आर एस राणा
नई दिल्ली। चना के साथ ही अरहर का आयात ज्यादा मात्रा में हो रहा है। नवंासेवा बंदरगाह पर 16 दिसंबर को 269 केंटेनर दलहन के पहुंचे हैं, जिनमें 40 फीसदी कंटेनर अरहर के तंजानिया, मालावी और मौजाम्बिक से आए हैं। इसमें 114 कंटेनर चना के आस्ट्रेलिया और रुस से आए हैं। इसके अलावा मसूर के 15 कंटेनर कनाडा से आए हैं। सूत्रों के अनुसार अरहर के आयात सौदे जहां 750 से 755 डॉलर प्रति (सीएंडएफ) की दर से हुए थे, वहीं चना आयातित चना के आयात सौदे 950 से 960 डॉलर प्रति (सीएंडएफ) की दर से हुए थे।................आर एस राणा
नई दिल्ली। चना के साथ ही अरहर का आयात ज्यादा मात्रा में हो रहा है। नवंासेवा बंदरगाह पर 16 दिसंबर को 269 केंटेनर दलहन के पहुंचे हैं, जिनमें 40 फीसदी कंटेनर अरहर के तंजानिया, मालावी और मौजाम्बिक से आए हैं। इसमें 114 कंटेनर चना के आस्ट्रेलिया और रुस से आए हैं। इसके अलावा मसूर के 15 कंटेनर कनाडा से आए हैं। सूत्रों के अनुसार अरहर के आयात सौदे जहां 750 से 755 डॉलर प्रति (सीएंडएफ) की दर से हुए थे, वहीं चना आयातित चना के आयात सौदे 950 से 960 डॉलर प्रति (सीएंडएफ) की दर से हुए थे।................आर एस राणा
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