16 दिसंबर 2013
केस्टर सीड की खरीदारी से होगा मुनाफा
आर एस राणा नई दिल्ली | Dec 16, 2013, 09:52AM IST
फायदे की बात
> केस्टर सीड की नई फसल की आवक फरवरी-मार्च में बनेगी। निर्यातकों की मौजूदा मांग को देखते हुए केस्टर सीड की कीमतों में और भी तेजी की संभावना है
> केस्टर सीड की नई फसल की आवक मार्च महीने में बनेगी तथा नई फसल की पैदावार करीब 20-25 फीसदी कम होने की आशंका है
> पिछले साल केस्टर सीड की पैदावार 16 लाख टन हुई थी जबकि चालू सीजन में घटकर करीब 12 लाख टन ही होने का अनुमान है
> स्टॉकिस्टों ने केस्टर सीड की बिकवाली भी पहले की तुलना में कम कर दी है। जिससे कीमतों में तेजी को बल मिल रहा है
केस्टर तेल में निर्यातकों की मांग बढऩे से सीड की कीमतों में तेजी बनी हुई है। चालू वित्त वर्ष में केस्टर तेल का कुल निर्यात लगभग 10 से 12 फीसदी बढऩे का अनुमान है। उत्पादक मंडियों में महीने भर में केस्टर सीड कीमतों में करीब 15 फीसदी की तेजी आकर भाव 4,600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं।
वायदा बाजार में चालू महीने में ही केस्टर सीड की कीमतों में 10.1 फीसदी की तेजी आ चुकी है। केस्टर सीड की नई फसल की आवक फरवरी-मार्च में बनेगी। निर्यातकों की मौजूदा मांग को देखते हुए केस्टर सीड की कीमतों में और भी तेजी की संभावना है। ऐसे में निवेशक केस्टर सीड में खरीद करके मुनाफा कमा सकते हैं।
एनसीडीईएक्स पर जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में केस्टर सीड की कीमतों में चालू महीने में 10.1 फीसदी की तेजी आई है। 2 दिसंबर को जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में केस्टर सीड का दाम 4,381 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि शुक्रवार को भाव बढ़कर 4,824 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।
ब्रोकिंग फर्म इंडिया बुल्स कमोडिटी लिमिटेड के असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेंट रिसर्च (कमोडिटी) बद्दरुदीन खान ने बताया कि निर्यातकों की अच्छी मांग से केस्टर सीड की कीमतों में तेजी बनी हुई है। उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक भी पहले की तुलना में कम हो गई है जबकि नई फसल की आवक मध्य मार्च में बनेगी। ऐसे में आगामी दिनों में केस्टर सीड की मौजूदा कीमतों में और भी तेजी की संभावना है।
एस सी केमिकल के प्रबंधक कुशल राज पारिख ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम बढऩे से निर्यातकों को अच्छा मार्जिन मिल रहा है। केस्टर तेल के निर्यात सौदे 1,500 डॉलर प्रति टन की दर से हो रहे हैं तथा चालू महीने में इनकी कीमतों में करीब 250 डॉलर प्रति टन की तेजी आ चुकी है। वित्त वर्ष 2012-13 में केस्टर तेल का कुल निर्यात 4.30 लाख टन का हुआ था जबकि चालू वित्त वर्ष में कुल निर्यात बढ़कर करीब 5 लाख टन होने का अनुमान है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले सात महीनों (अप्रैल से अक्टूबर) में केस्टर तेल का निर्यात 3.08 लाख टन का हो चुका है। अक्टूबर महीने में 31,228 टन केस्टर तेल का निर्यात हुआ है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले सात महीनों में केस्टर तेल के निर्यात में मूल्य के हिसाब 4.04 फीसदी की तेजी आई है। अप्रैल से अक्टूबर के दौरान 2,749.60 करोड़ रुपये मूल्य का केस्टर तेल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 2,642.74 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।
जयंत एग्रो ऑर्गेनिक लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक वामन भाई ने बताया कि केस्टर सीड की नई फसल की आवक मार्च महीने में बनेगी तथा नई फसल की पैदावार करीब 20-25 फीसदी कम होने की आशंका है। पिछले साल केस्टर सीड की पैदावार 16 लाख टन हुई थी जबकि चालू सीजन में घटकर करीब 12 लाख टन ही होने का अनुमान है।
इसीलिए स्टॉकिस्टों ने केस्टर सीड की बिकवाली भी पहले की तुलना में कम कर दी है। जिससे कीमतों में तेजी को बल मिल रहा है। उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड का दाम बढ़कर 4,600 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है और केस्टर तेल की कीमतों में महीने भर में करीब 160 रुपये की तेजी आकर भाव 940 रुपये प्रति 10 किलो हो गए।
(Business Bhaskar....R S Rana)
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