आर एस राणा
नई दिल्ली। इस समय चीन की केस्टर तेल में आयात मांग कमजोर बनी हुई है, जबकि यूरोप में छुट्टियां चल रही है। माना जा रहा है कि आगामी महीने में जहां चीन की आयात मांग केस्टर तेल में बढ़ेगी, वहीं यूरोप की आयात मांग में भी इजाफा होने का अनुमान है। ऐसे में केस्टर सीड के साथ ही तेल के भाव जनवरी में बढ़ने की संभावना है।
उत्पादक मंडियों में इस समय केस्टर सीड के भाव 3,650 से 3,675 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि केस्टर तेल के भाव 760 रुपये प्रति 10 किलो हैं। चीन में प्रदुषण के कारण कुछ कपंनियों में उत्पादन कम होने के कारण चीन की आयात मांग केस्टर तेल में नवंबर-दिसंबर में कम रही है, जबकि चीन भारत से केस्टर तेल का सबसे बढ़ा आयातक देष हैं। माना जा रहा है कि अगले महीने से केस्टर तेल की निर्यात मांग में तेजी आयेगी।
नवंबर महीने में केस्टर तेल का निर्यात घटकर 35,608 टन का ही हुआ है जबकि अक्टूबर महीने में इसका निर्यात 47,112 टन का हुआ था। दिसंबर में भी निर्यात मांग कम रही है लेकिन जनवरी से केस्टर तेल की निर्यात मांग में तेजी आने का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले 8 महीनों अप्रैल से नवंबर के दौरान 3,43,766 टन केस्टर तेल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3,43,082 टन तेल का निर्यात हुआ था। हालांकि जनवरी के आखिर में केस्टर सीड की नई फसल की आवक चालू हो जायेगी, लेकिन माना जा रहा है कि चालू सीजन में बुवाई में आई से केस्टर सीड की पैदावार में 18 से 20 फीसदी की कमी आने की आषंका है। फसल सीजन 2015-16 में केस्टर सीड का उत्पादन 14.50 लाख टन का हुआ था।............आर एस राणा
नई दिल्ली। इस समय चीन की केस्टर तेल में आयात मांग कमजोर बनी हुई है, जबकि यूरोप में छुट्टियां चल रही है। माना जा रहा है कि आगामी महीने में जहां चीन की आयात मांग केस्टर तेल में बढ़ेगी, वहीं यूरोप की आयात मांग में भी इजाफा होने का अनुमान है। ऐसे में केस्टर सीड के साथ ही तेल के भाव जनवरी में बढ़ने की संभावना है।
उत्पादक मंडियों में इस समय केस्टर सीड के भाव 3,650 से 3,675 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि केस्टर तेल के भाव 760 रुपये प्रति 10 किलो हैं। चीन में प्रदुषण के कारण कुछ कपंनियों में उत्पादन कम होने के कारण चीन की आयात मांग केस्टर तेल में नवंबर-दिसंबर में कम रही है, जबकि चीन भारत से केस्टर तेल का सबसे बढ़ा आयातक देष हैं। माना जा रहा है कि अगले महीने से केस्टर तेल की निर्यात मांग में तेजी आयेगी।
नवंबर महीने में केस्टर तेल का निर्यात घटकर 35,608 टन का ही हुआ है जबकि अक्टूबर महीने में इसका निर्यात 47,112 टन का हुआ था। दिसंबर में भी निर्यात मांग कम रही है लेकिन जनवरी से केस्टर तेल की निर्यात मांग में तेजी आने का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले 8 महीनों अप्रैल से नवंबर के दौरान 3,43,766 टन केस्टर तेल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3,43,082 टन तेल का निर्यात हुआ था। हालांकि जनवरी के आखिर में केस्टर सीड की नई फसल की आवक चालू हो जायेगी, लेकिन माना जा रहा है कि चालू सीजन में बुवाई में आई से केस्टर सीड की पैदावार में 18 से 20 फीसदी की कमी आने की आषंका है। फसल सीजन 2015-16 में केस्टर सीड का उत्पादन 14.50 लाख टन का हुआ था।............आर एस राणा
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