कुल पेज दृश्य

23 दिसंबर 2015

पहले आठ महीने में केेस्टर तेल का निर्यात 3.15 लाख टन


चालू वित वर्ष में केस्टर तेल का निर्यात 15 फीसदी बढ़ने का अनुमान
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले आठ महीनों अप्रैल से नवंबर के दौरान देष से केस्टर तेल का निर्यात बढ़कर 3.15 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 2.79 लाख टन का हुआ था।
उद्योग के अनुसार केस्टर तेल में इस समय निर्यात मांग अच्छी बनी हुई है तथा निर्यात 1,280 डॉलर प्रति टन की दर से हो रहे हैं। पिछले दो महीनों अक्टूबर और नवंबर मं इसका निर्यात पिछले साल के दाम महीनों के मुकाबले 35 से 40 फीसदी बढ़ा है चीन की आयात मांग को देखते हुए चालू वित वर्ष 2015-16 में इसके निर्यात में 12 से 15 फीसदी की कुल बढ़ोतरी होने का अनुमान है। वित वर्ष 2014-15 में देष से कुल 4.59 लाख टन केस्टर तेल का निर्यात हुआ था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान केस्टर तेल का निर्यात मूल्य के हिसाब से घटा है। इस दौरान देष से 2,628.22 लाख रुपये मूल्य का केस्टर तेल का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष 2014-15 के पहले सात महीनों में 2,670.60 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।
गुजरात की उत्पादक मंडियों में इस समय केस्टर सीड की दैनिक आवक पहले की तुलना में कम हो रही है। हालांकि नई फसल को देखते हुए मिलर भी जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रहे हैं। राजकोट मंडी में बुधवार को केस्टर सीड का भाव 3,250 से 3,495 रुपये प्रति क्विंटल रहा। दिसा मंडी में इसके भाव 3,780 से 3,800 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
व्यापारियों के अनुसार फसल सीजन 2015-16 में केस्टर सीड की पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है इसलिए मिलर की खरीद कम है। हालांकि केस्टर तेल की निर्यात मांग को देखते हुए मध्य जनवरी तक इसकी कीमतें तेज ही बनी रह सकती है।
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2015-16 में केस्टर सीड की पैदावार 19.44 लाख टन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2014-15 में इसकी पैदावार 17.33 लाख टन की हुई थी।..........आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: