आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान मूंगफली दाने का निर्यात घटकर केवल 1,77,369 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 2,22,291 टन का हुआ था।
उत्पादक राज्यों की मंडियों में खरीफ मूंगफली की दैनिक आवक चालू हो गई है तथा आगामी दिनों में दैनिक आवक और बढ़ेगी। उत्पादक मंडियों में मूंगफली के भाव 3,200 से 4,100 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि चालू खरीफ के लिए केंद्र सरकार ने मूंगफली का एमएसपी 4,450 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। कीमतों में चल रही गिरावट को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने गुजरात से एमएसपी पर 3.5 लाख टन मूंगफली खरीदने की योजना बनाई है लेकिन इसका असर भी कीमतों पर नहीं पड़ा है।
सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार तिलहनों की कीमतों में चल रही गिरावट को रोकने के लिए कुछ सख्त कदम उठा सकती है, तथा इस पर बुधवार को नितिन गड़करी की अध्यक्षता में होने वाली ग्रुप आफ मिनिस्टिर की बैठक में फैसला हो सकता है। माना जा रहा है कि सरकार आयात शुल्क में बढ़ोतरी करेगी, अतः इसका कीमतों पर असर तो पड़ेगा, लेकिन बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार खरीफ सीजन में मूंगफली की पैदावार घटकर 62.13 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल खरीफ में इसका उत्पादन 62.21 लाख टन का हुआ था। उद्योग के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में मूंगफली का उत्पादन बढ़कर 31.45 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल उत्पादन केवल 29.4 लाख टन का ही हुआ था। ....................... आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान मूंगफली दाने का निर्यात घटकर केवल 1,77,369 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 2,22,291 टन का हुआ था।
उत्पादक राज्यों की मंडियों में खरीफ मूंगफली की दैनिक आवक चालू हो गई है तथा आगामी दिनों में दैनिक आवक और बढ़ेगी। उत्पादक मंडियों में मूंगफली के भाव 3,200 से 4,100 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि चालू खरीफ के लिए केंद्र सरकार ने मूंगफली का एमएसपी 4,450 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। कीमतों में चल रही गिरावट को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने गुजरात से एमएसपी पर 3.5 लाख टन मूंगफली खरीदने की योजना बनाई है लेकिन इसका असर भी कीमतों पर नहीं पड़ा है।
सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार तिलहनों की कीमतों में चल रही गिरावट को रोकने के लिए कुछ सख्त कदम उठा सकती है, तथा इस पर बुधवार को नितिन गड़करी की अध्यक्षता में होने वाली ग्रुप आफ मिनिस्टिर की बैठक में फैसला हो सकता है। माना जा रहा है कि सरकार आयात शुल्क में बढ़ोतरी करेगी, अतः इसका कीमतों पर असर तो पड़ेगा, लेकिन बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार खरीफ सीजन में मूंगफली की पैदावार घटकर 62.13 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल खरीफ में इसका उत्पादन 62.21 लाख टन का हुआ था। उद्योग के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में मूंगफली का उत्पादन बढ़कर 31.45 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल उत्पादन केवल 29.4 लाख टन का ही हुआ था। ....................... आर एस राणा