10 सितंबर 2012
मुनाफावसूली की शिकार हो सकती हैं आम धातुएं
सोने-चांदी सहित दूसरी आम धातुओं में पिछले कुछ सप्ताहों से रोमांचक कारोबार देखने को मिला है। लगभग सभी धातुओं की कीमतों में मजबूती रही, लेकिन आम धातुओं की गरमाहट इस सप्ताह ठंडी पड़ सकती है क्योंकि यूरो को कर्ज संकट से उबारने के लिए यूरोपीय सेंट्रल बैंक की योजना की घोषणा से कीमतों में पहले ही तेजी दर्ज की जा चुकी है।
शुक्रवार को हुई ईसीबी बैठक निवेशकों की उम्मीद के अनुरुप रही। बैठक के बाद ईसीबी के अध्यक्ष मारियो द्रागी ने यूरो क्षेत्र को आर्थिक मंदी से उबारने के लिए असीमित बॉन्ड खरीद की योजना की घोषणा कर दी। इस कारण सभी औद्योगिक धातुओं में तेजी देखी गई । सीआरबी मेटल इंडेक्स बढ़कर 852.28 अंक पर पहुंच गया। औद्योगिक धातुओं की कीमतें साढ़े तीन माह के उच्च स्तर पर पहुंच गई। सबसे ज्यादा एल्युमीनियम की कीमतें 7.52 फीसदी बढ़कर 1988 डॉलर प्रति टन पहुंच गईं। इसी तरह जस्ते की कीमतें 6.04 फीसदी चढ़कर 1915 डॉलर, तांबा 3.53 फीसदी उछलकर 7844 डॉलर और निकल 1.76 फीसदी बढ़त के साथ 16155 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया। एसएमसी कमोडिटी के प्रबंध निदेशक डी के अग्रवाल का कहना है कि अमेरिका में तीसरे राहत पैकेज की संभावना से पहले ही तेजी दर्ज की जा चुकी है, जबकि एफओएमसी की बैठक में किसी निराशाजनक खबर से मुनाफावसूली को बढ़ावा मिल सकता है।
ऐंजल कमोडिटी की नलिनी राव का मानना है कि वैश्विक आर्थिक हलचलों के कारण धातुओं की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव रहेगा। बेस मेटल्स और बुलियन की कीमतों में फिलहाल बहुत ज्यादा गिरावट की संभावना नहीं है लेकिन हल्की मुनाफावसूली हो सकती है। फिलहाल निवेशकों की नजर 12-13 सितंबर तो होने वाली फओएमसी बैठक पर लगी हुई है।
(BS Hindi)
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