आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में उपलब्धता ज्यादा होने के कारण जुलाई महीने में खाद्य तेलों के आयात में 24 फीसदी की गिरावट आकर कुल आयात 1,140,685 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल जुलाई महीने में 1,501,195 टन तेलों का आयात हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू तेल वर्ष 2015-16 के पहले 9 महीनों (नवंबर-15 से जुलाई-16) के दौरान देष में खाद्य तेलों के आयात में 5 फीसदी का इजाफा होकर कुल आयात 10,903,728 टन का हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 10,351,016 टन खाद्य तेलों का आयात हुआ था।
एसईए के अनुसार देष में आरबीडी पॉमोलीन का आयात लगातार बढ़ रहा है जिसका खामियाजा घरेलू रिफाइनिंग उद्योग को उठाना पड़ रहा है। चालू तेल वर्ष के पहले 9 महीनों नवंबर-15 से जुलाई-16 के दौरान आरबीडी पॉमोलीन तेल का आयात बढ़कर 19.84 लाख टन का हुआ है जबकि इसके पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में 10.98 लाख टन का आयात हुआ था। आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में भी महीनेभर में गिरावट आई है। जुलाई महीने में भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पॉमोलीन का भाव घटकर 643 डॉलर प्रति टन रह गया जबकि जून महीने में इसका भाव 669 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रुड पॉम तेल का भाव जुलाई महीने में 642 डॉलर प्रति टन रह गया जबकि जून महीने में इसका भाव 669 डॉलर प्रति टन था। आरबीडी पॉमोलीन और क्रुड पॉम तेल की कीमतों में अंतर कम होने के कारण ज्यादातर आयातक आरबीडी पॉमोलीन के आयात को प्राथमिकता दे रहे है। जून महीने में जहां आरबीडी पॉमोलीन और क्रुड पॉम तेल के भाव भारतीय बंदरगाह पर 669 डॉलर थे वहीं जुलाई महीने में इनकी कीमतों में केवल एक डॉलर का ही अंतर है। .............आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में उपलब्धता ज्यादा होने के कारण जुलाई महीने में खाद्य तेलों के आयात में 24 फीसदी की गिरावट आकर कुल आयात 1,140,685 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल जुलाई महीने में 1,501,195 टन तेलों का आयात हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू तेल वर्ष 2015-16 के पहले 9 महीनों (नवंबर-15 से जुलाई-16) के दौरान देष में खाद्य तेलों के आयात में 5 फीसदी का इजाफा होकर कुल आयात 10,903,728 टन का हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 10,351,016 टन खाद्य तेलों का आयात हुआ था।
एसईए के अनुसार देष में आरबीडी पॉमोलीन का आयात लगातार बढ़ रहा है जिसका खामियाजा घरेलू रिफाइनिंग उद्योग को उठाना पड़ रहा है। चालू तेल वर्ष के पहले 9 महीनों नवंबर-15 से जुलाई-16 के दौरान आरबीडी पॉमोलीन तेल का आयात बढ़कर 19.84 लाख टन का हुआ है जबकि इसके पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में 10.98 लाख टन का आयात हुआ था। आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में भी महीनेभर में गिरावट आई है। जुलाई महीने में भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पॉमोलीन का भाव घटकर 643 डॉलर प्रति टन रह गया जबकि जून महीने में इसका भाव 669 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रुड पॉम तेल का भाव जुलाई महीने में 642 डॉलर प्रति टन रह गया जबकि जून महीने में इसका भाव 669 डॉलर प्रति टन था। आरबीडी पॉमोलीन और क्रुड पॉम तेल की कीमतों में अंतर कम होने के कारण ज्यादातर आयातक आरबीडी पॉमोलीन के आयात को प्राथमिकता दे रहे है। जून महीने में जहां आरबीडी पॉमोलीन और क्रुड पॉम तेल के भाव भारतीय बंदरगाह पर 669 डॉलर थे वहीं जुलाई महीने में इनकी कीमतों में केवल एक डॉलर का ही अंतर है। .............आर एस राणा
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