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04 दिसंबर 2013

विज्ञापन जनवरी में नेचुरल रबर के मूल्य सुधरने के आसार

फिलहाल रबर के दाम लागत से भी नीचे 143-153 प्रति किलो घरेलू सप्लाई अप्रैल से अक्टूबर तक उत्पादन 12.2 फीसदी घटकर 4.26 लाख टन जबकि खपत 2.8 फीसदी की कमी के साथ 5.69 लाख टन रही पहली अक्टूबर को 2.40 लाख टन था नेचुरल रबर का घरेलू रबर का आयात 1.31 लाख टन से बढ़कर 2.14 लाख टन अंतरराष्ट्रीय बाजार में नेचुरल रबर के दाम घरेलू कीमतों से ज्यादा हैं, जिससे आयात पड़ते नहीं लग रहे हैं। दिसंबर के बाद नेचुरल रबर के उत्पादन का पीक सीजन समाप्त हो जायेगा। ऐसे में घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में जनवरी में सुधार आने की संभावना है। साउथ मार्केटिंग कॉरपोरेशन के प्रबंधक अशोक खुराना ने बताया कि घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में आई भारी गिरावट से उत्पादकों को भारी घाटा हो रहा है। नेचुरल रबर के दाम घटकर लागत से भी नीचे आ गए हैं। मंगलवार को कोट्टायम में नेचुरल रबर के दाम घटकर 143-153 रुपये प्रति किलो रह गए हैं। बड़ी कंपनियों के पास आयातित नेचुरल रबर का स्टॉक ज्यादा है जबकि अभी उत्पादन का पीक सीजन चल रह है। लेकिन जनवरी में उत्पादन का पीक सीजन समाप्त हो जायेगा, साथ ही आयात नहीं होने से घरेलू टायर निर्माताओं की मांग बढ़ेगी, जिससे नेचुरल रबर की कीमतों में सुधार आ सकता है। आइडियल रबर कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नेचुरल रबर के आयात पर शुल्क में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को केंद्र सरकार से हरी झंडी नहीं मिली है। जिसकी वजह से मंगलवार को घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में 3-4 रुपये प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में नेचुरल रबर के दाम घरेलू कीमतों से ज्यादा हैं, जिसकी वजह से आयात पड़ते नहीं लग रहे हैं। बैंकॉक में मंगलवार को नेचुरल रबर का भाव 158 रुपये प्रति किलो (भारतीय मुद्रा में) रहा। नेचुरल रबर के थोक कारोबारी रवींद्र जैन ने बताया कि अप्रैल से अगस्त के दौरान विदेशी बाजार में नेचुरल रबर के भाव घरेलू कीमतों से काफी कम था, जिससे बड़ी खपत कंपनियों ने आयात ज्यादा मात्रा में किया। इसीलिए अप्रैल से अक्टूबर के दौरान नेचुरल रबर का आयात बढ़कर 2,14,448 टन का हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1,31,107 टन का हुआ था। नेचुरल रबर की कुल खपत में 60 से 65 फीसदी की हिस्सेदारी बड़ी कंपनियों की है। एसएमई कंपनियों की खपत 35 से 40 फीसदी ही है जबकि इस समय केवल एसएमई कंपनियां ही खरीद कर रही है। रबर बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले सात महीनों (अप्रैल से अक्टूबर) के दौरान नेचुरल रबर का उत्पादन 12.2 फीसदी घटकर 4.26 लाख टन का हुआ है जबकि इस दौरान खपत में मामूली 2.8 फीसदी की गिरावट आकर कुल खपत 5.69 लाख टन की हुई है। पहली अक्टूबर को घरेलू बाजार में 2.40 लाख टन नेचुरल रबर का स्टॉक मौजूद था। (Business Bhaskar....R S Rana)

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