आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ विपणन सीजन 2015-16 में चावल की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद बढ़कर 153.43 लाख टन की हो चुकी है। पंजाब और हरियाणा में जहां खरीद कम हो गई है वहीं उत्तर प्रदेष, मध्य प्रदेष, आंध्रप्रदेष, तेलंगाना, उत्तराखंड तथा पष्चिमी बंगाल में खरीद हो रही है।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार चालू खरीफ विपणन सीजन 2015-16 में एमएसपी पर चावल की बढ़कर 153.43 लाख टन की हो चुकी है। चवल की अभी तक हुई खरीद में पंजाब की हिस्सेदारी 93.45 लाख टन, हरियाणा की 28.54 लाख टन चंडीगढ़ की 16,338 टन, गुजरात की 489 टन, जम्मू-कष्मीर की 4,550 टन, केरल की 1.02 लाख टन, मध्य प्रदेष की 1.86 लाख टन, तमिलनाडु की 40,332 टन, उत्तर प्रदेष की 5.05 लाख टन तथा उत्तराखंड की 1.87 लाख टन है। चालू खरीफ में केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 300 लाख टन चावल की खरीद का लक्ष्य किया है जबकि पिछले खरीफ विपणन सीजन 2014-15 में एमएसपी पर 321.61 लाख टन चावल की खरीद हुई थी।
करनाल में पूसा-1,121 बासमती धान की कीमतों षुक्रवार को 2,400 से 2,450 रुपये, पूसा-1,509 की 1,850 से 1,900 रुपये, डुप्लीकेट बासमती की 2,100 से 2,200 रुपये, सुंगधा की 1,550 से 1,600 रुपये तथा सरबती की 1,500 से 1,550 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। पूसा-1,121 बासमती चावल के सेले का भाव 4,500 रुपये, स्टीम का 5,700 रुपये और रॉ का भाव 5,000 रुपये प्रति क्विंटल रही।
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ सीजन 2015-16 में चावल की पैदावार 9.06 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2014-15 खरीफ में इसकी 9.08 करोड़ टन की हुई थी।......आर एस राणा
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