उत्तर भारत की
तरफ एक नया
पश्चिमी विक्षोभ आता दिखाई
दे रहा है।
यह सिस्टम इस
समय उत्तरी पाकिस्तान
और इससे सटे
जम्मू कश्मीर के
पास पहुँच गया
है।
मॉनसून की अक्षीय रेखा अनूपगढ़, हिसार, बरेली, गया, पुरुलिया और दीघा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।
बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो गया है। इसके अलावा एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के मध्य पश्चिम में आंध्र प्रदेश के तटों के पास भी बना हुआ है। इस सिस्टम से दक्षिणी तटीय तमिलनाडु तक एक ट्रफ रेखा दिखाई दे रही है।
गुजरात के कच्छ क्षेत्र और इससे सटे दक्षिणी पाकिस्तान पर भी हवाओं में एक चक्रवाती सिस्टम दिखाई दे रहा है।
पश्चिमी तटों पर उत्तरी महाराष्ट्र से उत्तरी केरल एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। हालांकि इस समय यह कमजोर है।
दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट से बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक और चक्रवात का संचलन देखा गया है। एक धीमी गर्त इस प्रणाली से आंतरिक तमिलनाडु तक फैल रहा है।
बीते 24 घंटों के दौरान हुई बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरी राजस्थान और आंतरिक तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई।
कोंकण गोवा, मध्य महाराष्ट्र, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, तटीय कर्नाटक, गुजरात, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है।
उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों के साथ मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत में कहीं-कहीं हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई।
अगले 24 घंटों के दौरान संभावित मौसम
आगामी 24 घंटों के दौरान देश में सबसे अधिक बारिश का ज़ोर उत्तर भारत के हिमालयी राज्यों पर हो सकता है। इस दौरान जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ भागों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, बिहार के कुछ हिस्सों में कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इन भागों में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा भी दर्ज की जा सकती है।
पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात, कोंकण गोवा, उत्तरी तटीय कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण तटीय ओडिशा और आंतरिक तमिलनाडु में एक-दो स्थानों पर बारिश देखने को मिल सकती है।
झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओड़ीशा, केरल, मध्य महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक, गुजरात तथा पूर्वोत्तर भारत के शेष हिस्सों में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना है।
मॉनसून की अक्षीय रेखा अनूपगढ़, हिसार, बरेली, गया, पुरुलिया और दीघा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।
बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो गया है। इसके अलावा एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के मध्य पश्चिम में आंध्र प्रदेश के तटों के पास भी बना हुआ है। इस सिस्टम से दक्षिणी तटीय तमिलनाडु तक एक ट्रफ रेखा दिखाई दे रही है।
गुजरात के कच्छ क्षेत्र और इससे सटे दक्षिणी पाकिस्तान पर भी हवाओं में एक चक्रवाती सिस्टम दिखाई दे रहा है।
पश्चिमी तटों पर उत्तरी महाराष्ट्र से उत्तरी केरल एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। हालांकि इस समय यह कमजोर है।
दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट से बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक और चक्रवात का संचलन देखा गया है। एक धीमी गर्त इस प्रणाली से आंतरिक तमिलनाडु तक फैल रहा है।
बीते 24 घंटों के दौरान हुई बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरी राजस्थान और आंतरिक तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई।
कोंकण गोवा, मध्य महाराष्ट्र, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, तटीय कर्नाटक, गुजरात, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है।
उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों के साथ मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत में कहीं-कहीं हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई।
अगले 24 घंटों के दौरान संभावित मौसम
आगामी 24 घंटों के दौरान देश में सबसे अधिक बारिश का ज़ोर उत्तर भारत के हिमालयी राज्यों पर हो सकता है। इस दौरान जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ भागों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, बिहार के कुछ हिस्सों में कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इन भागों में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा भी दर्ज की जा सकती है।
पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात, कोंकण गोवा, उत्तरी तटीय कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण तटीय ओडिशा और आंतरिक तमिलनाडु में एक-दो स्थानों पर बारिश देखने को मिल सकती है।
झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओड़ीशा, केरल, मध्य महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक, गुजरात तथा पूर्वोत्तर भारत के शेष हिस्सों में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना है।