कुल पेज दृश्य

12 सितंबर 2025

पेराई सीजन 2025-26 के दौरान 349 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान - इस्मा

नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2025 से शुरू होने वाले नए पेराई सीजन (अक्टूबर-25 से सितंबर-26) के दौरान देश में 349 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान है। भारतीय चीनी एवं जैव-ऊर्जा निर्माता संघ (इस्मा) ने गुरुवार को ताजा उपग्रह चित्रों और जमीनी रिपोर्टों के आधार पर उत्पादन का अनुमान जारी किया।


 इस्मा ने इससे पहले 31 जुलाई, 2025 को अपना प्रारंभिक अनुमान जारी किया था, जिसमें 349 लाख टन चीनी के उत्पादन का ही अनुमान लगाया गया था। यह अनुमान जून 2025 से अखिल भारतीय उपग्रह चित्रों का उपयोग करके, क्षेत्र-स्तरीय आकलन द्वारा समर्थित, और सामान्य मानसून की स्थिति को मानते हुए तैयार किया गया था।

इस्मा ने अब सितंबर की शुरुआत में महाराष्ट्र और कर्नाटक के लिए अतिरिक्त उपग्रह डेटा का उपयोग करके, दक्षिण-पश्चिम मानसून की प्रगति, जलाशयों के स्तर और प्रमुख उत्पादक राज्यों में मौजूदा फसल की स्थिति के अपडेट के साथ, पुनर्मूल्यांकन किया है। इस्मा के अनुसार अगस्त में भारी बारिश के साथ महाराष्ट्र और कर्नाटक में अनुकूल मानसून की स्थिति ने स्वस्थ फसल वृद्धि और सामान्य विकास सुनिश्चित किया है। पिछले वर्ष की तुलना में जलाशयों का स्तर ज्यादा होने और दक्षिण-पश्चिम तथा आगामी उत्तर-पूर्वी मानसून के दौरान लगातार बारिश की उम्मीद के साथ, इन प्रमुख चीनी उत्पादक राज्यों के लिए संभावनाएं मजबूत बनी हुई हैं।

उत्तर प्रदेश में फसल की स्थिति पिछले वर्ष की तुलना में काफी बेहतर बताई जा रही है। गन्ना विकास पर उद्योग की पहल और उन्नत किस्मों की समय पर शुरुआत ने फसलों को स्वस्थ बनाने में योगदान दिया है। इस्मा ने बताया कि रोगों के कम प्रकोप के परिणामस्वरूप बेहतर उपज और ज्यादा रिकवरी दर मिलने की उम्मीद है। तमिलनाडु ने भी आशाजनक रुझान दिखाए हैं, जहां उत्पादकता और रिकवरी दोनों ही पहले के अनुमानों से अधिक होने की उम्मीद है।

हाल ही में पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड जैसे कुछ उत्तर भारत राज्यों में भारी बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा है, जिससे गन्ना उत्पादन की फसल को होने की आशंका है। हालांकि इन बाधाओं के बावजूद, इस्मा ने कहा कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में फसल की समग्र गुणवत्ता इस कमी की भरपाई कर देगी, जिससे राष्ट्रीय उत्पादन अनुमान स्थिर रहेंगे।

इस्मा ने अपने बयान में कहा, प्रमुख उत्पादक राज्यों में गन्ने की बेहतर गुणवत्ता उत्पादन में बढ़ोतरी का समर्थन कर रही है। हालांकि उत्तर भारत के राज्यों में भारी बारिश एवं बाढ़ में चीनी उत्पादन में मामूली गिरावट आने की आशंका है। इसके बावजूद भी पेराई सीजन 2025-26 के दौरान चीनी का उत्पादन अनुमान 349 लाख टन पर स्थिर रखा है।

कोई टिप्पणी नहीं: