आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू पेराई सीजन 2016-17 में पहली अक्टूबर से 15 दिसंबर 2016 तक देशभर में चीनी का उत्पादन 11 फीसदी बढ़कर 53.29 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 47.93 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। इस समय पूरे देष में 440 चीनी मिलों में पेराई चल रही है।
सबसे बड़े चीनी उत्पादन राज्य महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में पहली अक्टूबर से 15 दिसंबर तक 17.25 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 22.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। चालू सीजन में राज्य में अभी तक केवल 144 चीनी मिलों में ही पेराई चल रही है जबकि पिछले साल इस समय तक 164 चीनी मिलों में पेराई चल रही थी।
उत्तर प्रदेष में चालू पेराई सीजन में 15 दिसंबर तक 17.66 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 8.52 लाख टन चीनी का उत्पादन ही हुआ था। उधर कर्नाटका में चालू पेराई सीजन में अभी तक 11 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 0.71 लाख टन ज्यादा है। अन्य राज्यों में गुजरात में 2.40 लाख टन, आंध्रप्रदेष और तेलंगाना में एक लाख टन, तमिलनाडु में 0.75 लाख टन, बिहार में 0.75 लाख टन, पंजाब में 0.45 लाख टन, हरियाणा में 0.70 लाख टन और मध्य प्रदेष में भी 0.75 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है।
इस्मा के अनुसार चीनी की एक्स फैक्ट्री कीमतों में चालू पेराई सीजन में अभी तक 150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। चीनी में बड़ी खपत कंपनियों की मांग कमजोर बनी हुई है, क्योंकि बाजार में नकदी का प्रवाह नहीं बढ़ रहा है। चालू पेराई सीजन में अक्टूबर से अभी तक चीनी की बिक्री में काफी कमी आई है।
इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन में चीनी की सालाना खपत 255 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 248 लाख टन चीनी की खपत हुई थी। .............आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू पेराई सीजन 2016-17 में पहली अक्टूबर से 15 दिसंबर 2016 तक देशभर में चीनी का उत्पादन 11 फीसदी बढ़कर 53.29 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 47.93 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। इस समय पूरे देष में 440 चीनी मिलों में पेराई चल रही है।
सबसे बड़े चीनी उत्पादन राज्य महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में पहली अक्टूबर से 15 दिसंबर तक 17.25 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 22.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। चालू सीजन में राज्य में अभी तक केवल 144 चीनी मिलों में ही पेराई चल रही है जबकि पिछले साल इस समय तक 164 चीनी मिलों में पेराई चल रही थी।
उत्तर प्रदेष में चालू पेराई सीजन में 15 दिसंबर तक 17.66 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 8.52 लाख टन चीनी का उत्पादन ही हुआ था। उधर कर्नाटका में चालू पेराई सीजन में अभी तक 11 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 0.71 लाख टन ज्यादा है। अन्य राज्यों में गुजरात में 2.40 लाख टन, आंध्रप्रदेष और तेलंगाना में एक लाख टन, तमिलनाडु में 0.75 लाख टन, बिहार में 0.75 लाख टन, पंजाब में 0.45 लाख टन, हरियाणा में 0.70 लाख टन और मध्य प्रदेष में भी 0.75 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है।
इस्मा के अनुसार चीनी की एक्स फैक्ट्री कीमतों में चालू पेराई सीजन में अभी तक 150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। चीनी में बड़ी खपत कंपनियों की मांग कमजोर बनी हुई है, क्योंकि बाजार में नकदी का प्रवाह नहीं बढ़ रहा है। चालू पेराई सीजन में अक्टूबर से अभी तक चीनी की बिक्री में काफी कमी आई है।
इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन में चीनी की सालाना खपत 255 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 248 लाख टन चीनी की खपत हुई थी। .............आर एस राणा
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