मुंबई May 06, 2011
अक्षय तृतीया के मौके पर सोने के खरीदारों के चेहरे दमकते नजर आए क्योंकि इस मौके पर बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में गिरावट आने से उपभोक्ताओं को खरीद में काफी सहूलियत मिली। अक्षय तृतीया केमौके पर सोने की खरीद को शुभ माना जाता है और कहा जाता है कि इससे समृद्धि आती है।वल्र्ड गोल्ड काउंसिल के प्रबंध निदेशक (भारतीय उपमहाद्वीप) अजय मित्रा ने कहा - अक्षय तृतीया के मौके पर सोने की कुल मांग 50 टन को पार कर जाने का अनुमान है जबकि पिछले साल इस मौकेपर 45 टन सोने की बिक्री हुई थी। रिद्धि-सिद्धि बुलियन के निदेशक पृथ्वीराज कोठारी ने कुछ इसी तरह की राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कीमत के लिहाज से 25-30 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान है जबकि मात्रात्मक लिहाज से इसमें पिछले साल के मुकाबले 15 फीसदी की बढ़त दर्ज की जा सकती है।कोठारी ने कहा कि सोने की कीमतों में पिछले साल 16 मई (अक्षय तृतीया के दिन से) से बढ़त जारी है। सोने में पिछले एक साल में 19 फीसदी तेजी आई है और यह 21685 रुपये प्रति 10 ग्राम पर है जबकि चांदी में 81 फीसदी तेजी आई है और यह 54,305 रुपये प्रति किलोग्राम पर है।अक्षय तृतीया के लिए सोने की खरीदारी शुरू होने के समय यानी 30 अप्रैल को 22710 रुपये प्रति 10 ग्राम की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद सोने में 4.51 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है और यह 21685 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है, लिहाजा खरीदारों के लिए इसकी कीमतें बेहतर हो गई हैं। इसी तरह चांदी भी 24 अप्रैल के 75020 रुपये प्रति किलोग्राम से घटकर 54305 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई है। अक्षय तृतीया के मौके पर सोने में 220 रुपये प्रति 10 ग्राम की और चांदी में 4350 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट दर्ज की गई।पुष्पक बुलियन के निदेशक केतन श्रॉफ ने कहा कि उपभोक्ता फिलहाल सोने की खरीदारी कर रहे हैं। देश भर के ज्वैलरोंं ने एक हफ्ते पहले ही 6 मई को डिलिवरी देने के लिए सोने की बुकिंग शुरू कर दी थी। जिन उपभोक्ताओं ने अग्रिम बुकिंग की, वे 1010 रुपये प्रति 10 ग्राम के नुकसान में रहे। कोठारी ने कहा कि इस मौके पर उपभोक्ता शायद ही कीमत के बारे में सोचते हैं। उन्होंने कहा कि पुरानी खरीदारों ने हालांकि इस मौके पर सोने की डिलिवरी लेने में हिचकिचाहट नहीं दिखाई।गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में शाम तक मात्रात्मक लिहाज से 1.5 टन सोने का रिकॉर्ड दर्ज हुआ। रिद्धि सिद्धि बुलियन ने इस मौके पर 250 किलोग्राम सोना और 2100 किलोग्राम चांदी की बिक्री की और पिछले साल के मुकाबले इसकी बिक्री में 20 फीसदी की उछाल आई। देश के सबसे बड़े चांदी आयातक सुरेश हुंडिया ने कहा कि मुख्य रूप से सोने की खरीदारी हुई। जो सोना नहीं खरीद सकते थे, उन्होंने ही चांदी खरीदी। एनएसईएल पर ई-गोल्ड व ई-सिल्वर का कारोबार क्रमश: 250 करोड़ और 450 करोड़ रुपये पर पहुंचने की उम्मीद है। (BS Hindi)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें