13 दिसंबर 2013
मसालों का निर्यात पहली छमाही में 43 फीसदी बढ़ा
मसालों का निर्यात से होने वाली आमदनी चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर) में 43 फीसदी बढ़ी है। इस दौरान कुल 3,78,755 टन मसालों का निर्यात हुआ, जिसकी कीमत 6,118 करोड़ रुपये थी। वहीं पिछले वित्त ïवर्ष की समान अवधि के दौरान 3,14,835 टन मसालों का निर्यात हुआ, जिसकी कीमत 4,286 करोड़ रुपये थी। मसालों के निर्यात में मात्रात्मक लिहाज से 20 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सबसे अहम बात यह है कि निर्यात होने वाले 18 उत्पादों में से केवल 4 के निर्यात में ही गिरावट रही।
अन्य बीजों जैसे सरसों, सौंफ, अजवायन, पोस्तदाना आदि के निर्यात में 300 फीसदी इजाफा हुआ है। इस सेगमेंट का निर्यात 12,300 टन रहा, जिसकी कीमत 63.75 करोड़ रुपये थी। वहीं, पिछले साल की समान अïवधि में 18.90 करोड़ रुपये कीमत का 3,077 टन का निर्यात रहा था। इसी तरह पुदीना आधारित उत्पादों, जायफल, जावित्री आदि के निर्यात में भारी बढ़ोतरी रही है।
पुदीना आधारित 10,650 टन उत्पादों के निर्यात से 1334.37 करोड़ रुपये की आमदनी हुई, जबकि पिछले साल इस अवधि में 793 करोड़ रुपये के 4,130 टन का निर्यात हुआ था। इसमें मात्रा के लिहाज से 158 फीसदी और कीमत के लिहाज से 68 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस साल अप्रैल से सितंबर के दौरान कालीमिर्च का निर्यात 36 फीसदी बढ़कर 10,200 टन रहा, जिसकी कीमत 423 करोड़ रुपये थी। इसी तरह 172 करोड़ रुपये मूल्य के 21,300 टन धनिये का निर्यात हुआ, जिसमें मात्रा के लिहाज से 40 फीसदी और कीमत के लिहाज से 117 फीसदी बढ़ोतरी रही।
करी पाउडर में कमी
इस दौरान 9950 टन करी पाउडर और पेस्ट का निर्यात हुआ, जिसकी कीमत 165 करोड़ रुपये थी। वर्ष 2012-13 की अप्रैल-सितंबर अवधि में इसका निर्यात 6,591 टन था, जिसकी कीमत 107 करोड़ रुपये थी।
मिर्च और लहसुन गिरा
मसाला बोर्ड के ताज आंकड़ों के मुताबिक मिर्च, इलायची, लहसुन और अदरक का निर्यात चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में गिरा है। मिर्च का निर्यात 3 फीसदी गिरकर 1,34,500 टन रहा, जिसकी कीमत 1194 करोड़ रुपये थी। (BS HIndi)
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