खरीफ में मानूसन गड़बड़ाने की आशंका से ग्वार की खरीद में आई तेजी
आर एस राणा
नई दिल्ली। क्रूड तेल की कीमतें नीचे होने के कारण ग्वार गम पाउडर में निर्यात मांग तो कमजोर है लेकिन चालू खरीफ में मानसून गड़बड़ाने की आशंका बनी हुई है। इसीलिए प्लांट निर्माताओं के साथ ही स्टॉकिस्टों की खरीद ग्वार में तेज हो गई है जिससे भाव में तेजी बनी हुई है। गुरूवार को जोधपुर मंडी में ग्वार के भाव बढ़कर 4,650 रुपये और ग्वार गम के भाव 10,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
ग्वार गम के निर्यातक विपिन अग्रवाल ने बताया कि क्रूड तेल की कीमतें नीचे होने के कारण ग्वार गम पाउडर की निर्यात मांग कमजोर ही है। निर्यातक पहले के किए हुए सौदों का ही भुगतान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में हो रही बारिश से खरीफ मानसून में गड़बड़ी होने की आशंका है। इसीलिए प्लांट निर्माताओं के साथ ही स्टॉकिस्टों की ग्वार में मांग बढ़ गई है जिससे भाव तेज बने हुए हैं। जोधपुर मंडी में गुरूवार को ग्वार की कीमतों में 150 रुपये की तेजी आकर भाव 4,650 रूपये और गंगानगर मंडी में 4,450 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। जोधपुर में ग्वारगम के भाव बढ़कर गुरूवार को 10,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए तथा इसकी कीमतों में 200 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई। उत्पादक मंडियों में ग्वार की दैनिक आवक 25 से 30 हजार क्विंटल की हो रही है।
हरियाणा ग्वार गम केमिकल इंडस्ट्रीज के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ग्वार की फसल पूरी तरह से बारिश पर निर्भर करती है तथा इस समय जो बारिश हो रही है उसका असर मानसून पर पड़ेगा। चालू खरीफ में मानसूनी बारिश कम रहेगी। इसीलिए ग्वार में स्टॉकिस्टों की सक्रियता बढ़ गई है। ग्वार का स्टॉक मजबूत हाथों में होने के कारण बिकवाली भी सीतिम मात्रा में आ रही है जिससे तेजी को और बल मिल रहा है। आगामी दिनों में ग्वार की कीमतों में और भी तेजी की संभावना है।
वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार वित्त वर्ष 2014-15 के पहले 11 महीनों अप्रैल से फरवरी के दौरान मूल्य के हिसाब ग्वार गम पाउडर के निर्यात में 12.91 फीसदी घटकर 9,561.68 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 10,978.96 करोड़ रुपये का हुआ था। मात्रा के हिसाब से ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में इस दौरान बढ़ोतरी हुई है। एपिडा के अनुसार अप्रैल से फरवरी के दौरान ग्वार गम उत्पादों का 6.62 लाख टन का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 5.45 लाख टन ग्वार गम उत्पादों का निर्यात हुआ था।.....आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें