आर एस राणा
नई दिल्ली। फसल सीजन 2016-17 में कनाडा में मसूर का उत्पादन 37 फीसदी बढ़कर 32.5 लाख टन होने का अनुमान है। कनाडा में फसल सीजन 2015-16 में 23.7 लाख टन मसूर का उत्पादन हुआ था। सूत्रों के अनुसार कनाडा में ज्यादा उत्पादन का असर घरेलू बाजार में मसूर की कीमतों पर पड़ रहा है। देष में मसूर की खपत ज्यादा बारिष और सर्दियों के सीजन में होती है जबकि बारिष की मांग लगभग पूरी हो चुकी है तथा एक मांग सर्दियों और आयेगी।
इस समय प्राईवेट आयातकों के साथ ही सार्वजनिक कंपनियों भी मसूर का आयात ज्यादा मात्रा में कर रही है जिससे घरेलू बाजार में भाव घटे हैं। कनाड़ा में पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है इसलिए आगामी सौदे नीचे भाव के हो रहे हैं। कनाडा में नई फसल की आवक चालू महीने में षुरु होगी, तथा नई निर्यात षिपमेंट अक्टूबर-नवंबर में होंगी। आयात सौदों में हुई बढ़ोतरी से अभी मसूर की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है।
मसूर की घरेलू फसल अप्रैल महीने में आयेगी, तथा देष में मसूर का उत्पादन मूख्यतः उत्तर प्रदेष के अलावा मध्य प्रदेष में भी होता है इसके अलावा बिहार में पिछले कुछ सालों से लगातार मसूर के उत्पादन में बढ़ोतरी देखी जा रही है। मसूर की सबसे ज्यादा खपत पष्चिमी बंगाल में होती है इसीलिए बिहार में इसकी पैदावार बढ़ रही है। अन्य राज्यों के मुकाबले बिहार की मसूर पष्चिमी बंगाल में सस्ती पड़ती है। .......आर एस राणा
नई दिल्ली। फसल सीजन 2016-17 में कनाडा में मसूर का उत्पादन 37 फीसदी बढ़कर 32.5 लाख टन होने का अनुमान है। कनाडा में फसल सीजन 2015-16 में 23.7 लाख टन मसूर का उत्पादन हुआ था। सूत्रों के अनुसार कनाडा में ज्यादा उत्पादन का असर घरेलू बाजार में मसूर की कीमतों पर पड़ रहा है। देष में मसूर की खपत ज्यादा बारिष और सर्दियों के सीजन में होती है जबकि बारिष की मांग लगभग पूरी हो चुकी है तथा एक मांग सर्दियों और आयेगी।
इस समय प्राईवेट आयातकों के साथ ही सार्वजनिक कंपनियों भी मसूर का आयात ज्यादा मात्रा में कर रही है जिससे घरेलू बाजार में भाव घटे हैं। कनाड़ा में पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है इसलिए आगामी सौदे नीचे भाव के हो रहे हैं। कनाडा में नई फसल की आवक चालू महीने में षुरु होगी, तथा नई निर्यात षिपमेंट अक्टूबर-नवंबर में होंगी। आयात सौदों में हुई बढ़ोतरी से अभी मसूर की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है।
मसूर की घरेलू फसल अप्रैल महीने में आयेगी, तथा देष में मसूर का उत्पादन मूख्यतः उत्तर प्रदेष के अलावा मध्य प्रदेष में भी होता है इसके अलावा बिहार में पिछले कुछ सालों से लगातार मसूर के उत्पादन में बढ़ोतरी देखी जा रही है। मसूर की सबसे ज्यादा खपत पष्चिमी बंगाल में होती है इसीलिए बिहार में इसकी पैदावार बढ़ रही है। अन्य राज्यों के मुकाबले बिहार की मसूर पष्चिमी बंगाल में सस्ती पड़ती है। .......आर एस राणा
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