आर एस राणा
नई दिल्ली। खरीफ में जहां मूंगफली की पैदावार में बढ़ोतरी हुई थी, वहीं चालू रबी में भी इसकी बुवाई ज्यादा हुई है। प्रमुख उत्पादक राज्यों तेलंगाना के साथ ही कर्नाटका में भी इसकी बुवाई बढ़ी है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 4.05 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई केवल 3.26 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
प्रमुख उत्पादक राज्य तेलंगाना में रबी में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 1.43 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल एक लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। उधर कर्नाटका में भी चालू रबी में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 1.05 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 0.45 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हो पाई थी। अन्य राज्यों उड़ीसा में मूंगफली की बुवाई 0.73 लाख हैक्टेयर में, तमिलनाडु में 0.29 लाख हैक्टेयर में और आंध्रप्रदेश में 0.43 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार खरीफ सीजन 2016-17 में मूंगफली की पैदावार बढ़कर 53.75 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल खरीफ सीजन में इसका उत्पादन 32.30 लाख टन का ही हुआ था।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान मूंगफली दाने का निर्यात बढ़कर 2,46,838 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 2,22,779 टन का ही हुआ था। खरीफ सीजन उत्पादन में हुई बढ़ोतरी के कारण मूंगफली के दाम उत्पादक मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बने हुए हैं इसलिए केंद्र सरकार नैफेड के माध्यम से राज्य में मूंगफली की एमएसपी पर खरीद कर रही है, तथा राज्य सरकार ने सार्वजनिक कंपनियों द्वारा मूंगफली की खरीद करने पर 5 फीसदी वैट को समाप्त कर दिया है, हालांकि निजी खरीददारों द्वारा खरीदने पर वैट 5 फीसदी ही लग रहा है। अभी तक गुजरात से 1.15 लाख टन मूंगफली की खरीद एमएसपी पर की जा चुकी है तथा सरकारी एजेंसियों 844 रुपये प्रति 20 किलो की दर से खरीद कर रही है जबकि उत्पादक मंडियों में भाव 800 रुपये प्रति 20 किलो से भी नीचे बने हुए हैं।............आर एस राणा
नई दिल्ली। खरीफ में जहां मूंगफली की पैदावार में बढ़ोतरी हुई थी, वहीं चालू रबी में भी इसकी बुवाई ज्यादा हुई है। प्रमुख उत्पादक राज्यों तेलंगाना के साथ ही कर्नाटका में भी इसकी बुवाई बढ़ी है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 4.05 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई केवल 3.26 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
प्रमुख उत्पादक राज्य तेलंगाना में रबी में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 1.43 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल एक लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। उधर कर्नाटका में भी चालू रबी में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 1.05 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 0.45 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हो पाई थी। अन्य राज्यों उड़ीसा में मूंगफली की बुवाई 0.73 लाख हैक्टेयर में, तमिलनाडु में 0.29 लाख हैक्टेयर में और आंध्रप्रदेश में 0.43 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार खरीफ सीजन 2016-17 में मूंगफली की पैदावार बढ़कर 53.75 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल खरीफ सीजन में इसका उत्पादन 32.30 लाख टन का ही हुआ था।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान मूंगफली दाने का निर्यात बढ़कर 2,46,838 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 2,22,779 टन का ही हुआ था। खरीफ सीजन उत्पादन में हुई बढ़ोतरी के कारण मूंगफली के दाम उत्पादक मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बने हुए हैं इसलिए केंद्र सरकार नैफेड के माध्यम से राज्य में मूंगफली की एमएसपी पर खरीद कर रही है, तथा राज्य सरकार ने सार्वजनिक कंपनियों द्वारा मूंगफली की खरीद करने पर 5 फीसदी वैट को समाप्त कर दिया है, हालांकि निजी खरीददारों द्वारा खरीदने पर वैट 5 फीसदी ही लग रहा है। अभी तक गुजरात से 1.15 लाख टन मूंगफली की खरीद एमएसपी पर की जा चुकी है तथा सरकारी एजेंसियों 844 रुपये प्रति 20 किलो की दर से खरीद कर रही है जबकि उत्पादक मंडियों में भाव 800 रुपये प्रति 20 किलो से भी नीचे बने हुए हैं।............आर एस राणा
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