11 मई 2011
देश के चौथे एक्सचेंज आईसीईएक्स को एफएमसी की मंजूरी
मुंबई इंडिया बुल्स और एमएमटीसी के इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (आईसीईएक्स) को राष्ट्रीय स्तर के स्टॉक एक्सचेंज के रूप में काम करने की नियामक मंजूरी शुक्रवार को मिल गई। एक्सचेंज में वायदा कारोबार अगले महीने से शुरू होने की संभावना है।वायदा कारोबार नियामक, वायदा बाजार आयोग के चेयरमैन बीसी खटुआ ने कहा, ' हां, आज आईसीई को पूर्ण एक्सचेंज के रूप में मान्यता दे दी गई। अब एक्सचेंज की लॉन्चिंग प्रवर्तकों की तैयारियों पर निर्भर करता है। मुझे उम्मीद है कि वे भारतीय अर्थव्यवस्था और कृषि क्षेत्र में गुणवत्ता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगे।'एफ एमसी ने अब तक मंजूरी इसलिए रोक रखी थी कि आईसीई अपनी 10 प्रतिशत हिस्सेदारी यूनाइटेड स्टॉक एक्सचेंज को दे रही थी, जो नियामक के दिशानिर्देशों के खिलाफ था। इसके बाद आईसीई ने आईडीएफसी और कृषक भारती कोआपरेटिव लिमिटेड (क्रिभको) को पिछले महीने 5-5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेंची।अगस्त महीने में एफएमसी ने एक्सचेंज को निर्देश दिया था कि वह दिशानिर्देशों के मुताबिक सितंबर के अंत तक फिर से मंजूरी के लिए आवेदन करे। वहीं आईसीई के प्रबंध निदेशक और सीईओ अजित मित्तल ने मंजूरी मिलने की पुष्टि की और कहा कि नवंबर के पहले सप्ताह से वायदा कारोबार शुरू हो जाएगा।उन्होंने कहा कि एक्सचेंज कृषि गैर-कृषि क्षेत्र में 10 अनुबंध शुरू करेगा और इस बारे में मंजूरी के लिए अगले सप्ताह एफएमसी के समक्ष आवेदन किया जाएगा। खटुआ ने कहा, 'काम शुरू करने का यह उचित समय होगा।' पहले चरण में आईसीईएक्स 10 उन जिंसों का वायदा कारोबार शुरू करने पर विचार कर रहा है जिनका कारोबार बड़े पैमाने पर होता है।एक्सचेंज उन्हीं जिंसों का कारोबार करने की तैयारी कर रहा है, जो कारोबारियों को पूरी तरह स्वीकार्य है। मित्तल ने कहा कि कृषि उत्पादों के अलावा आईसीई सोना, चांदी, तांबा, जस्ता, कच्चा तेल के लिए भी अनुबंध शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि पहले चरण की सफलता के बाद एक्सचेंज कुछ खास जिंसों के कारोबार की शुरुआत करेगा। एमसीएक्स, एनसीडीईएक्स और एनएमसीई के बाद आईसीई चौथा राष्ट्रीय एक्सचेंज हो गया है।(BS Hindi)
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