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31 अक्टूबर 2017

मूंगफली दाने के निर्यात में कमी, सरकार गिरावट रोकने को सक्रिय

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान मूंगफली दाने का निर्यात घटकर केवल 1,77,369 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 2,22,291 टन का हुआ था।
उत्पादक राज्यों की मंडियों में खरीफ मूंगफली की दैनिक आवक चालू हो गई है तथा आगामी दिनों में दैनिक आवक और बढ़ेगी। उत्पादक मंडियों में मूंगफली के भाव 3,200 से 4,100 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि चालू खरीफ के लिए केंद्र सरकार ने मूंगफली का एमएसपी 4,450 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। कीमतों में चल रही गिरावट को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने गुजरात से एमएसपी पर 3.5 लाख टन मूंगफली खरीदने की योजना बनाई है लेकिन इसका असर भी कीमतों पर नहीं पड़ा है।
सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार तिलहनों की कीमतों में चल रही गिरावट को रोकने के लिए कुछ सख्त कदम उठा सकती है, तथा इस पर बुधवार को नितिन गड़करी की अध्यक्षता में होने वाली ग्रुप आफ मिनिस्टिर की बैठक में फैसला हो सकता है। माना जा रहा है कि सरकार आयात शुल्क में बढ़ोतरी करेगी, अतः इसका कीमतों पर असर तो पड़ेगा, लेकिन बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार खरीफ सीजन में मूंगफली की पैदावार घटकर 62.13 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल खरीफ में इसका उत्पादन 62.21 लाख टन का हुआ था। उद्योग के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में मूंगफली का उत्पादन बढ़कर 31.45 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल उत्पादन केवल 29.4 लाख टन का ही हुआ था। .......................   आर एस राणा

राजस्थान में चना के साथ सरसों की बुवाई पिछड़ी

आर एस राणा
नई दिल्ली। प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान में सरसों के साथ ही चना की बुवाई भी पिछड़ रही है। सूत्रों के अनुसार राज्य के कई जिलों में मानसूनी बारिश सामान्य से कम होने के साथ ही अक्टूबर में दिन का मौसम सामान्य से ज्यादा गर्म रहने के कारण रबी फसलों की बुवाई पिछे चल रही है।
राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार राज्य में 30 अक्टूबर तक चना की बुवाई केवल 3.09 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 5.60 लाख हैक्टेयर में चना की बुवाई हो चुकी थी। राज्य के कृषि निदेशालय ने राज्य में चना की बुवाई का लक्ष्य 15 लाख हैक्टेयर का तय किया हुआ है।
रबी तिलहन की प्रमुख फसल सरसों की बुवाई चालू रबी में राज्य में 30 अक्टूबर तक केवल 9.82 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में 15.68 लाख हैक्टेयर में सरसों की बुवाई हो चुकी थी। राज्य सरकार ने चालू रबी में सरसों की बुवाई का लक्ष्य 26 लाख हैक्टेयर का तय किया है।
राज्य में गेहूं के साथ जौ की बुवाई भी चालू हो गई है। राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार जौ की बुवाई चालू रबी में करीब 40 हजार हैक्टेयर में और गेहूं की बुवाई 1.77 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है। राज्य में गेहूं की बुवाई का लक्ष्य 32 लाख हैक्टेयर और जौ की बुवाई का लक्ष्य 3 लाख हैक्टेयर तय किया है। रबी फसलों की कुल बुवाई चालू रबी में अभी तक केवल 14.75 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 23.47 लाख हैक्टेयेर में रबी फसलों की बुवाई हो चुकी थी।  ..................   आर एस राणा

कच्चे तेल की कीमतों पर ऊपरी स्तर से दबाव

कच्चे तेल की कीमतों पर ऊपरी स्तर से दबाव देखा जा रहा है लेकिन ब्रेंट क्रूड 60 डॉलर के ऊपर टिका हुआ है। ओपेक की उत्पादन कटौती जारी रहने की संभावना से कच्चे तेल को सपोर्ट मिल रहा है। नायमेक्स पर क्रूड के दाम 54 डॉलर के ऊपर हैं। सोने में छोटे दायरे में कारोबार हो रहा है। डॉलर में कमजोरी आने से कीमतों को थोड़ा सपोर्ट मिल रहा है। चांदी में हल्की बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है। कॉमेक्स पर चांदी पौने 17 डॉलर के करीब है। बेस मेटल्स में मिलाजुला कारोबार देखने को मिल रहा है। शंघाई में निकेल करीब 0.75 फीसदी टूटा है लेकिन कॉपर में हल्की बढ़त देखने को मिल रही है। वहीं जिंक में करीब 1 फीसदी की तेजी है।

पीली मटर दाल पर इंपोर्ट ड्यूटी लगने की उम्मीद

दालों की कीमतों को थामने के लिए सरकार एक और बड़ा फैसला ले सकती है। कल ग्रुप मिनिस्टर की बैठक होने वाली है जिसमें पीली मटर आयात पर ड्यूटी लगाने पर फैसला हो सकता है। इसके अलावा  मूंगफली, सोयाबीन, सनफ्लावर और सरसों पर भी ड्यूटी लगाने का प्रस्ताव है। बुधवार को नितिन गड़करी की अध्यक्षता में होने वाली ग्रुप ऑफ मिनिस्टर की बैठक में पीली मटर दाल पर इंपोर्ट ड्यूटी लगाने का प्रस्ताव रखा जाएगा। आपको बता दें कि पीली मटर के इंपोर्ट में खासी बढ़ोतरी देखने को मिली है। 2015-16 में देश में 22.45 लाख टन पीली मटर का आयात हुआ जबकि, 2016-17 में 31.72 लाख टन पीली मटर का आयात हुआ।

30 अक्टूबर 2017

पहली छमाही में ग्वार गम उत्पादों का निर्यात बढ़ा

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात बढ़कर 2.25 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इनका निर्यात केवल 1.63 लाख टन का ही हुआ था।
उत्पादक मंडियों में ग्वार सीड की दैनिक आवक लगातार बढ़ रही है जबकि मिलों के साथ ही स्टॉकिस्टों की मांग कमजोर होने से भाव में गिरावट बनी हुई है। सोमवार को जोधपुर मंडी में ग्वार सीड के भाव 3,650 रुपये और ग्वार गम पाउडर के भाव 7,850 से 7,875 रुपये क्विंटल रहे। ............  आर एस राणा

बासमती चावल के साथ गैर बासमती चावल का निर्यात ज्यादा

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहली छमाही में बासमती चावल के साथ ही गैर बासमती चावल के निर्यात में भी बढ़ोतरी हुई है। एपिडा के अनुसार अप्रैल से सितंबर 2018 के दौरान बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 21.31 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 20.66 लाख टन का ही हुआ था।
गैर बासमती चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही में बढ़कर 41.41 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 34.16 लाख टन का ही हुआ था।
उत्पादक मंडियों में बासमती धान की दैनिक आवक बढ़ रही है तथा स्टॉकिस्टों की सक्रियता से भाव तेज बने हुए हैं, हालांकि बासमती चावल में इस समय निर्यात सौदे सीमित मात्रा में ही हो रहे हैं इसलिए बासमती चावल की कीमतें लगभग स्थिर बनी हुई हैं। सोमवार को दिल्ली की नरेला मंडी में बासमती धान की आवक सवा लाख बोरी की हुई जबकि पूसा 1,121 बासमती धान के भाव 3,000 से 3,270 रुपये और पूसा 1,509 किस्म के धान का भाव 2,600 से 3,000 रुपये प्रति क्विंटल रहा।.... आर एस राणा

आयात शुल्क में बढ़ोतरी की आशंका से गेहूं के आयात सौदे हुए बंद

आर एस राणा
नई दिल्ली। गेहूं के आयात शुल्क में बढ़ोतरी की आशंका से आयातकों ने नए आयात सौदे बंद कर दिए हैं, साथ ही गेहूं की कीमतों में भी 25 से 30 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आया है। दिल्ली की लारेंस रोड़ मंडी में गेहूं के भाव सोमवार को 1,835 से 1,840 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
कृषि मंत्रालय ने गेहूं के आयात शुल्क को 10 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी करने का प्रस्ताव संबंधित मंत्रालय को भेजा है, साथ ही खाद्य मंत्रालय भी आयात शुल्क बढ़ाने के पक्ष में है। ऐसे में माना जा रहा है कि चालू सप्ताह में होने वाली केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस पर फैसला हो जाये। इसी को देखते हुए आयातकों ने नए आयात सौदे बंद कर दिए हैं। सूत्रों के अनुसार नवंबर में केवल 1.25 से 1.50 लाख टन गेहंू का ही आयात होना है।
आयात सौदे बंद होने से आयातित गेहूं की कीमतों में भी सुधार आया है, बंदरगाह पर यूक्रेन के लाल गेहूं का भाव बढ़कर 1,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गया तथा सप्ताहभर में इसमें करीब 40 से 50 रुपये की तेजी आई है।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार केंद्रीय पूल में पहली सितंबर को गेहूं का स्टॉक 278.16 लाख टन का बचा हुआ है जबकि पिछले साल पहली सितंबर को केवल 242.45 लाख टन गेहूं का ही स्टॉक मौजूद था। .................   आर एस राणा

ब्रांडेड अनाजों से जीएसटी हटाने की मांग

जीएसटी लागू होने के बाद से अनाज कारोबारी परेशान हैं। कारोबारियों के मुताबिक जीएसटी लागू होने के बाद से कारोबार में 35 फीसदी की गिरावट आई है। इस संबंध में कारोबारियों ने जीएसटी काउंसिल के सदस्यों और वित्त राज्य मंत्री से मिलकर ब्रांडेड अनाज से 5 फीसदी जीएसटी हटाने और मंडी टैक्स खत्म करने की मांग की है। जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक में मंडी टैक्स को जीएसटी में शामिल करने पर विचार हो सकता है।

