नई फसल की आवक तक केस्टर सीड की कीमतों में तेजी संभव
आर एस राणा
नई दिल्ली। चीन की आयात मांग बढ़ने से अक्टूबर महीने में केस्टर तेल के निर्यात में करीब 50 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 33,599 टन का हुआ है जबकि पिछले साल अक्टूबर महीने में केवल 17,600 टन का निर्यात हुआ था। उत्पादक मंडियो में केस्टर सीड की दैनिक आवक कम है जबकि मिलों की मांग अच्छी है। ऐसे में नई फसल की आवक तक उत्पादक राज्यों में केस्टर सीड की कीमतों में मजबूती कायम रहने का अनुमान है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएषन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान केस्टर तेल का निर्यात बढ़कर 2.81 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 2.59 लाख टन का हुआ था। जानकारों के अनुसार वित वर्ष में केस्टर तेल का कुल निर्यात पिछले साल की तुलना में करीब 8 से 10 फीसदी बढ़ने का अनुमान है।
केस्टर सीड की नई फसल आने में अभी करीब ढाई से तीन महीने का समय बचा हुआ है जबकि उत्पादक राज्यों में स्टॉक कम है। ऐसे में केस्टर तेल की अच्छी मांग को देखते हुए मौजूदा कीमतों में तेजी की ही संभावना है। गुजरात की राजकोट मंडी में केस्टर सीड का भाव मंगलवार को 3,555 से 3,730 रुपये, जूनागढ़ मंडी में 3,750 से 3,850 रुपये और जम्बूसर मंडी में 4,200 से 4,300 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
कृषि मंत्रालय के अनुसार खरीफ सीजन में केस्टर सीड की बुवाई बढ़कर 10.96 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 10.23 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी।.........आर एस राणा
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