नई दिल्ली May 25, 2011
गन्ना किसानों को बेहतर मूल्य मिलने और अनुकूल मौसम के आसार के मद्ïदेनजर इस वर्ष अक्टूबर से शुरू होने वाले फसल वर्ष में गन्ने का रकबा 8 से 10 फीसदी बढऩे का अनुमान है। आधिकारिक आकलन के अनुसार, वर्ष 2010-11 के दौरान देशभर में गन्ने की खेती 49.8 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई थी। इनमें से महाराष्टï्र में 10 लाख हेक्टेयर और उत्तर प्रदेश में 20 लाख से अधिक हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की खेती की गई थी। उत्तर प्रदेश और महाराष्टï्र देश के दो सबसे बड़े गन्ना उत्पादक राज्य हैं। देश में गन्ने की कुल उपज में इन दोनों राज्यों की 80 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी है।उद्योग के अधिकारियों का आकलन है कि आगामी फसल वर्ष के दौरान देश में गन्ने का रकबा बढ़कर 54.7 लाख हेक्टेयर तक पहुंच सकता है। इससे गन्ने के उत्पादन में भी बढ़ोतरी होने का अनुमान है। अधिकारियों के अनुसार आगामी वर्ष में गन्ने का वास्तविक उत्पादन लगभग 38 करोड़ टन रहने की उम्मीद है। वर्ष 2010-11 में कुल 34.6 करोड़ टन गन्ने का उत्पादन हुआ था।भारतीय चीनी मिलों के संगठन आईएसएमए के महानिदेशक अविनाश वर्मा ने कहा, 'गन्ने का उत्पादन बेहतर होने के साथ ही हम उम्मीद कर रहे हैं कि यदि गन्ने में सुक्रोज की मात्रा सामान्य रही और भारी मात्रा में इसे किसी अन्य उद्ïदेश्य से खपत नहीं किया गया तो वर्ष 2011-12 में 2.6 से 2.65 करोड़ टन चीनी का उत्पादन हो सकता है।Ó इस वर्ष चीनी का उत्पादन 2.42 से 2.45 करोड़ टन होने का अनुमान है। भारत में चीनी का सालाना खपत लगभग 2.2 से 2.3 करोड़ टन होता है। (BS Hindi)
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