नई दिल्ली। उत्पादन अनुमान में कमी की आशंका के कारण ऑल इंडिया दाल मिल्स एसोसिएशन ने केंद्र सरकार से चार-चार लाख टन अरहर और उड़द के आयात के लिए दाल मिलों को आयात लाइसेंस जारी करने का आग्रह किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय उद्योग और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और विदेश व्यापार के महानिदेशक को अखिल भारतीय दाल मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष, सुरेश अग्रवाल ने अलग-अलग लिखे पत्रों में मांग की है कि इस साल कीट के हमले के कारण अरहर और उड़द की फसलों को नुकसान हुआ है। अत: देश में अरहर और उड़द का उत्पादन घटने की आशंका है, जिससे आने वाले दिनों में दलहनी फसलों की कीमतों में तेजी आ सकती है।
अत: घरेलू बाजार में दालों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए, DGFT को तुरंत दाल मिलों को आयात लाइसेंस जारी कर देना चाहिए क्योंकि दाल मिलों को आवश्यक आयात औपचारिकताएं पूरी करने के लिए समय लगेगा। अग्रवाल ने कहा कि पिछले साल आयात लाइसेंस जारी करने में देरी और आयात की अवधि कम होने के कारण, निर्यातक देशों दालों की कीमतों में तेजी आई थी।
इसके अलावा शिपिंग कंपनियों द्वारा भांड़े में बढ़ोतरी से भी, आयातक दाल मिलों के मालिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था।
17 फ़रवरी 2021
उद्योग ने केंद्र से चार-चार लाख टन अरहर और उड़द के लाइसेंस जारी करने की मांग की
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