नई दिल्ली May 30, 2011
मंडियों में मेंथा तेल की नई आवक शुरू हो गई है, जिससे बीते पांच दिनों में मेंथा तेल के दाम 5 फीसदी घट चुके हैं। मेंथा कारोबारियों के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले इसकी पैदावार 30 से 35 फीसदी बढऩे का अनुमान है। साथ ही, अगले महीने से मेंथा तेल की आवक जोर पकडऩे लगेगी, ऐसे में दाम और घट सकते हैं।संभल स्थित ग्लोरियस केमिकल्स के निदेशक अनुराग रस्तोगी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि उत्पादक क्षेत्रों की मंडियों में मेंथा तेल की नई आवक शुरू हो गई है। हालांकि अभी आवक कम ही हो रही है। रस्तोगी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 200 ड्रम (180 किलोग्राम) मेंथा तेल की दैनिक आवक हो रही है। नई आवक के कारण संभल मंडी में इसके दाम 60 रुपये घटकर 990 रुपये प्रति किलो पर आ गए हैं। चंदौसी मंडी के मेंथा तेल कारोबारी धर्मेंद्र कुमार का भी कहना है कि नई आवक से दाम 50 रुपये गिरकर 985 रुपये पर आ गए हैं। उधर, पिछले साल अच्छे भाव मिलने के कारण किसानो ने इस बार मेंथा की खेती अधिक की है, जिससे इसका उत्पादन बढऩे की संभावना है। उत्तर प्रदेश मेंथा उद्योग के अध्यक्ष फूल प्रकाश का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष मेंथा के उत्पादन में 30 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी हो सकती है। रस्तोगी ने मेंथा तेल के उत्पादन में 35 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी की संभावना जताई है। उद्योग के मुताबिक पिछले साल 30 से 32 हजार टन मेंथा तेल का उत्पादन हुआ था। रस्तोगी ने कहा कि अगले महीने के पहले सप्ताह से मेंथा तेल की आवक बढ़कर 1000 ड्रम तक पहुंचने की उम्मीद है, ऐसे में दाम घटकर 900 रुपये प्रति किलो से भी नीचे जा सकते हैं। धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि आवक के दबाव से दाम गिरकर 850 रुपये प्रति किलो तक भी आ सकते हैं। रस्तोगी ने कहा कि ग्राहक नई फसल के इंतजार में थे, लेकिन अगले कुछ दिनों में दाम नीचे जाने के बाद मांग बढऩे की संभावना है। (BS Hindi)
31 मई 2011
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