कुल पेज दृश्य

20 नवंबर 2015

पहली छमाही में दलहन आयात में 14 फीसदी की बढ़ोतरी


आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित वर्ष 2015-16 की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर) के दौरान दलहन आयात में 14.2 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल आयात 22.54 लाख टन का हो चुका है। विदेषी बाजार में भाव तेज होने के कारण इस दौरान मूल्य के हिसाब दलहन आयात में 37.1 फीसदी की भारी बढ़ोतरी होकर 10,448 करोड़ रुपये मूल्य का हुआ है।
कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू वित वर्ष की पहली छमाही में 22.54 लाख टन दालों का आयात हो चुका है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में 19.74 लाख टन दालों का आयात हुआ था। उन्होंने बताया कि मूल्य के हिसाब से इस दौरान 10,448 करोड़ रुपये का आयात हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में 7,619 करोड़ रुपये मूल्य की दालों का आयात हुआ था।
वित वर्ष 2014-15 में देष में रिकार्ड 45.84 लाख टन दालों का आयात हुआ था जबकि वित वर्ष 2013-14 में 36.54 लाख टन का ही आयात हुआ था। जानकारों के अनुुसार चालू वित वर्ष में दलहन आयात में 5 से 10 फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
उत्पादक मंडियों में मूंग, उड़द के साथ ही अरहर की नई फसल की दैनिक आवक षुरु हो गई है जिससे इनकी कीमतों में और भी गिरावट आने का अनुमान है। रबी में चना की बुवाई कम होने की आषंका है तथा ब्याह-षादियों की मांग से बेसन और दाल की मांग बनी रह सकती है जिससे चना के भाव तेज ही रहने का अनुमान है।
दिल्ली में चना के भाव 5,450 रुपये, मूंग के भाव 7,700 रुपये, मसूर 5,200 रुपये तथा अरहर के भाव 10,200 रुपये प्रति क्विंटल रहे। महाराष्ट्र की लातूर मंडी में चना के भाव 5,175 रुपये, मूंग के भाव 7,900 रुपये, उड़द 11,400 रुपये प्रति क्विंटल रहे। इंदौर मंडी में चना के भाव 4,800 रुपये, उड़द के 10,500 रुपये, मूंग के 8,000 रुपये, मसूर 6,075 रुपये और अरहर के भाव 10,500 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार खरीफ 2015-16 में दलहन की पैदावार 55.6 लाख टन होने का अनुमान है तथा सरकार ने खरीफ और रबी में दलहन की पैदावार का लक्ष्य 200.5 लाख टन का तय किया है। फसल सीजन 2014-15 में दलहन की पैदावार 172 लाख टन की हुई थी जोकि फसल सीजन 2013-14 के 192.5 लाख टन से कम थी।........आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: