आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में केस्टर सीड की बुवाई अभी तक केवल 2.67 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 3.37 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। माना जा रहा है कि चालू सीजन में केस्टर सीड के भाव कम होने के कारण किसानों ने केस्टर की बजाए अन्य फसलों दलहन, कपास और मूंगफली की बुवाई ज्यादा की है। सामान्यतः खरीफ में 11.48 लाख हैक्टेयर में केस्टर सीड की बुवाई होती है।
चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान देष से 1.8 लाख टन केस्टर तेल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में केस्टर तेल का निर्यात 1.71 लाख टन का हुआ था। उत्पादक मंडियों में इस समय केस्टर सीड के भाव 3,400 से 3,450 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं तथा माना जा रहा है कि चालू सीजन केस्टर सीड की बुवाई कम रहेगी जबकि तेल की निर्यात मांग लगातार बढ़ रही है। ऐसे में नवंबर-दिसंबर में केस्टर सीड के भाव 4,000 रुपये प्रति क्विंटल के पार जाने की संभावना है।............आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में केस्टर सीड की बुवाई अभी तक केवल 2.67 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 3.37 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। माना जा रहा है कि चालू सीजन में केस्टर सीड के भाव कम होने के कारण किसानों ने केस्टर की बजाए अन्य फसलों दलहन, कपास और मूंगफली की बुवाई ज्यादा की है। सामान्यतः खरीफ में 11.48 लाख हैक्टेयर में केस्टर सीड की बुवाई होती है।
चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले चार महीनों अप्रैल से जुलाई के दौरान देष से 1.8 लाख टन केस्टर तेल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में केस्टर तेल का निर्यात 1.71 लाख टन का हुआ था। उत्पादक मंडियों में इस समय केस्टर सीड के भाव 3,400 से 3,450 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं तथा माना जा रहा है कि चालू सीजन केस्टर सीड की बुवाई कम रहेगी जबकि तेल की निर्यात मांग लगातार बढ़ रही है। ऐसे में नवंबर-दिसंबर में केस्टर सीड के भाव 4,000 रुपये प्रति क्विंटल के पार जाने की संभावना है।............आर एस राणा
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