महाराष्ट्र में इस साल
गन्ना प्रोडक्शन में 40 फीसदी की कमी का अनुमान है। सरकारी आंकड़ों के
मुताबिक इस साल महाराष्ट्र में गन्ने की बुआई में भी करीब 30 फीसदी की कमी
आई है। दरअसल सूखे से परेशान किसानों ने इस साल दूसरी फसलों का रुख किया
है। गन्ने में सिंचाई की जरूरत ज्यादा होने से किसानों को पिछले दो साल
सूखे ने काफी परेशान किया। सरकार ने भी इस साल बियॉन्ड केन जैसी स्कीम
लॉन्च कीं जिसमें किसानों को गन्ने के अलावा दूसरी फसलों की तरफ जाने के
लिए प्रोत्साहित किया गया। लेकिन अब सवाल ये है कि क्या चीनी की कीमतें और
बढ़ेंगी, पिछले अक्टूबर से कीमतें 35 फीसदी बढ़ चुकी हैं, यहां तक कि सरकार
बार-बार हस्तक्षेप कर रही है और अब मिलों पर भी स्टॉक लिमिट लगाने की बात
चल रही है।
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