिलनाडु के लिए 16,500 टन, दिल्ली के लिए 16,000 टन, असम के लिए 10 हजार टन, चंडीगढ़ के लिए 6,500 टन, गोवा और हिमाचल प्रदेश के लिए क्रमशः 1,500-1,500 टन और झारखंड, पांडीचेरी तथा आंधप्रदेश के लिए भी क्रमशः 1,000-1,000 टन गेहूं बेचने के लिए निविदा आमंत्रित की है।
व्यापारियों के अनुसार गेहूं के भाव उत्पादक मंडियों में ओएमएसएस के बिक्री भाव से कम होने के कारण रोलर फ्लोर मिलें निविदा के माध्यम से एफसीआई से गेहूं की खरीद नहीं कर रही है तथा उत्पादक मंडियों में मौजूदा भाव 50 से 60 रुपये की तेजी आये, तभी मिलों एफसीआई से खरीद चालू करेगी। हालांकि उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में गेहूं का स्टॉक व्यापारियों के पास ज्यादा होने के कारण अभी तेजी की संभावना नहीं है।................ आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत 13.59 लाख टन गेहूं बेचने के लिए निविदा आमंत्रित की है। ई-निविदा के तहत इसकी बिक्री 27 जुलाई को की जायेगी, तथा गेहूं खरीदने के लिए न्यूनतम मूल्य 1,790 रुपये प्रति क्विंटल है।
एफसीआई के अनुसार ओएमएसएस के तहत सबसे ज्यादा गेहूं की बिक्री पंजाब से 6,84,040 टन का आवंटित किया गया है, इसके अलावा महाराष्ट्र के लिए 2.09 लाख टन, हरियाणा के लिए 1.73 लाख टन, पश्चिमी बंगाल के लिए 60 हजार टन, मध्य प्रदेश के लिए 50 हजार टन, उड़ीसा के लिए 30 हजार टन, गुजरात के लिए 29,500 टन, कर्नाटका के लिए 22,100 टन, राजस्थान के लिए 20 हजार टन, तमिलनाडु के लिए 16,500 टन, दिल्ली के लिए 16,000 टन, असम के लिए 10 हजार टन, चंडीगढ़ के लिए 6,500 टन, गोवा और हिमाचल प्रदेश के लिए क्रमशः 1,500-1,500 टन और झारखंड, पांडीचेरी तथा आंधप्रदेश के लिए भी क्रमशः 1,000-1,000 टन गेहूं बेचने के लिए निविदा आमंत्रित की है।
व्यापारियों के अनुसार गेहूं के भाव उत्पादक मंडियों में ओएमएसएस के बिक्री भाव से कम होने के कारण रोलर फ्लोर मिलें निविदा के माध्यम से एफसीआई से गेहूं की खरीद नहीं कर रही है तथा उत्पादक मंडियों में मौजूदा भाव 50 से 60 रुपये की तेजी आये, तभी मिलों एफसीआई से खरीद चालू करेगी। हालांकि उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में गेहूं का स्टॉक व्यापारियों के पास ज्यादा होने के कारण अभी तेजी की संभावना नहीं है।................ आर एस राणा
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