कच्चे तेल के दाम 2 साल से ज्यादा की ऊंचाई पर

कच्चे तेल के दाम 2 साल से ज्यादा की ऊंचाई पर हैं। ब्रेंट क्रूड के दाम 60 डॉलर के ऊपर हैं, हालांकि, ऊपरी स्तर पर हल्का दबाव देखा जा रहा है। ओपेक के सप्लाई कटौती जारी रखने की संभावना से कच्चे तेल को सपोर्ट मिल रहा है। इसके अलावा इराक से सप्लाई कम होने की आशंका से भी कच्चे तेल में तेजी आई है। सोने की कीमतों पर हल्का दबाव देखा जा रहा है। कॉमेक्स पर सोना 1270 डॉलर के करीब है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के के नए चेयरमैन के नाम के एलान से पहले निवेशक एहतियात बरत रहे हैं। इसके अलावा बाजार की नजर फेडरल रिजर्व की बैठक पर भी है। बेस मेटल्स की कीमतों पर आज भी दबाव देखा जा रहा है। शंघाई में कॉपर के दाम 1 फीसदी से ज्यादा गिरे हैं। वहीँ एल्युमिनियम में 0.5 की कमजोरी है। डॉलर तीन हफ्ते के ऊपरी स्तर पर है जिससे मेटल्स पर दबाव है।

28 अक्टूबर 2017

एनसीडीईएक्स और एमसीएक्स पर एग्री कमोडिटी की दैनिक टिप्स

प्रिय पाठकों,
एनसीडीईएक्स और एमसीएक्स पर एग्री कमोडिटी में दैनिक आधार पर किस भाव पर खरीद करें, क्या स्टोप लोस लगाए तथा टारगेट क्या है। ट्रायल लेने के लिए हमें फोन करें या ई-मेल करें,। यह सर्विस मोबाईल पर एसएमएस के माध्यम से दी जायेगी। इस सेवा के लिए हमें ई मेल
rsrana2001@gmail.com, rsrana2017@yahoo.com,   पर भेजे या फिर मोबाईल नं0 - 09811470207 पर संपर्क करें।
धन्यवाद,
आर एस राणा
09811470207

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rsrana2017@yahoo.com,

एग्री कमोडिटी में आगे की रणनीति कैसे बनाए

एग्री कमोडिटी दलहन, तिलहन, और मसालों के साथ ही गेहूं, मक्का, जौ, कपास, खल, बिनौला, ग्वार सीड, चीनी, और कपास आदि की कीमतों में कब आयेगी तेजी तथा आगे की रणनीति कैसे बनाये, भाव में कब आयेगी तेजी, किस भाव पर स्टॉक करने पर मिलेगा मुनाफा, क्या रहेगी सरकार की नीति, आयात-निर्यात की स्थिति के साथ ही विदेष में कैसी है पैदावार, इन सब की स्टीक जानकारी के लिए हमसे जुड़े............एग्री कमोडिटी की दैनिक रिपोर्ट के साथ ही मंडियों के ताजा भाव आपको ई-मेल से हिंदी में भेजे जायेंगे एग्री जिंसों के अलावा किराना में हल्दी, जीरा, धनिया, लालमिर्च, इलायची, कालीमिर्च आदि की जानकारी भी हिंदी में ई-मेल के माध्यम से दी जायेगी।
............एक महीना रिपोर्ट लेने का चार्ज मात्र 1,000 रुपये, 6 महीने का 5,000 रुपये और एक साल का केवल 8,000 रुपये........
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आर एस राणा
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राजस्थान में सरसों की बुवाई 10 फीसदी पूरी

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान में सरसों की बुवाई 10.4 फीसदी में हो चुकी है। राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार सरसों की बुवाई बढ़कर 2.69 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 2.57 लाख हैक्टेयर से ज्यादा है। राज्य सरकार ने सरसों की बुवाई का लक्ष्य 26 लाख हैक्टेयर का तय किया है।
राज्य में चना की बुवाई 41,500 हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 17,800 लाख हैक्टेयर में ही चना की बुवाई हुई थी। राज्य सरकार ने चने की बुवाई का लक्ष्य 15 लाख हैक्टेयर का तय किया है जबकि पिछले साल राज्य में 15.48 लाख हैक्टेयर में चना की बुवाई हुई थी।
चालू रबी में राजस्थान में रबी फसल की बुवाई 3.37 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 2.86 लाख हैक्टेयर में ही रबी फसलों की बुवाई हुई थी। राज्य सरकार ने रबी में फसलों की बुवाई का लक्ष्य 94 लाख हैक्टेयर तय किया है।  ...........  आर एस राणा

27 अक्टूबर 2017

दाल कारोबारियों की वित्त राज्य मंत्री से मुलाकात

आज दिल्ली में दाल कारोबारियों ने वित्त राज्य मंत्री शिव प्रकाश शुक्ला और जीएसटी काउंसिल के सदस्यों के साथ मुलाकात की। इस बैठक में कारोबारियों को आ रही दिक्कतों पर चर्चा हुई। कारोबारियों ने काउंसिल सदस्यों के सामने दो मांगें रखीं, जिसमें हर राज्यों में मंडी टैक्स को खत्म करना और ब्रांडैड अनाज पर लग रहे 5 फीसदी टैक्स को हटाने की मांग शामिल है। जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक में मंडी टैक्स को जीएसटी में शामिल करने पर चर्चा हो सकती है।

चीनी का उत्पादन 251 लाख टन होने का अनुमान

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू पेराई सीजन 2017-18 में चीनी का उत्पादन बढ़कर 251 लाख टन होने का अनुमान है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चालू पेराई सीजन में गन्ने के क्षेत्रफल में हुई बढ़ोतरी से चीनी का उत्पादन भी बढ़ेगा।
खाद्य मंत्रालय के अनुसार चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन बढ़कर 250 लाख टन होने का अनुमान है जोकि पिछले पेराई सीजन के 203 लाख टन की तुलना में 23.6 फीसदी ज्यादा है।
उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार ने राज्य समर्थित मूल्य (एसएपी) में 10 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 325 रुपये और 315 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। पिछले साल राज्य सरकार ने गन्ने के एसएपी में 25 रुपये की बढ़ोतरी की थी।
उत्तर प्रदेश में करीब 8-9 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो गई है। नवंबर के प्रथम पखवाड़े तक अधिकांश चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो जायेगी इसलिए आगे चीनी की कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है। शुक्रवार को दिल्ली में चीनी के भाव 3,950 से 4,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे। ..............   आर एस राणा

मटर के आयात पर लग सकता है आयात शुल्क

आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में दलहन की कीमतों में चल रही गिरावट को रोकने के लिए केंद्र सरकार पीली मटर के आयात पर रोक लगा सकता है। कृषि मंत्रालय ने पीली मटर के आयात पर 15 फीसदी आयात शुल्क लगाने के लिए प्रस्ताव संबंधित मंत्रालयों को भेजा है।
सूत्रों के अनुसार घरेलू बाजार में दालों की कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से काफी नीचे बनी हुई है, इसीलिए केंद्र सरकार ने पहले अरहर और फिर मूंग तथा उड़द के आयात की चालू वित्त वर्ष के लिए आयात की सीमा तय कर दी थी, लेकिन उससे भी दलहन की कीमतों में तेजी नहीं बन पाई। उसके बाद केंद्र सरकार ने दलहन के निर्यात को भी खोल दिया, लेकिन निर्यात सौदे भी ज्यादा नहीं होने से ज्यादातर दलहन के भाव एमएसपी  से नीचे ही बने हुए हैं।
कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार दलहन के कुल आयात में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी पीली मटर की है, अतः पीली मटर के आयात पर 15 फीसदी आयात शुल्क लगाने से आयात में कमी आयेगी, जिसका असर घरेलू बाजार में दलहन की कीमतों पर पड़ सकता है। वित्त वर्ष 2016-17 में दलहन का कुल आयात 66.08 लाख टन का हुआ था, जिसमें मटर की हिस्सेदारी 31.72 लाख टन की थी।..............   आर एस राणा

सोने की कीमतों पर दबाव

कच्चे तेल में आज छोटे दायरे में कारोबार देखा जा रहा है। हालांकि, ब्रेंट की कीमतें 27 महीने के ऊपरी स्तर पर बनी हुई हैं। ब्रेंट के दाम 59 डॉलर के पार हैं। सऊदी अरब की तरफ से सप्लाई में कटौती जारी रखने के संकेत से कच्चे तेल को सपोर्ट मिल रहा है। सोने में भी छोटे दायरे में कारोबार हो रहा है। कॉमेक्स पर सोना 1265 डॉलर के करीब है। अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने की संभावना से सोने की कीमतों पर दबाव है। चांदी पर भी दबाव बना हुआ है। कॉमैक्स पर चांदी 16.8 डॉलर पर कारोबार कर रही है। बेस मेटल्स में मुनाफावसूली देखी जा रही है। शंघाई में कॉपर 1 फीसदी नीचे है जबकि निकेल में 2 फीसदी की कमजोरी देखी जा रही है।

26 अक्टूबर 2017

कृषि मंत्रालय गेहूं पर आयात शुल्क बढ़ाने के पक्ष में

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में गेहूं की बुवाई में बढ़ोतरी हो इसलिए कृषि मंत्रालय गेहूं के आयात पर शुल्क में बढ़ोतरी करना चाहता है। इसीलिए कृषि मंत्रालय ने आयात शुल्क को 10 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी करने का प्रस्ताव संबंधित मंत्रालयों को भेजा है। कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इस आश्य का प्रस्ताव भेजा जा चुका है तथा उम्मीद है इस पर फैसला आगामी कैबिनेट की बैठक में हो जायेगा।
विदेशी बाजार में गेहूं के भाव नीचे होने के कारण 10 फीसदी आयात शुल्क लगने के बावजूद भी आयातित गेहूं सस्ता पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि नवंबर से गेहूं की बुवाई आरंभ हो जायेगी, इसलिए बुवाई में बढ़ोतरी हो इसलिए मंत्रालय आयात शुल्क में बढ़ोतरी चाहता है। मालूम हो कि केंद्र सरकार ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 110 रुपये की बढ़ोतरी कर रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए एमएसपी 1,735 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि उत्तर प्रदेश की कई मंडियों में गेहूं का भाव एमएसपी से काफी नीचे है।
केंद्रीय पूल में गेहूं का बंपर भंडार मौजूद है, लेकिन आयातित गेहूं सस्ता होने के कारण दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें एफसीआई से खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं की खरीद नहीं कर रही है, तथा आयातित गेहूं की खरीद ही ज्यादा कर रही है, ऐसे में खाद्य मंत्रालय भी चाहता है कि गेहूं का आयात बंद हो। .....  आर एस राणा

मूंग और उड़द के आयातकों को राहत

आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मूंग और उड़द के आयातकों को राहत देते हुए 21 अगस्त 2017 से पहले हो चुके आयात सौदे के आयात की मंजूरी दे दी है। इससे पहले केंद्र सरकार ने अरहर के आयातकों को भी राहत दी थी।
केंद्र सरकार ने 21 अगस्त 2017 को वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान मूंग और उड़द के आयात की 3 लाख टन की सीमा तय कर दी थी। सूत्रों के अनुसार तय सीमा के अंदर आयात हो चुका था इसलिए आयात बंद हो गया था लेकिन कई कंपनियों ने आयात सौदे सितंबर-अक्टूबर शिपमेंट के किए हुए थे, अतः उन्हीं कंपनियों को राहत मिलेंगी, जिन्होंने 21 अगस्त 2017 के पहले आयात सौदे या फिर पैमेंट कर दी थी।............  आर एस राणा

सोने की कीमतों में हल्की मजबूती

अमेरिका में सोने की कीमतों में हल्की मजबूती का रुख रहा। डॉलर की कमजोरी की वजह से सोना ढाई हफ्तों के निचले स्तरों से उबरने में कामयाब रहा और ये 1278 डॉलर के पार निकल गया। यूरोपीय सेंट्रल बैंक की आज अहम बैठक है। ऐसे में डॉलर पर थोड़ा दबाव दिखा है। क्रूड की बात करें तो इसमें मामूली कमजोरी रही। ब्रेंट क्रूड हल्का गिरकर 58 डॉलर के करीब रहा। बुधवार को जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में क्रूड की इंवेंट्री में 8.5 लाख बैरल की बढ़ोतरी हुई है। एल्युमीनियम की बात करें तो एलएमई पर इसकी कीमतें 5 साल के उच्च शिखर पर पहुंच गई हैं। डॉलर के मुकाबले रुपये की शुरुआत मजबूत हुई है।

चीनी पर स्टॉक लिमिट की अवधि 6 माह बढ़ाई

आर एस राणा
नई दिल्ली। चीनी का नया पेराई सीजन 2017-18 आरंभ हो गया है, तथा कुछ चीनी मिलों ने पेराई भी आरंभ कर दी है, लेकिन केंद्र सरकार ने चीनी पर स्टॉक लिमिट की अवधि को 6 महीने के बढ़ा दिया है।
चीनी पर स्टॉक लिमिट की अवधि 28 अक्टूबर 2017 को समाप्त हो रही है, अतः चीनी की कीमतों को काबू में रखने के लिए केंद्र सरकार स्टॉक लिमिट की अवधि को अप्रैल 2018 तक बढ़ा दिया है। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार चीनी की कीमतें उंची होने के कारण स्टॉक लिमिट की अवधि को बढ़ाया है। दिल्ली में चीनी के भाव 4,000 से 4,050 रुपये प्रति क्विंटल हैं।
चीनी पर स्टॉक लिमिट कारोबारियों के लिए 500 टन या फिर 30 दिन के टर्नओवर की लिमिट है। चीनी का उत्पादन घटने के कारण कीमतें बढ़ी थी, जबकि चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है इसलिए आगे चीनी कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है। पेराई सीजन 2016-17 में चीनी का उत्पादन केवल 203 लाख टन का ही हुआ था। ...............   आर एस राणा

25 अक्टूबर 2017

26 अक्टूबर 2017 का मौसम पूर्वानुमान

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के देश भर से वापस होने के लिए स्थितियाँ अनुकूल बनी हुई हैं। जबकि तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में उत्तर-पूर्वी मॉनसून वर्षा के शुरू होने में अब देर नहीं है। यानि इन राज्यों में जल्द ही उत्तर-पूर्वी मॉनसून दस्तक दे सकता है।
जम्मू कश्मीर और आसपास के हिस्सों पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है।
अरब सागर के दक्षिण-पूर्वी भागों में केरल के तटों के करीब एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दिखाई दे रहा है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों पर भी एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है।
तीसरा चक्रवाती सिस्टम पाकिस्तान के मध्य भागों और इससे सटे पश्चिमी राजस्थान पर दिखाई दे रहा है।
पश्चिमी असम से उत्तरी बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है।
पिछले 24 घंटों के दौरान तटीय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह तथा असम में हल्की से मध्यम वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
आंध्र प्रदेश के तटीय हिस्सों में भी कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की वर्षा दर्ज की गई है। ओड़ीशा, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में एक-दो स्थानों पर बारिश की गतिविधियां देखने को मिली हैं।
देश के बाकी सभी हिस्सों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहा।
उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के भागों में न्यूनतम तापमान में 1-2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
आगामी 24 घंटों के दौरान तटीय कर्नाटक एवं दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।
दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह और लक्षद्वीप में भी कुछ स्थानों पर गरज के साथ बौछारें गिर सकती हैं।
दक्षिणी छत्तीसगढ़, तटीय ओड़ीशा में कुछ स्थानों पर जबकि असम और रायलसीमा में एक-दो जगह हल्की बारिश होने की संभावना है।
देश के बाकी सभी भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहेगा।    ..............www.skymet.com

ब्रेंट क्रूड 4 हफ्ते की ऊंचाई पर

ब्रेंट क्रूड 4 हफ्ते की ऊंचाई पर नजर आ रहा है। इराक का एक्सपोर्ट घटने से कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। हालांकि मुनाफा वसूली से घरेलू बाजार में कमजोरी दिख रही है। डॉलर में मजबूती से सोने पर दबाव बना हुआ है। कॉमेक्स पर सोने में 0.25 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। घरेलू बाजार में सोने के दाम 29 हजार 5 सौ रुपये के नीचे आ गए हैं। नए फेड चेयरमैन के एलान से पहले सोना नर्वस दिख रहा है। इसके साथ ही इक्विटी बाजार में आई जोरदार मजबूती की वजह से सोना कमजोर हुआ है।

गुजरात से मूंगफली की एमएसपी पर खरीद शुरु

आर एस राणा
नई दिल्ली। गुजरात से मूंगफली की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद आज से चालू हो गई है तथा मूूंगफली की खरीद के लिए राज्य सरकार ने 110 खरीद केंद्र बनाए हैं। राज्य से 3.50 लाख टन मूंगफली की खरीद एमएसपी पर करने की योजना है।
उद्योग के अनुसार चालू खरीफ में राज्य में मूंगफली की पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है। साल्वेंट एक्सट्रेर्क्टस एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार गुजरात में मूंगफली का उत्पादन बढ़कर 31.45 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल राज्य में इसका उत्पादन 29.4 लाख टन का उत्पादन हुआ था। हालांकि चालू खरीफ में राज्य में मूंगफली की बुवाई में कमी आई है।
राज्य से मूंगफली की खरीद नेफैड के साथ ही गुजरात कॉ-आपरेटिव ऑयल सीड ग्रोवर फेडरेशन लिमिटड के माध्यम से की जायेगी। गुजरात से मूंगफली की खरीद के लिए केंद्र सरकार ने 1,557.50 करोड़ रुपये की मंजूरी दी हुई है।
राज्य की उत्पादक मंडियों में मूंगफली के भाव 3,200 से 4,000 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2017-18 के लिए मूंगफली का एमएसपी 4,450 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। उत्पादक मंडियों में मूंगफली की दैनिक आवक बढ़ने लगी है तथा सरकारी खरीद के बावजूद भी आवक बढ़ने पर मूंगफली के भाव में गिरावट ही आने की आशंका है।....................   आर एस राणा

24 अक्टूबर 2017

गेहूं के एमएसपी में 110 रुपये की बढ़ोतरी -संशोधित खबर

आर एस राणा
नई दिल्ली। रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 110 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 1,735 रुपये प्रति क्विंटल प्रति क्विंटल तय किया है।
सूत्रों के अनुसार रबी दलहन की प्रमुख चना के एमएसपी में 200 रुपये की बढ़ोतरी के अलावा 200 रुपये प्रति क्विंटल के बोनस को मिलाकर कुल बढ़ोतरी 400 रुपये की करके रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए एमएसपी 4,400 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। मसूर के एमएसपी में भी 200 रुपये की बढ़ोतरी के साथ ही 100 रुपये बोनस को मिलाकर कुल बढ़त 300 रुपये की करके एमएसपी 4,250 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
रबी की अन्य फसलों में जौ के एमएसपी में 85 रुपये की बढ़ोतरी कर एमएसपी 1,410 रुपये और सनफ्लावर के एमएसपी में 400 रुपये की बढ़ोतरी कर एमएसपी 4,100 रुपये तथा सरसों के एमएसपी में 300 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 4,000 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। .............  आर एस राणा

गेहूं के एमएसपी में 110 रुपये और दलहन में 200 रुपये की बढ़ोतरी

आर एस राणा
नई दिल्ली। रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 110 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 1,735 रुपये प्रति क्विंटल प्रति क्विंटल तय किया है जबकि रबी दलहन के एमएसपी में 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी की बैठक में रबी दलहन की प्रमुख चना के एमएसपी में 200 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 4,200 रुपये और मसूर के एमएसपी में भी 200 रुपये की बढ़ोतरी भाव 4,150 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
गेहूं का घरेलू मंडियों में स्टॉक ज्यादा है, जबकि आयातित गेहूं अभी भी सस्ता है इसलिए गेहूं के एमएसपी में बढ़ोतरी से घरेलू बाजार में गेहूं की कीमतों में बड़ी तेजी की संभावना नहीं है। सर्दियों का सीजन होने के कारण आगे गेहूं उत्पादों की मांग बढ़ेगी, इसलिए हल्का सुधार आ सकता है। चना के भाव उत्पादक मंडियों में एमएसपी से उपर है जबकि मसूर एमएसपी से नीचे बिक रही है। एमएसपी में बढ़ोतरी का इनके भाव में भी तेजी की उम्मीद नहीं है।.............  आर एस राणा

कच्चे तेल की कीमतों में हल्की बढ़त

कच्चे तेल की कीमतों में आज हल्की बढ़त देखी जा रही है। ब्रेंट 57 डॉलर के ऊपर कारोबार कर रहा है।  नायमेक्स में कच्चा तेल 52 डॉलर के करीब है। इराक के एक्सपोर्ट में कमी और अमेरिका में भंडार घटने के कारण क्रूड को सपोर्ट मिल रहा है। कुर्दिस्तान में चल रहे संघर्ष के कारण इराक का एक्सपोर्ट 2 लाख बैरल प्रति दिन घटा है। अमेरिका का भंडार पिछले हफ्ते 25 लाख बैरल घटने के आसार हैं। सोने में 2 हफ्ते के निचले स्तर से सुधार आया है। डॉलर में कमजोरी से सोने को सपोर्ट मिल रहा है। कॉमेक्स पर सोना 1280 डॉलर के ऊपर कारोबार कर रहा है। चांदी में 0.25 फीसदी की तेजी है। डॉलर में कमजोरी का असर मेटल्स पर भी दिख रहा है। शंघाई में कॉपर करीब 2 फीसदी की तेजी दिखा रहा है। वहीं निकेल और जिंक में भी 1 फीसदी से ज्यादा की तेजी है।

23 अक्टूबर 2017

गुजरात में कपास पर 500 रुपये का बोनस देगी राज्य सरकार

आर एस राणा
नई दिल्ली। गुजरात में कपास की सरकारी खरीद पर राज्य सरकार किसानों को 500 रुपये प्रति क्विंटल का बोनस देगी। सूत्रों के अनुसार गुजरात से राज्य सरकार के साथ ही कॉटन कारर्पोरेशन आफ इंडिया (सीसीआई) भी कपास की खरीद इसके भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे आने पर करेगी।
उत्पादक मंडियों में कपास की दैनिक आवक बढ़ने से इसके भाव में आगे गिरावट आने का अनुमान है इसीलिए राज्य सरकार ने एमएसपी पर बोनस देने की घोषणा की है। मालूम हो कि चालू खरीफ विपणन सीजन 2017-18 के लिए केंद्र सरकार ने मीडियम स्टेपल कपास का एमएसपी 4,020 रुपये और लौंग स्टेपल कपास का एमएसपी 4,320 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।
चालू खरीफ में कपास के बुवाई क्षेत्रफल में हुई बढ़ोतरी से इसका उत्पादन पिछले साल से ज्यादा होने का अनुमान है। ..............   आर एस राणा

23 अक्टूबर से 29 अक्टूबर, 2017

भारत के उत्तरी और मध्य राज्यों में शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलेंगी और मौसम शुष्क रहेगा। तापमान में धीरे-धीरे गिरावट होने के आसार हैं। पूर्वोत्तर तथा दक्षिणी राज्यों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधियां जारी रह सकती हैं।
जम्मू और कश्मीर में एक-दो स्थानों पर 24 अक्टूबर तक हल्की वर्षा हो सकती है। उसके पश्चात उत्तर भारत के सभी पर्वतीय राज्यों में मौसम शुष्क हो जाएगा। उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में भी शुष्क मौसम जारी रहेगा। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में अब उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रभाव बढ़ेगा जिसके चलते दिन और रात के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट का क्रम शुरू होगा।
सप्ताह के अंत तक हिसार, सिरसा, भिवानी, जालंधर, पठानकोट, गुरदासपुर जैसे शहरों सहित पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में तापमान में अच्छी गिरावट होगी जिससे इन भागों में हल्की ठंडक शुरू हो जाएगी।
दक्षिणी छत्तीसगढ़, विदर्भ के कुछ हिस्सों और मराठवाड़ा में 25 अक्टूबर तक कहीं-कहीं हल्की बारिश जारी रह सकती है। उसके पश्चात मौसम शुष्क हो जाएगा। गुजरात, पश्चिमी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में तापमान 35 डिग्री से भी ऊपर रहेगा जिससे इन भागों में अभी भी मौसम काफी गर्म बना रहेगा। इन भागों में अगले 2-3 दिनों में दिन और रात के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट होने की संभावना है।
पूर्वी असम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में अगले 48 घंटों तक कई जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। इन भागों में 48 घंटों के बाद भी बारिश कम हो जाएगी और एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश जारी रह सकती है। 27 अक्टूबर से मौसम शुष्क हो जाएगा।
अगले 24 घंटों के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की बारिश हो सकती है। उसके पश्चात भागों में मौसम शुष्क हो जाएगा। बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहले से ही मौसम शुष्क बना हुआ है। इन भागों में इस सप्ताह बारिश के आसार नहीं हैं।
दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तरी आंतरिक और तटीय कर्नाटक में 24 अक्टूबर तक कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। तटीय और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और इससे सटे केरल में 25 अक्टूबर से हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिलेगी। इन भागों में बारिश की गतिविधियां 28 अक्टूबर तक जारी रहेगी। तमिलनाडु में भी 26 से 28 अक्टूबर के बीच बारिश बढ़ सकती है। रायलसीमा में रुक-रुक कर हल्की वर्षा दर्ज की जा सकती है। दक्षिण भारत के अधिकांश हिस्सों में 29 अक्टूबर से मौसम शुष्क हो जाएगा।   ........www.skymet.com


कपास के नकली बीज बेचने वालों पर होगी कार्रवाई !

किसानों को कपास का नकली बीज बेचने के मामले पर केंद्र सरकार एक्शन में आ गई है। कृषि मंत्रालय ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद को मामले की जांच का जिम्मा दिया है। कृषि सचिव शोभना पटनायक ने जांच रिपोर्ट जल्द आने की उम्मीद जताई है। उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट के बाद सरकार जरूरी कार्रवाई करेगी। दरअसल तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र के कई इलाकों में इस साल कपास के नकली बीज बेचने का मामला सामने आया था। पिछले हफ्ते महाराष्ट्र की स्पेशल टास्क फोर्स ने मामले की जांच सीबीआई से कराने का सुझाव दिया था। इस साल जून में हैदराबाद पुलिस ने 4 लोगों को नकली बीज बेचने के जुर्म में गिरफ्तार किया था। इसके अलावा पंजाब सरकार भी अपने स्तर पर इस मामले में जांच कर रही है।

सोने में गिरावट बढ़ गई

दिवाली के बाद से सोने में गिरावट बढ़ गई है। ग्लोबल मार्केट में सोने का दाम पिछले दो हफ्ते के निचले स्तर पर आ गया है। कॉमैक्स पर फिलहाल ये 1280 डॉलर के नीचे कारोबार कर रहा है। येन तीन महीने की ऊंचाई पर चला गया है। वहीं अमेरिका में घरों की बिक्री बढ़ गई है। साथ ही भारत में सोने के इंपोर्ट पर सरकार ने सख्ती बढ़ा दी है और आज से गोल्ड बॉन्ड भी खुल रहा है। ऐसे में सोने की कीमतों पर चौतरफा मार पड़ी है। वहीं चांदी में भी दबाव है और इसका दाम 17 डॉलर के नीचे आ गया है। सप्लाई में कमी और मांग बढ़ने के अनुमान से कच्चे तेल में तेजी आई है। नायमैक्स पर डब्ल्यूटीआई क्रूड 52 डॉलर के ऊपर कारोबार हो रहा है। साथ ही भारत में कच्चे तेल का इंपोर्ट रिकॉर्ड स्तर पर चला गया है। सितंबर में यहां रोजाना करीब 48.3 लाख बैरल क्रूड का इंपोर्ट हुआ है जो अगस्त के मुकाबले करीब 19 फीसदी ज्यादा है। मांग बढ़ने के अनुमान से लंदन मेटल एक्सचेंज पर कॉपर में भी तेजी का रुख है। इसमें करीब 0.5 फीसदी ऊपर कारोबार हो रहा है। आज डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी है और 1 डॉलर की कीमत 65 रुपये के पार है।


21 अक्टूबर 2017

एग्री कमोडिटी में आगे की रणनीति कैसे बनाए

एग्री कमोडिटी दलहन, तिलहन, और मसालों के साथ ही गेहूं, मक्का, जौ, कपास, खल, बिनौला, ग्वार सीड, चीनी, और कपास आदि की कीमतों में कब आयेगी तेजी तथा आगे की रणनीति कैसे बनाये, भाव में कब आयेगी तेजी, किस भाव पर स्टॉक करने पर मिलेगा मुनाफा, क्या रहेगी सरकार की नीति, आयात-निर्यात की स्थिति के साथ ही विदेष में कैसी है पैदावार, इन सब की स्टीक जानकारी के लिए हमसे जुड़े............एग्री कमोडिटी की दैनिक रिपोर्ट के साथ ही मंडियों के ताजा भाव आपको ई-मेल से हिंदी में भेजे जायेंगे एग्री जिंसों के अलावा किराना में हल्दी, जीरा, धनिया, लालमिर्च, इलायची, कालीमिर्च आदि की जानकारी भी हिंदी में ई-मेल के माध्यम से दी जायेगी।
............एक महीना रिपोर्ट लेने का चार्ज मात्र 1,000 रुपये, 6 महीने का 5,000 रुपये और एक साल का केवल 8,000 रुपये........
एग्री कमोडिटी की दैनिक रिपोर्ट के लिए ----------------हमें ई-मेल करे या फिर फोन पर संपक करें।

आर एस राणा
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एनसीडीईएक्स और एमसीएक्स पर एग्री कमोडिटी की दैनिक टिप्स

प्रिय पाठकों,
एनसीडीईएक्स और एमसीएक्स पर एग्री कमोडिटी में दैनिक आधार पर किस भाव पर खरीद करें, क्या स्टोप लोस लगाए तथा टारगेट क्या है। ट्रायल लेने के लिए हमें फोन करें या ई-मेल करें,। यह सर्विस मोबाईल पर एसएमएस के माध्यम से दी जायेगी। इस सेवा के लिए हमें ई मेल
rsrana2001@gmail.com, rsrana2017@yahoo.com,   पर भेजे या फिर मोबाईल नं0 - 09811470207 पर संपर्क करें।
धन्यवाद,
आर एस राणा
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21 अक्टूबर 2017 का मौसम पूर्वानुमान

डिप्रेशन अब ओडिशा पर बना हुआ है और इसके उत्तर के ओर बढ्ने की उम्मीद है। यह सिस्टम  के आज शाम तक एक निम्न दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा।
मध्य महाराष्ट्र और आस पास के इलाकों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
पाकिस्तान के मध्य भागों में एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पर देखा जा सकता है।
 पिछले 24 घंटों के दौरान ओडिशा में अत्यधिक भारी बारिश दर्ज़ की गयी।
मध्यम से भारी बारिश नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, गंगीय पश्चिम बंगाल और उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में देखी गयी।
पूर्वोत्तर राज्य, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, दक्षिण केरल, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के शेष हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
तेलंगाना, विदर्भ और हिमाचल प्रदेश के कुछ जगहों पर भी हल्की बारिश देखी गई।
गुरुवार को 08:30 बजे से पिछले 24 घंटों में, बालासोर में 151 मिमी वर्षा दर्ज़ की गयी, चांदबाली 120 मिमी, भुवनेश्वर 82 मिमी, फूलबनी 87 मिमी, और बारिपाड़ा 70 मिमी।
उत्तर ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, पश्चिम असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में मध्यम भारी बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर राज्यों के शेष हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
छत्तीसगढ़, पूर्व बिहार, विदर्भ, तेलंगाना, पूर्व मध्य प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप द्वीप, दक्षिण केरल और चेन्नई सहित उत्तरी तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। ...........www.skymet.com

18 अक्टूबर 2017

दूध की कीमतों पर सरकारी नियंत्रण!

सरकार दूध की कीमतों पर लगाम लगाने की तैयारी में है। कृषि मंत्रालय ने मत्रियों के समूह को दूध को आवश्यक वस्तु अधिनियम में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा है। आवश्यक वस्तु अधिनियम में आने से दूध के भाव पर सरकारी नियंत्रण होगा। इस कदम से किसानों और ग्राहकों को फायदा होगा। नंवबर से मार्च तक दूध की सप्लाई बढ़ जाती है। लिहाजा सरकार के दूध के भाव के लिए प्रस्तावित प्राइस स्टेबलाइजेशन फंड से किसानों को मदद मिल सकती है।

चीनी की कीमतों में दीपावली बाद आयेगी गिरावट, बकाया स्टॉक कम

आर एस राणा
नई दिल्ली। चीनी की कीमतें उत्पादक राज्यों में स्थिर बनी हुई है। दिल्ली में चीनी के भाव 4,050 से 4,100 रुपये प्रति क्विंटल रहे। दीपावली के बाद चीनी की कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है, हालांकि चालू पेराई सीजन के आरंभ में चीनी का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में कम रहेगा।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएषन (इस्मा) के अनुसार चालू पेराई सीजन 2017-18 के आरंभ में चीनी का बकाया स्टॉक केवल 40 लाख टन का ही बचेगा जबकि पिछले साल नए पेराई सीजन के आरंभ में बकाया स्टॉक 77.50 लाख टन का था।
पेराई सीजन 2016-17 में चीनी की खपत 245 लाख टन की हुई थी, जबकि उत्पादन 203 लाख टन का हुआ था। केंद्र सरकार ने शुन्य शुल्क पर 5 लाख टन चीनी के आयात को मंजूरी दी थी। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू सीजन में गन्ने के बुवाई क्षेत्रफल में बढ़ोतरी हुई है इसलिए चीनी का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है। ......  आर एस राणा

ब्रेंट का दाम 58 डॉलर के पार

कच्चे तेल में तेजी आई है और ब्रेंट का दाम 58 डॉलर के पार चला गया है। वहीं नायमैक्स क्रूड में 52 डॉलर के ऊपर कारोबार हो रहा है। अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार 71 लाख बैरल गिर गया है। वहीं अमेरिका और ईरान के बीच तनाव के बीच इराक से भी कच्चे तेल की सप्लाई में कमी की अशंका है। ऐसे में क्रूड की कीमतों को दोहरा सपोर्ट मिला है। कल की गिरावट के बाद आज सोने में भी रिकवरी आई है और कॉमैक्स पर सोना 1 हफ्ते के निचले स्तर से करीब 0.25 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहा है। वहीं चांदी में करीब 0.5 फीसदी की रिकवरी आई है।

17 अक्टूबर 2017

18 अक्टूबर 2017 का मौसम पूर्वानुमान

बंगाल की खाड़ी के मध्य पश्चिम में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह सिस्टम आने वाले समय में और प्रभावशाली होते हुए डिप्रेशन बन सकता है। यह सिस्टम 19 अक्तूबर को उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओड़ीशा के बीच से ज़मीनी हिस्सों पर पहुंचेगा।
कर्नाटक के तटीय हिस्सों के करीब अरब सागर के मध्य पूर्व में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने इन दोनों मौसमी सिस्टमों को एक ट्रफ रेखा जोड़ रही है।
जम्मू कश्मीर के पूर्वी भागों पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है।
पिछले 24 घंटों के दौरान कोंकण गोवा और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
तमिलनाडु, केरल, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह तथा लक्षद्वीप में अधिकांश स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बौछारें दर्ज की गई हैं।
नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में भी एक-दो स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई।
पिछले 24 घंटों के दौरान मुंबई में 32 मिलीमीटर वर्षा हुई। चेन्नई में 24 और गोवा में 21 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।
उत्तरी तमिलनाडु, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के कुछ भागों, तटीय कर्नाटक, उत्तरी केरल, दक्षिणी कोंकण व गोवा तथा आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
तटीय ओड़ीशा, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
देश के बाकी सभी भागों में बारिश के आसार ना के बराबर हैं, यानि शेष सभी हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा।.....www.skymet.com

सितंबर में वनस्पति तेलों का आयात 9 फीसदी बढ़ा

आर एस राणा
नई दिल्ली। सितंबर महीने में वनस्पति तेलों के आयात में 9 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल आयात 1,519,277 टन का हुआ है जबकि पिछले साल सितंबर में 1,399,993 टन का आयात हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार सितंबर में हुए कुल आयात में 1,501,283 टन खाद्य तेलों का और 17,994 टन अखाद्य तेलों का आयात हुआ है तथा चालू तेल वर्ष (नवंबर-16 से अक्टूबर-17) के पहले 11 महीने में से किसी एक महीने में वनस्पति तेलों का आयात सितंबर में सबसे ज्यादा हुआ है। चालू तेल वर्ष के पहले 11 महीनों में वनस्पति तेलों का आयात 5 फीसदी बढ़कर कुल आयात 14,268,845 टन का हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात 13,565,548 टन का हुआ था।
आयातित वनस्पति तेलों की कीमतों में अगस्त के मुकाबले सितंबर महीने में बढ़ोतरी हुई है, हालांकि पिछले साल के सितंबर के मुकाबले भाव नीचे ही हैं। अगस्त महीने में भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पामोलीन का भाव 684 डॉलर प्रति टन था जोकि सितंबर में बढ़कर 729 डॉलर प्रति टन हो गया। इसी तरह से क्रुड पॉम तेल का भाव सितंबर में बढ़कर 730 डॉलर प्रति टन हो गया, जबकि अगस्त में इसका भाव 670 डॉलर प्रति टन था। क्रुड सोयाबीन तेल का भाव अगस्त के 813 डॉलर प्रति टन से बढ़कर सितंबर में 836 डॉलर प्रति टन हो गया। ........आर एस राणा

डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी

 आज डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी देखी जा रही है। डॉलर की कीमत 64.90 रुपये के पास है। ग्लोबल मार्केट में सोने में बेहद छोटे दायरे में कारोबार हो रहा है। कल 1300 डॉलर का स्तर छूने के बाद इसमें दबाव दिखा है और फिलहाल ये 1295 डॉलर के नीचे कारोबार कर रहा है। चांदी में हालांकि तेजी जारी है और इसका दाम 17 डॉलर के ऊपर है। कच्चे तेल की तेजी पर ब्रेक लग गया है।

16 अक्टूबर 2017

गुजरात में मूंगफली का उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में मूंगफली का उत्पादन बढ़कर 31.45 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल खरीफ सीजन में राज्य में 29.40 लाख टन का ही उत्पादन हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई राज्य में पिछले साल की तुलना में घटी है, इसके बावजूद भी उत्पादन पिछले साल की तुलना में बढ़ने की संभावना है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ सीजन में गुजरात में मूंगफली की बुवाई घटकर 16 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल राज्य में 16.42 लाख हैक्टेयर में मूंगफली की बुवाई हुई थी।.............  आर एस राणा

दिवाली और धनतेरस से पहले सोना महंगा

दिवाली और धनतेरस से पहले सोना महंगा होने लगा है। ग्लोबल मार्केट में इसका दाम 1300 डॉलर के पार चला गया है जो पिछले 3 हफ्ते का ऊपरी स्तर है। चांदी में भी 17 डॉलर के ऊपर कारोबार हो रहा है। डॉलर में नरमी से सोने और चांदी की कीमतों को सपोर्ट मिला है। कच्चे तेल में जोरदार तेजी आई है और इसका दाम करीब 1 फीसदी बढ़ गया है। ईरान के खिलाफ अमेरिका की नई आर्थिक पाबंदी के बाद कच्चे तेल की कीमतों को सपोर्ट मिला है। अमेरिका ने ईरान के न्यूक्लीयर डील को मंजूरी देने से इनकार कर दिया है। वहीं अमेरिका में क्रूड का उत्पादन भी घटने का अनुमान है। ऐसे में ब्रेंट का दाम 58 डॉलर के बेहद करीब पहुंच गया है। वहीं नायमैक्स क्रूड में भी 52 डॉलर के पास कारोबार हो रहा है। आज डॉलर के मुकाबले रुपये में फिर से कमजोरी आई है। एक डॉलर की कीमत 64.70 पैसे के पार है।

14 अक्टूबर 2017

15 अक्टूबर 2017 का मौसम पूर्वानुमान

एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान पर बना हुआ है।
एक चक्रवती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर पर देखा जा सकता है। यह प्रणाली पश्चिम-उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ्ने की संभावना है और धीरे-धीरे मजबूत होगी।
एक और चक्रवती सिस्टम अरब समुद्र की ओर से तट से दूर हो रहा है। एक ट्रफ रेखा इन दोनों चक्रवती सिस्टमो को महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से जोड़ रही है।
एक उत्तर-दक्षिण ट्रौघ रेखा उप हिमालय पश्चिम बंगाल, गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए बांग्लादेश तक बनी हुई है।
पिछले 24 घंटों के दौरान, केरल,कर्नाटक और पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश हुई।
तमिलनाडु, मध्य महाराष्ट्र, दक्षिणपूर्व मध्य प्रदेश और गंगीय पश्चिम बंगाल में कुछ स्थानो पर मध्यम वर्षा हुईं।
विदर्भ, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, ओडिशा पर हल्की बारिश हुई,जबकि दक्षिणपूर्व गुजरात और बिहार में एक दो स्थानो पर हल्की बारिश हुई।
पश्चिमी राजस्थान और कच्छ में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर है।उत्तर पश्चिमी और मध्य भारत के हिस्सों पर शुष्क मौसम जारी रहा।विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उत्तर-पश्चिम मैदानी इलाकों में धुन्ध में वृद्धि हुई है।
शुक्रवार को सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों में उत्तरी लखीमपुर में 96 मिमी बारिश दर्ज की गई, डिब्रूगढ़ और मिदनापुर में 74 मिमी बारिश दर्ज की गई, चिंदवड़ा में 85 मिमी और सिलचर में 60 मिमी बारिश हुई।
केरल, आंध्र प्रदेश, दक्षिण आंतरिक, तटीय कर्नाटक और आसपास के मध्य महाराष्ट्रमें कई जगहों पर मध्यम बारिश की संभावना है ।
तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, दक्षिण उड़ीसा, दक्षिण छत्तीसगढ़, पूर्वोत्तर राज्यों, मध्य प्रदेश और गंगीय पश्चिम बंगाल में कुछ स्थानो पर हल्की से माध्यम बारिश होने की संभावना है।
उत्तर-पश्चिम मैदानी इलाकों में धुन्ध रहेगी।  .............www.skymet.com

एग्री कमोडिटी में आगे की रणनीति कैसे बनाए

एग्री कमोडिटी दलहन, तिलहन, और मसालों के साथ ही गेहूं, मक्का, जौ, कपास, खल, बिनौला, ग्वार सीड, चीनी, और कपास आदि की कीमतों में कब आयेगी तेजी तथा आगे की रणनीति कैसे बनाये, भाव में कब आयेगी तेजी, किस भाव पर स्टॉक करने पर मिलेगा मुनाफा, क्या रहेगी सरकार की नीति, आयात-निर्यात की स्थिति के साथ ही विदेष में कैसी है पैदावार, इन सब की स्टीक जानकारी के लिए हमसे जुड़े............एग्री कमोडिटी की दैनिक रिपोर्ट के साथ ही मंडियों के ताजा भाव आपको ई-मेल से हिंदी में भेजे जायेंगे एग्री जिंसों के अलावा किराना में हल्दी, जीरा, धनिया, लालमिर्च, इलायची, कालीमिर्च आदि की जानकारी भी हिंदी में ई-मेल के माध्यम से दी जायेगी।
............एक महीना रिपोर्ट लेने का चार्ज मात्र 1,000 रुपये, 6 महीने का 5,000 रुपये और एक साल का केवल 8,000 रुपये........
एग्री कमोडिटी की दैनिक रिपोर्ट के लिए ----------------हमें ई-मेल करे या फिर फोन पर संपक करें।

आर एस राणा
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एनसीडीईएक्स और एमसीएक्स पर एग्री कमोडिटी की दैनिक टिप्स

प्रिय पाठकों,
एनसीडीईएक्स और एमसीएक्स पर एग्री कमोडिटी में दैनिक आधार पर किस भाव पर खरीद करें, क्या स्टोप लोस लगाए तथा टारगेट क्या है। ट्रायल लेने के लिए हमें फोन करें या ई-मेल करें,। यह सर्विस मोबाईल पर एसएमएस के माध्यम से दी जायेगी। इस सेवा के लिए हमें ई मेल
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धन्यवाद,
आर एस राणा
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13 अक्टूबर 2017

14 अक्टूबर 2017 का मौसम पूर्वानुमान

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2017 उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश और गुजरात के बाकी हिस्सों से भी विदा हो गया है। मॉनसून के उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कुछ और भागों से वापसी के लिए मौसमी स्थितियाँ अनुकूल बनी हुई हैं।
बिहार और आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
एक चक्रवाती सिस्टम अरब सागर के मध्य-पूर्व में और एक कोंकण और गुजरात के तटों के पास दिखाई दे रहा है। इन दोनों मौसमी सिस्टमों को एक ट्रफ रेखा आपस में जोड़ रही है। उत्तर भारत के करीब मध्य पाकिस्तान पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र स्थिर है।
पश्चिमी विक्षोभ इस समय उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू कश्मीर पर दिखाई दे रहा है।
बंगाल की खाड़ी में दक्षिण-पूर्वी हिस्सों और अंडमान सागर पर भी बीते दो दिनों से चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम से तमिलनाडु होते हुए दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक तक एक ट्रफ रेखा दिखाई दे रही है।
पिछले 24 घंटों के दौरान रायलसीमा, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, उत्तरी तमिलनाडु, केरल और विदर्भ में गरज के साथ मध्यम से भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
असम और मणिपुर में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम जबकि एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की गई है।
दक्षिणी गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह और लक्षद्वीप में कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखने को मिली हैं।
बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में एक-दो स्थानों पर बादलों की गर्जना के साथ हल्की से मध्यम बौछारें दर्ज की गईं।
पिछले 24 घंटों की अवधि में आरोग्यवरम में 108 मिलीमीटर की भारी वर्षा हुई। अमरावती में 78, बंगलुरु में 68, पुनालूर में 65, मजबत में 64, वाशिम में 52, जालना में 40 और बीजापुर में 37 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई।
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, तेलंगाना, दक्षिणी ओडिशा, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और रायलसीमा में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम जबकि एक-दो जगहों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
आंतरिक तमिलनाडु, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह, कर्नाटक के शेष हिस्सों, दक्षिणी-मध्य महाराष्ट्र, दक्षिणी कोंकण गोवा, दक्षिणी छत्तीसगढ़ और विदर्भ में कुछ स्थानों पर हल्की और एक या दो जगहों पर मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है।
दक्षिणी मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड में एक-दो स्थानों पर गरज के साथ वर्षा रिकॉर्ड की जा सकती है।
देश के प्रमुख शहरों में हैदराबाद में मध्यम जबकि चेन्नई, मुंबई और कोलकाता में गरज के साथ हल्की बारिश होने के आसार हैं। दिल्ली-एनसीआर, जयपुर और लखनऊ में शुष्क मौसम का दौर जारी रहेगा।   .....www.skymet.com

