आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में तिलहनो की कीमतों में चल रही गिरावट को रोकने के लिए खाद्य तेलों के आयात पर षुल्क बढ़ाने की मांग की है। सोयाबीन आयॅल प्रोसेसर्स एसोसिएषन (सोपा) ने केंद्र सरकार से मांग की है कि रिफाइंड तेल पर आयात षुल्क को 20 फीसदी से बढ़ाकर 45 फीसदी कर देना चाहिए, इसके अलावा क्रुड पॉम तेल पर आयात षुल्क को 12.5 फीसदी से बढ़ाकर 37.5 फीसदी कर देना चाहिए। सोपा के अनुसार अगर आयात षुल्क में बढ़ोतरी नहीं की गई तो इसका खामियाजा किसानों के साथ ही उद्योग को भी नुकसान उठाना पड़ेगा, क्योंकि खाद्य तेलों के आयात में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पिछले कुछ समय में रिफाइंड खाद्य तेलों का आयात बढ़कर लगभग दोगुना हो गया है जिससे घरेलू उद्योग को नुकसान हो रहा है।..........आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में तिलहनो की कीमतों में चल रही गिरावट को रोकने के लिए खाद्य तेलों के आयात पर षुल्क बढ़ाने की मांग की है। सोयाबीन आयॅल प्रोसेसर्स एसोसिएषन (सोपा) ने केंद्र सरकार से मांग की है कि रिफाइंड तेल पर आयात षुल्क को 20 फीसदी से बढ़ाकर 45 फीसदी कर देना चाहिए, इसके अलावा क्रुड पॉम तेल पर आयात षुल्क को 12.5 फीसदी से बढ़ाकर 37.5 फीसदी कर देना चाहिए। सोपा के अनुसार अगर आयात षुल्क में बढ़ोतरी नहीं की गई तो इसका खामियाजा किसानों के साथ ही उद्योग को भी नुकसान उठाना पड़ेगा, क्योंकि खाद्य तेलों के आयात में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पिछले कुछ समय में रिफाइंड खाद्य तेलों का आयात बढ़कर लगभग दोगुना हो गया है जिससे घरेलू उद्योग को नुकसान हो रहा है।..........आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें