कुल पेज दृश्य

27 फ़रवरी 2021

दिल्ली में अरहर, मसूर में मंदा, मुंबई में चना, काबूली चना, उड़द मंदी

नई दिल्ली। स्थानीय दाल मिलों की बढ़े भाव में मांग कमजोर होने से शनिवार को दिल्ली के नया बाजार में अरहर, चना के साथ ही मसूर की कीमतों में गिरावट आई। उधर मुंबई में भी चना, काबूली चना और उड़द में दाल मिलों की ग्राहकी कमजोर होने मंदा आया।

मुंबई और अन्य घरेलू बाजारों से नरमी के संकेत के साथ, बर्मा लाईन की नई अरहर के चेन्नई से हाजिर डिलीवरी के सौदे 100 रुपये घटकर 6,850 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हुए। अरहर की कीमतें चेन्नई में 100 रुपये घटकर भाव 6,500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, आयातित अरहर का स्टॉक कम होने के बावजूद भी ग्राहकी कमजोर रही। कर्नाटक लाईन की नेफेड की खरीदी हुई पुरानी अरहर के दाम भी 50 रुपये घटकर 7,000 से 7,025 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। हरियाणा में नई घरेलू अरहर भी सीमित आवक होने के बावजूद भी 50 रुपये घटकर 6,250 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुई।

दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से कनाडा और मध्य प्रदेश की मसूर की कीमतों में 25 से 75 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 5,750 और 5,825 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। घरेलू बाजार में बढ़े भाव में स्टॉकिस्टों की खरीद कमजोर थी। उत्पादक मंडियो में आयातित मसूर का स्टॉक ज्यादा है, साथ ही आने वाले दिनों में उत्पादक मंडियों में नई फसल की बढ़ेगी, इसलिए मसूर में बढ़े भाव में खरीद कर व्यापार नहीं करना चाहिए।

दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से शनिवार को मुंबई में चना के साथ ही काबूली चना और उड़द की कीमतों में गिरावट आई। बर्मा उड़द एफएक्यू पुरानी के साथ ही नई में दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से 50—50 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 7,300-7,350 रुपये और 7,400-7,450 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। हाजिर स्टॉक कम होने के बावजूद भी कीमतों में मंदा आया।

मुंबई में तंजानिया चना के दाल 50 रुपये घटकर 4,500 रुपये रह गए, जबकि जलगांव मंडी में चापा चना की कीमतों में 125 रुपये का मंदा आकर भाव 4,650 रुपये और चना मिक्स के दाम 100 रुपये घटकर 4,550 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इंदौर मंडी में चना के बिल्टी भाव 100 रुपये घटकर 4,950 से 5,00 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

स्टॉकिस्ट चना की कीमतें तेज करना चाहते है, तथा तेजी का कारण मौसम में आए बदलाव को माना जा रहा है। मौसम में आई गर्माहट से चना की पछेती फसल को नुकसान की आशंका है, इससे दाम तेज हो सकते हैं लेकिन अभी बड़ी तेजी मानकर व्यापार नहीं करना चाहिए।  

तंजानिया लाईन के चना के साथ ही रूस-सूडान के काबुली चना में मिलों की कमजोर मांग के साथ ही उत्पादक मंडियों में घरेलू फसल की आवक बनने के कारण 50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई।

चेन्नई में बर्मा उड़द एसक्यू की कीमतों में 150 रुपये की गिरावट आकर भाव 8,000 रुपये और अप्रैल डिलीवरी के 150 रुपये घटकर 8,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

उत्तर प्रदेश के कौंच, जालान, उरई के साथ ही कानपुर, झांसी एवं मध्यप्रदेश की दतिया और डबरा लाईन के साथ ही कुछ अन्य मंडियों में नई मटर की आवक शुरू हो गई है, तथा चालू रबी में मटर का उत्पादन अनुमान ज्यादा है। मध्य मार्च तक आवकों का दबाव बनेगा, इसलिए हल्की गिरावट आने का अनुमान है।

कोई टिप्पणी नहीं: