आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू सीजन में बुवाई में हुई बढ़ोतरी से हल्दी की पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है, जबकि इस समय उत्पादक मंडियों में बकाया स्टॉक भी खपत से ज्यादा बचा हुआ है। ऐसे में आगामी दिनों में हल्दी की कीमतों में गिरावट ही आने का अनुमान है। निजामाबाद मंडी में हल्दी के भाव 7,800 रुपये और इरोड़ मंडी में 7,700 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। हल्दी की नई फसल की आवक का दबाव उत्पादक मंडियों में फरवरी में बनेगा।
चालू सीजन में हल्दी की बुवाई प्रमुख उत्पादक राज्य तेलंगाना में 45,638 हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई केवल 42,535 हैक्टेयर में ही हुई थी। सामान्यतः तेलंगाना में हल्दी की बुवाई 48,083 हैक्टेयर में होती है। उधर आंध्रप्रदेष में चालू सीजन में हल्दी की बुवाई 16,781 हैक्टेयर में हुई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 15,413 हैक्टेयर में होती है। आंध्रप्रदेष में सामान्यतः हल्दी की बुवाई 19,059 हैक्टेयर में होती है।
तेलंगाना और आंध्रप्रदेष के अलवा महाराष्ट्र और कर्नाटका में हल्दी की बुवाई ज्यादा हुई है, साथ ही अभी तक मौसम भी फसल के अनुकूल है, ऐसे में चालू सीजन में हल्दी की पैदावार पिछले साल से ज्यादा ही होने का अनुमान है, इसका असर हल्दी की कीमतों पर पड़ेगा, और आगे भाव में गिरावट ही आने का अनुमान है। फसल सीजन 2015-16 में हल्दी की कुल बुवाई 1.90 लाख हैक्टेयर में हुई थी, जबकि पैदावार 8,43,530 टन की हुई थी।
चालू वित्त वर्ष 2016-17 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान हल्दी का निर्यात 27 फीसदी बढ़कर 58,233 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 51,147 टन का ही हुआ था। विश्व बाजार में इस समय हल्दी का भाव 3.31 डॉलर प्रति किलो है, जोकि पिछले साल के लगभग बराबर ही है।.............आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू सीजन में बुवाई में हुई बढ़ोतरी से हल्दी की पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है, जबकि इस समय उत्पादक मंडियों में बकाया स्टॉक भी खपत से ज्यादा बचा हुआ है। ऐसे में आगामी दिनों में हल्दी की कीमतों में गिरावट ही आने का अनुमान है। निजामाबाद मंडी में हल्दी के भाव 7,800 रुपये और इरोड़ मंडी में 7,700 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। हल्दी की नई फसल की आवक का दबाव उत्पादक मंडियों में फरवरी में बनेगा।
चालू सीजन में हल्दी की बुवाई प्रमुख उत्पादक राज्य तेलंगाना में 45,638 हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई केवल 42,535 हैक्टेयर में ही हुई थी। सामान्यतः तेलंगाना में हल्दी की बुवाई 48,083 हैक्टेयर में होती है। उधर आंध्रप्रदेष में चालू सीजन में हल्दी की बुवाई 16,781 हैक्टेयर में हुई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 15,413 हैक्टेयर में होती है। आंध्रप्रदेष में सामान्यतः हल्दी की बुवाई 19,059 हैक्टेयर में होती है।
तेलंगाना और आंध्रप्रदेष के अलवा महाराष्ट्र और कर्नाटका में हल्दी की बुवाई ज्यादा हुई है, साथ ही अभी तक मौसम भी फसल के अनुकूल है, ऐसे में चालू सीजन में हल्दी की पैदावार पिछले साल से ज्यादा ही होने का अनुमान है, इसका असर हल्दी की कीमतों पर पड़ेगा, और आगे भाव में गिरावट ही आने का अनुमान है। फसल सीजन 2015-16 में हल्दी की कुल बुवाई 1.90 लाख हैक्टेयर में हुई थी, जबकि पैदावार 8,43,530 टन की हुई थी।
चालू वित्त वर्ष 2016-17 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान हल्दी का निर्यात 27 फीसदी बढ़कर 58,233 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 51,147 टन का ही हुआ था। विश्व बाजार में इस समय हल्दी का भाव 3.31 डॉलर प्रति किलो है, जोकि पिछले साल के लगभग बराबर ही है।.............आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें