नई दिल्ली। अरहर की कीमतों में सप्ताहभर से तेजी बनी हुई है, जानकारों के अनुसार अभी दाम तेज बने रहेंगे, क्योंकि स्टॉकिस्टों की खरीद बराबर बनी हुई है।
स्टॉकिस्टों के अनुसार चालू सीजन में उत्पादन अनुमान कम है, तथा पाइपलाईन खाली थी। नेफेड ने अरहर की बिकवाली बंद कर दी है। उधर बर्मा में उत्पादन अनुमान कम है, तथा अफ्रीका में नई फसल की आवक अक्टूबर में नवंबर में बनेगी।
जानकारों के अनुसार अरहर में तेजी आने पर मुनाफावसूली करते रहें। माना जा रहा है कि आगे इसके दाम उपर में 7,000 से 7,200 रुपये प्रति क्विंटल तक बन सकते हैं।
उड़द में तेजी का अनुमान
उड़द का उत्पादन अनुमान तमिलनाडु में कम है, बर्मा से आयातित उड़द का हाजिर स्टॉक भी कम है। फरवरी, मार्च में उड़द दाल में मांग बढ़ने की उम्मीद से भाव में 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी बनने के आसार
काबूली चना में घटे भाव में खरीद करें
काबूल चना का वैश्विक उत्पादन और केरी ओवर स्टॉक कम माना जा रहा है, तथा इसमें मांग पहले की तुलना में अच्छी है।
देश में काबूली चना का उत्पादन अनुमान से 2 से 2.50 लाख टन होने का अनुमान, जबकि आगे मांग बढ़ेगी। अत: काबूली चना में घटे भाव में खरीद करें, तथा मुनाफावसूली भी करते रहें।
03 फ़रवरी 2021
अरहर, उड़द और काबूली चना में आगे तेजी की उम्मीद
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