30 दिसंबर 2013
गन्ने का दाम हो एक समान
कर्नाटक के गन्ना किसानों ने राज्य सरकार से पूरे प्रदेश के लिए समान गन्ना कीमत नीति अपनाने का आग्रह किया है। उन्होंने सरकार से यह भी मांग की कि वह चीनी मिलों को पिछले दो वर्षों का 800 करोड़ों रुपये का बकाया भुगतान तत्काल चुकाने का निर्देश दे। कर्नाटक गन्ना उत्पादक संघ (केएसजीए) ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, 'सरकार ने चीनी मिलों के साथ विचार-विमर्श कर उत्तरी और दक्षिणी कर्नाटक में गन्ने की अलग-अलग कीमतें तय की हैं।
सरकार ने उत्तरी कर्नाटक की 45 चीनी फैक्टरियों से किसानों को कटाई और परिवहन की लागत भी चुकाने को कहा है, जबकि दक्षिण की 12 मिलों को केवल गन्ने की कीमत ही चुकाने को कहा गया है, यहां कटाई और परिवहन की लागत किसानों को ही उठानी होगी।' उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की इस दोहरी कीमत नीति से दक्षिणी कर्नाटक के किसानों को कटार्ई और परिवहन की मद पर 500 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ेगा। वहीं उत्तरी कर्नाटक की मिलें कटाई और परिवहन के एïवज में अतिरिक्त कीमत चुकाएंगी और उनके खेतों से गन्ना खरीदेंगी। (BS Hindi)
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