मूंगफली दाने के निर्यात में गिरावट, भाव में तेजी की उम्मीद नहीं

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान मूंगफली दाने के निर्यात में भारी कमी आई है। इस दौरान मूंगफली दाने का निर्यात घटकर केवल 1.57 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 2.10 लाख टन का हुआ था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष 2017-18 के अप्रैल से अगस्त के दौरान मूंगफली दाने का निर्यात घटकर 1,182.37 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 1,828.95 करोड़ रुपये का हुआ था।
चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई में कमी आई है, लेकिन इसके बावजूद भी कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। उत्पादक मंडियों में आगे दैनिक आवक बढ़ने पर मौजूदा भाव में 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ सकती है। गुजरात की मंडियों में मूंगफली के भाव 3,400 से 4,200 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई घटकर 41.57 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 46.97 लाख हैक्टेयर में हुई थी। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में मूंगफली की बुवाई 16.25 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 16.43 लाख हैक्टेयर में हुई थी। राजस्थान में मूंगफली की बुवाई पिछले साल के 6.16 लाख हैक्टेयर के मुकाबले घटकर केवल 5.90 लाख हैक्टेयर में ही हुई है। अन्य राज्यों में कर्नाटका में मूंगफली की बुवाई 3.79 लाख हैक्टेयर में, आंध्रप्रदेश में 6.66 लाख हैक्टेयर में, मध्य प्रदेश में 2.18 लाख हैक्टेयर में और महाराष्ट्र में 2.13 लाख हैक्टेयर के अलावा तमिलनाडु में 1.64 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई है। ..........   आर एस राणा

शीसम सीड के निर्यात में 12.73 फीसदी की कमी

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान शीसम सीड के निर्यात में मूल्य के हिसाब से 12.73 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 1,050.98 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 1,204.26 करोड़ रुपये का हुआ था। हालांकि चालू खरीफ में इसकी बुवाई कम हुई है लेकिन निर्यात मांग कमजोर होने के कारण भाव में तेजी की संभावना नहीं है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ सीजन में शीसम सीड की बुवाई घटकर 14.19 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इसकी बुवाई 16.25 लाख हैक्टेयर में हुई थी। प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में जहां बुवाई में बढ़ोतरी हुई है, वहीं उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बुवाई घटी है। मध्य प्रदेश में इसकी बुवाई बढ़कर 4.24 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई केवल 3.80 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। उत्तर प्रदेश में चालू खरीफ में शीसम सीड की बुवाई घटकर 3 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 4.30 लाख हैक्टेयर में हुई थी। राजस्थान में चालू खरीफ में बुवाई घटकर 2.72 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल 3.44 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। अन्य राज्यों में उड़ीसा में 1.42 लाख हैक्टेयर में और गुजरात में 1.11 लाख हैक्टेयर में शीसम सीड की बुवाई हुई है।.........  आर एस राणा

डॉलर के मुकाबले रुपये में रिकवरी

डॉलर के मुकाबले रुपये में आज शानदार रिकवरी आई है और 1 डॉलर की कीमत 65 रुपये के नीचे आ गई है। रुपये की इस चाल का असर घरेलू कमोडिटी बाजार पर दिख सकता है। ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल का दाम फिर से बढ़ने लगा है। फिलहाल ब्रेंट और डब्ल्यूटीआई क्रूड में करीब 0.5 फीसदी ऊपर कारोबार हो रहा है।  अमेरिका में क्रूड का भंडार करीब 27 लाख बैरल गिर गया है।  अमेरिका में क्रूड के उत्पादन में भी रोजाना 81,000 बैरल की कमी आई है। साथ ही डॉलर में नरमी से ग्लोबल मार्केट में क्रूड को दोहरा सपोर्ट मिला है।
सोने और चांदी में भी करीब 0.25-0.5 फीसदी ऊपर कारोबार हो रहा है। कॉमैक्स पर सोना 1290 डॉलर और चांदी 17 डॉलर के ऊपर है। वहीं लंदन मेटल एक्सचेंज पर बेस मेटल में हल्की बढ़त देखी जा रही है।

12 अक्टूबर 2017

सोयाबीन का उत्पादन 91.45 लाख टन होने का अनुमान-सोपा

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ सीजन में सोयाबीन का उत्पादन घटकर 91.45 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 109.92 लाख टन का हुआ था। पिछले साल नई फसल की आवक के समय सोयाबीन का बकाया स्टाॅक केवल 4.41 लाख टन का ही था, जबकि चालू सीजन में बकाया स्टाॅक 15 से 16 लाख टन से ज्यादा बचने का अनुमान है। अतः कुल उपलब्धता पिछले साल से ज्यादा ही बैठेगी, इसलिए सोयाबीन की कीमतों में आगे और गिरावट आने का अनुमान है।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सोपा) के अनुसार चालू सीजन में प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में सोयाबीन का उत्पादन 45.39 लाख टन का ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल राज्य में 55.06 लाख टन का उत्पादन हुआ था। अन्य राज्यों में महाराष्ट्र में उत्पादन 31.89 लाख टन और राजस्थान में 7.62 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इन राज्यों में क्रमश 37.42 लाख टन और 8.92 लाख टन का उत्पादन हुआ था।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई घटकर 101.56 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 109.71 लाख हैक्टेयर में हुई थी। मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के 13 जिलों को सूखा प्रभावित घोषित कर दिया है, इन जिलों में इंदौर, ग्वालियर, छत्तरपुर, दमोह, अशोकनगर और भिंड तथा विदिशा आदि शामिल है। इन जिलों में चालू खरीफ में 25 फीसदी से कम बारिश हुई है तथा 2015 के बाद राज्य में दूसरी बार सूखा पड़ा है। पूरे राज्य में इस बार सामान्य से 20 फीसदी कम बारिश हुई है।
उधर राज्य के खंडवा, खरगौन, शाजापुर, उज्जैन और रतलाम में पिछले 24 घंटे में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई है जिससे उत्पादक मंडियों में सोयबीन की आवक प्रभावित हुई है, इसलिए भाव में हल्का सुधार आया है। हालांकि मौजूदा कीमतों में बड़ी तेजी की संभावना नहीं है क्योंकि आगे मौसम साफ रहने का अनुमान है इसलिए आगामी दिनों में दैनिक आवक फिर बढ़ जायेगी। मध्य प्रदेश में राज्य सरकार किसानों को सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और बाजार भाव के अंतर का भुगतान करेगी।
सोपा के अनुसार फसल सीजन 2016-17 में सोयाबीन का उत्पादन 109.92 लाख टन का हुआ था जबकि नई फसल के समय बकाया स्टाॅक 4.41 लाख टन को मिलाकर कुल उपलब्धता 114.33 लाख टन की बैठी थी। इसमें से करीब 12 लाख टन की खपत बीज में होने का अनुमान है तथा बाकि बाकि 102.33 लाख टन की क्रेसिंग होनी थी, इसमें से सितंबर तक 85 लाख टन आवक हुई है। अतः किसानों, व्यापारियों व प्लांटों के पास करीब 15.93 लाख टन का बकाया स्टाॅक बचा हुआ है। ...............  आर एस राणा

कच्चे तेल की तेजी पर ब्रेक

अमेरिका में भंडार बढ़ने से कच्चे तेल की तेजी पर ब्रेक लग गया है। ग्लोबल मार्केट में क्रूड करीब 0.5 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है। गिरावट के बावजूद नायमैक्स पर भाव 51 डॉलर और ब्रेंट 56 डॉलर के पार है। अमेरिकी पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट की इन्वेंट्री रिपोर्ट आई थी, जिसके मुताबिक अमेरिका में क्रूड का भंडार 31 लाख बैरल गिर गया है। बाजार को आज जारी होने वाले अमेरिकी एनर्जी डिपार्टमेंट की रिपोर्ट का भी इंतजार है। गोल्डमैन सैक्स ने अगले साल के लिए ब्रेंट को औसत 58 डॉलर पर रहने का अनुमान दिया है। सोने की चमक बढ़ गई है और ग्लोबल मार्केट में ये 1295 डॉलर के पास चला गया है जो पिछले दो हफ्ते का ऊपरी स्तर है। चांदी में भी लगातार 17 डॉलर के ऊपर कारोबार हो रहा है। आज डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आई है और 1 डॉलर की कीमत 65.10 रुपये के पास है।

11 अक्टूबर 2017

दलहन की सरकारी खरीद राज्यों के जिम्मे करने की तैयारी

आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार दलहन खरीद की योजना में बदलाव की तैयारी करना चाहती है इसके लिए खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्रालय ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। खाद्य मंत्रालय द्वारा प्रस्ताव के अनुसार राज्य सरकारें अपनी जरुरत के हिसाब से दालों की खरीद करें, उस पर केंद्र सरकार राज्य सरकारों को सब्सिडी प्रदान करेगी।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार दलहन खरीद की योजना बदलने का प्रस्ताव तैयार कर संबंधित मंत्रालय को भेजा गया है, अगर इस समय सहमति बनती है तो फिर योजना को जल्दी ही लागू किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि अभी तक केंद्र सरकार एफसीआई, नेफैड और एसएफएसी के माध्यम से दलहन की खरीद एमएसपी पर करती थी, तथा बाद में राज्य सरकारों को दलहन की सप्लाई की जाती है। अतः कई बार राज्य सरकार दलहन नहीं लेती, जिससे केंद्र सरकार को नुकसान उठाना पड़ता है। अगर योजना में बदलाव होता है, तो फिर राज्य सरकारें अपनी जरुरत के हिसाब से दलहन की खरीद करेगी। पिछले फसल सीजन में केंद्र सरकार ने दलहन 19.5 लाख टन का भंडारण किया था, जिसमें से केद्रीय पूल में अभी भी करीब 17 लाख टन का स्टाॅक जमा है। .............   आर एस राणा

