नई दिल्ली, 1 सितंबर। कॉटन कारपोरेशन आफ इंडिया (सीसीआई) ने सोमवार की ई-ऑक्शन में फसल सीजन 2024-25 के स्टॉक का फ्लोर प्राइस 300 रुपये प्रति कैंडी तक घटा दिया। इससे गुजरात में कॉटन की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि उत्तर भारत के राज्यों में शाम के सत्र में कॉटन के दाम स्थिर से तेज हुए।
सीसीआई द्वारा कटौती के बाद कॉटन के फ्लोर प्राइस 53,200 से 56,600 रुपये प्रति कैंडी के बीच रहे है, जो कि स्टेपल लेंथ और वैरायटी पर निर्भर करते है।
व्यापारियों के अनुसार यह कटौती सरकार द्वारा कॉटन पर ड्यूटी-फ्री इंपोर्ट विंडो को 31 दिसंबर तक बढ़ाने के फैसले के बाद सीसीआई के बैलेंस स्टॉक की बिक्री तेज करने की कोशिश का हिस्सा है। ज्यादातर स्पिनिंग मिल पहले ही अगले दो महीनों की ज़रूरतें बुक कर चुकी हैं और विदेशी कॉटन अब भी कॉटन सस्ती है, जिससे घरेलू बाजार में कीमतों पर बना हुआ है।
जानकारों का का कहना है कि 15 सितम्बर से नई फसल की आवक शुरू होने के बाद सप्लाई और बढ़ेगी, जिसके चलते आने वाले दिनों में सीसीआई द्वारा और प्राइस कटौती की संभावना है।
स्पिनिंग मिलों की मांग कमजोर बनी रहने के कारण सोमवार को शाम के सत्र में गुजरात में कॉटन की कीमतों में मंदा आया, जबकि इस दौरान उत्तर भारत के राज्यों में स्थिर से तेज हुए।
गुजरात के अहमदाबाद में 29 शंकर-6 किस्म की कॉटन के भाव सोमवार को 300 रुपये कमजोर होकर 55,000 से 55,200 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो रह गए।
पंजाब में रुई हाजिर डिलीवरी के भाव 5,760 से 5,770 रुपये प्रति मन बोले गए। हरियाणा में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव बढ़कर 5,550 से 5,650 रुपये प्रति मन बोले गए। ऊपरी राजस्थान में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के दाम 5,770 से 5,790 रुपये प्रति मन बोले गए। लोअर राजस्थान में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के दाम 54,300 से 54,400 रुपये कैंडी बोले गए।

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