आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान देष से जीरा का निर्यात बढ़कर 44,209 टन का हुआ है जोकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 16,076 टन ज्यादा है।
जानकारों के अनुसार जीरा का स्टॉक उत्पादक मंडियों में इस समय 12 से 13 लाख बोरी का ही बचा हुआ है जबकि नई फसल की आवक जनवरी-फरवरी में बनेगी। माना जा रहा है कि चालू सीजन में देष में जीरा की पैदावार 53 से 55 लाख बोरी की हुई थी जोकि पिछले साल से कम थी। इस समय टर्की और सीरिया में राजनीतिक हालत खराब होने के कारण जीरा का मुख्यतः निर्यात भारत से ही हो रहा है। विष्व बाजार में भारतीय जीरा का भाव 3.75 डॉलर प्रति किलो है जबकि पिछले साल इस समय भाव 3.41 डॉलर प्रति किलो था।.........आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान देष से जीरा का निर्यात बढ़कर 44,209 टन का हुआ है जोकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 16,076 टन ज्यादा है।
जानकारों के अनुसार जीरा का स्टॉक उत्पादक मंडियों में इस समय 12 से 13 लाख बोरी का ही बचा हुआ है जबकि नई फसल की आवक जनवरी-फरवरी में बनेगी। माना जा रहा है कि चालू सीजन में देष में जीरा की पैदावार 53 से 55 लाख बोरी की हुई थी जोकि पिछले साल से कम थी। इस समय टर्की और सीरिया में राजनीतिक हालत खराब होने के कारण जीरा का मुख्यतः निर्यात भारत से ही हो रहा है। विष्व बाजार में भारतीय जीरा का भाव 3.75 डॉलर प्रति किलो है जबकि पिछले साल इस समय भाव 3.41 डॉलर प्रति किलो था।.........आर एस राणा
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