ग्लोबल मार्केट में सोने का दाम 2 हफ्ते के ऊपरी स्तर पर

ग्लोबल मार्केट में सोने का दाम 2 हफ्ते के ऊपरी स्तर पर चला गया है। डॉलर में सुस्ती से ये कॉमैक्स पर 1290 डॉलर का स्तर छू चुका है। हालांकि ऊपरी स्तर से कुछ दबाव भी है। कच्चा तेल फिर से महंगा हो गया है। कल भारी तेजी के बाद आज भी बढ़त पर कारोबार हो रहा है। बार्कलेज ने कहा है कि कच्चे तेल में फिलहाल तेजी जारी रहेगी और अगले साल मार्च तिमाही तक ब्रेंट का औसत भाव 56 डॉलर रहने का अनुमान है। हालांकि साल 2018 की दूसरी तिमाही के लिए बार्कलेज ने ब्रेंट में 48 डॉलर का टार्गेट दिया है और कहा है कि अगले साल क्रूड में भारी उठापटक देखने को मिल सकता है। लंदन मेटल एक्सचेंज पर कॉपर का दाम 1 महीने के ऊपरी स्तर पर चला गया है। सप्लाई में कमी और मांग बढ़ने के अनुमान से तेजी आई है। आज डॉलर के मुकाबले रुपए में हल्की रिकवरी आई है। एक डॉलर की कीमत 65.25 रुपये के आसपास है।

10 अक्टूबर 2017

ओएमएसएस के तहत 10.24 लाख टन गेहूं की निविदा आमंत्रित

आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत बेचने के लिए 10.24 लाख टन गेहूं की निविदा आमंत्रित की है। ओएमएसएस के तहत निविदा भरने का न्यूनतम भाव 1,790 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि मंडियों में गेहूं के भाव इससे नीचे है इसीलिए रोलर फ्लोर मिलें एफसीआई से गेहूं की खरीद नहीं कर रही है।
त्यौहारी मांग बढ़ने के कारण पिछले दो दिनों में गेहूं की कीमतों में 25 से 40 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आया है, त्यौहारी सीजन के साथ ही आगे ब्याह-शादियों की मांग गेहूं उत्पादों में बढ़ेगी, इसलिए हल्का सुधार और भी आ सकता है, लेकिन बड़ी तेजी की संभावना नहीं है। दिल्ली के लारेंस रोड़ पर मंगलवार को गेहूं का भाव 1,800 से 1,810 रुपये प्रति क्विंटल रहा। अगर केंद्र सरकार ने गेहूं के आयात शुल्क में बढ़ोतरी नहीं की तो, फिर दिपावली के बाद इसके भाव में गिरावट आ सकती है।
एफसीआई ने ओएमएसएस के तहत सबसे ज्यादा गेहूं का आवंटन महाराष्ट्र के लिए 3.29 लाख टन, हरियाणा के लिए 2.72 लाख टन, मध्य प्रदेश के लिए 1 लाख टन, पंजाब के लिए 67,100 टन, पश्चिमी बंगाल के लिए 60,000 टन, उड़ीसा के लिए 50,000 टन का आवंटन किया है। दक्षिण भारत के तमिलनाडु के लिए 30 हजार टन, कर्नाटका के लिए 20,300 टन, राजस्थान के लिए 20 हजार टन, दिल्ली के लिए 16,000 टन, केरल के लिए 13 हजार टन, गुजरात के लिए 8,000 टन, और जम्मू-कष्मीर के लिए 7,000 टन गेहूं का आवंटन किया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के लिए 5 हजार टन, उत्तराखंड के लिए 4,200 टन, चंडीगढ़ के लिए 4,000 टन तथा छत्तीसगढ़ के लिए 3,500 टन और असम के लिए 2,000 टन का आवंटन किया है। ..............  आर एस राणा

डीओसी का निर्यात सितंबर में 5 फीसदी बढ़ा

आर एस राणा
नई दिल्ली। सितंबर महीने में डीओसी के निर्यात में 5 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 115,083 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 के सितंबर महीने में इसका निर्यात 109,309 टन का ही हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के पहले छह महीनों अप्रैल से सितंबर के दौरान डीओसी के निर्यात में 85 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 1,101,689 टन का हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इनका निर्यात 594,529 टन का ही हुआ था।
चालू फसल सीजन 2016-17 में अनुकूल मौसम से घरेलू बाजार में तिलहनों की पैदावार ज्यादा हुई थी, अतः घरेलू बाजार में डीओसी के भाव कम रहे, जिसकी वजह से निर्यात में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि पिछले कुल वर्षो की तुलना में निर्यात कम ही रहा है।
एसईए के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 के सितंबर महीने में पिछले वित्त वर्ष के सितंबर महीने की तुलना में तो डीओसी निर्यात में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन चालू वित्त वर्ष के अगस्त की तुलना में निर्यात में कमी आई है। अगस्त महीने में डीओसी का निर्यात 261,356 टन का हुआ था जबकि सितंबर में घटकर केवल 115,083 टन का ही हुआ है। सितंबर में सोया डीओसी का निर्यात केवल 9,650 टन का ही हुआ है जबकि अगस्त में इसका निर्यात 87,668 टन का हुआ था। इसी तरह सरसों डीओसी का निर्यात अगस्त के 70,820 टन से घटकर सितंबर में केवल 26,403 टन का ही हुआ है। केस्टर डीओसी के निर्यात में सितंबर में जरुर बढ़ोतरी हुई है। सितंबर में केस्टर डीओसी का निर्यात बढ़कर सितंबर में 71,025 टन का हुआ है जबकि अगस्त में इसका निर्यात 60,050 टन का ही हुआ था।
भारतीय बंदरगाह पर सोया डीओसी का भाव चालू वित्त वर्ष के सितंबर महीने में 399 डाॅलर प्रति टन रहा जबकि पिछले साल सितंबर में इसका भाव 463 डाॅलर प्रति टन था। इसी तरह से सरसों डीओसी का भाव भारतीय बंदरगाह पर पिछले साल सितंबर में 282 डाॅलर प्रति टन था जबकि चालू वित्त वर्ष 2017-18 के सितंबर में इसका भाव 236 डाॅलर प्रति टन रहा। ....................   आर एस राणा

कच्चे तेल में हल्की रिकवरी

ग्लोबल भंडार में कमी के अनुमान से कच्चे तेल में हल्की रिकवरी आई है। हालांकि कल से नायमैक्स पर क्रूड का दाम लगातार 50 डॉलर के नीचे बना हुआ है ओपेक ने कहा है कि क्रूड की ग्लोबल इन्वेंट्री घट रही है। ग्लोबल मार्केट में सोने का दाम एक हफ्ते के ऊपरी स्तर पर चला गया है। इसमें 1285 डॉलर के ऊपर कारोबार हो रहा है। चांदी दो हफ्ते की ऊंचाई पर है और इसका दाम 17 डॉलर के पार है। आज डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आई है और एक डॉलर की कीमत 65.20 रुपये के पास है।

09 अक्टूबर 2017

10 अक्टूबर 2017 का मौसम पूर्वानुमान

बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भागों और इससे सटे बांग्लादेश तथा गंगीय पश्चिम बंगाल पर एक गहरा निम्न दबाव बन गया है। अनुमान है कि यह सिस्टम पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा। यह मौसमी सिस्टम और प्रभावी हो सकता है।
ओडिशा और इससे सटे हिस्सों पर भी एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है।
एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और इससे सटे दक्षिणी-मध्य महाराष्ट्र और दक्षिणी कोंकण गोवा पर भी दिखाई दे रहा है।
ओड़ीशा से दक्षिणी छत्तीसगढ़ और तेलंगाना होते हुए उत्तरी आंतरिक कर्नाटक तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है।
दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दिखाई दे रहा है।
उत्तरी पाकिस्तान के पास एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है।
गंगीय पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों के दौरान भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
ओडिशा, विदर्भ, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, रायलसीमा, उत्तरी आंतरिक तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम जबकि एक-दो स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई।
कोंकण गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
दक्षिणी केरल, तमिलनाडु के बाकी भागों, तेलंगाना, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और पूर्वोत्तर भारत के शेष राज्यों में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई।
रविवार की सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान डायमंड हार्बर में 70 मिमी बारिश हुई, अनंतपुर में 77 मिमी और कोझीकोड में 62 मिमी बारिश हुई।
गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा के कुछ हिस्सों और झारखंड में मध्यम से भारी बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है।
नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिणी छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, कोंकण गोवा और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की गतिविधियां भी देखने को मिल सकती हैं।
पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार, तेलंगाना, रायलसीमा और उत्तरी तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।
तटीय कर्नाटक, उत्तरी केरल, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, दक्षिणी मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत के शेष भागों में भी कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है।
दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और गुजरात सहित देश के शेष हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा।   ....www.skymet.com