एक रिपोर्ट के अनुसार कपास खेती के कम रकबे और उपज में भारी कमी के
कारण चालू वर्ष में देश का कपास उत्पादन 11 फीसदी घटकर 335 लाख गांठ रह
जाने का अनुमान है। एडलवाइज एग्री रिसर्च के एक अध्ययन में यह निष्कर्ष
निकाला गया है। इसके अनुसार, 'चालू वर्ष में कपास उत्पादन 335 लाख गांठ
रहने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष के 376.6 लाख गांठों के उत्पादन से 11
फीसदी कमी को दर्शाता है। कम उत्पादन का मुख्य कारण उत्तर भारत में व्हाइट
फ्लाई संक्रमण के कारण उपज में भारी गिरावट का आना और खेती के कम रकबे का
होना है।'
अध्ययन में कहा गया है कि पिछले सत्र में कमजोर बारिश के कारण कपास की
खेती के रकबे में 7.5 फीसदी गिरावट आई है और यह गिरावट पूरे प्रदेश भर में
देखने को मिली है। कुल उपज में 3.8 फीसदी कमी आने की उम्मीद है, जिसका
मुख्य कारण उत्तर भारत में उपज में भारी कमी आना है, जो करीब 35 फीसदी कम
हुआ है।
इसमें कहा गया है कि ऐसी आशंका है कि उपज में और कमी आ सकती है
क्योंकि संक्रमण काफी अधिक होने के कारण कई खेतों में कटाई भी नहीं की जा
सकी।
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