कुल पेज दृश्य

15 फ़रवरी 2021

उत्तर प्रदेश सरकार ने लगातार तीसरे साल गन्ना मूल्य में नहीं की बढ़ोतरी

नई दिल्ली।  उत्तर प्रदेश सरकार ने लगातार तीसर साल गन्ने के राज्य परामर्श मूल्य, एसएपी में कोई बढ़ोतरी नहीं। रविवार देर शाम पेराई सत्र 2020-21 के लिए गन्ने के राज्य परामर्श मूल्य, एसएपी की घोषणा कर दी। अत: पिछले पेराई सीजन की तरह सामान्य प्रजाति के गन्ने का मूल्य 315 रुपये और अगेती प्रजाति का 325 रुपये क्विंटल निर्धारित किया गया है। अस्वीकृत प्रजाति के गन्ना एसएपी 310 रुपये प्रति क्विंटल ही रहेगा।

मार्च 2017 में सत्ता में आने के बाद भाजपा सरकार ने पहले साल सत्र 2017-18 में गन्ने के राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) में 10 रुपये की वृद्धि की थी। तब अस्वीकृत, सामान्य व अगेती प्रजाति के लिए क्रमश: 310, 315 और 325 रुपये प्रति क्विंटल का मूल्य घोषित किया था। गन्ना पेराई सत्र 2018-19 और 2019-20 में भी राज्य परामर्शी मूल्य यथावत रहा। इस बार पेराई सीजन 2020-21 के लिए गन्ना मूल्य की घोषणा बहुत विलंब से हुई है तथा तीसरे साल भी इसको स्थिर रहा।

राज्य में पहली अक्तूबर 2020 से गन्ने की पेराई आरंभ हो गई थी। गन्ना मूल्य रविवार को कैबिनेट बाईसर्कुलेशन तय किया गया है। इस बार किसान गन्ना मूल्य में वृद्धि की उम्मीद संजोए हुए थे। लगभग दो माह की देरी से गन्ना मूल्य घोषित होने के बावजूद रेट यथावत रहने से किसानों की उम्मीदों को झटका लगा है।

कोई टिप्पणी नहीं: