लबालब है अनाजएफसीआई के पास 31 जुलाई की कुल भंडारण क्षमता 334.47 लाख टन की है। इसके अलावा राज्य सरकारों के पास करीब 250 लाख टन से ज्यादा की भंडारण क्षमता है जबकि केंद्रीय पूल में एक अगस्त को 611.46 लाख टन खाद्यान्न मौजूद है।भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की भंडारण क्षमता के मुकाबले केंद्रीय पूल में खाद्यान्न का स्टॉक ज्यादा है। ऐसे में खरीफ विपणन सीजन वर्ष 2011-12 में अक्टूबर से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदे जाने वाले धान के भंडारण में एफसीआई को काफी जद्दोजहद करनी पड़ सकती है। एफसीआई के पास 31 जुलाई की कुल भंडारण क्षमता 334.47 लाख टन की है। इसके अलावा राज्य सरकारों के पास करीब 250 लाख टन से ज्यादा की भंडारण क्षमता है जबकि केंद्रीय पूल में एक अगस्त को 611.46 लाख टन खाद्यान्न मौजूद है।
एफसीआई ने विपणन सीजन वर्ष 2010-11 में 333.55 लाख टन धान की खरीद की थी। चालू खरीफ में धान की रोपाई बढ़कर 357 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 38.75 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। अभी तक मौसम भी फसल के अनुकूल है इसीलिए पैदावार में बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
चालू विपणन सीजन के लिए केंद्र सरकार ने धान का एमएसपी 80 रुपये बढ़ाकर कोमन वेरायटी के लिए भाव 1,080 रुपये और ए-ग्रेड के लिए 1,110 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। ऐसे में चालू विपणन सीजन में खरीद पिछले साल से बढऩे की संभावना है। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मार्च 2012 तक 40 लाख टन की अतिरिक्त भंडारण क्षमता तैयार हो जायेगी। केंद्र सरकार ने पीईजी के तहत आगामी दो साल में 152 लाख टन की अतिरिक्त भंडारण क्षमता तैयार करने की योजना बनाई है।
उन्होंने बताया कि पंजाब और हरियाणा में पीईजी के तहत बनने वाले गोदामों में निवेशकों का अच्छा उत्साह मिल रहा है। पंजाब में करीब 23 लाख टन भंडारण क्षमता के गोदामों को मंजूरी मिल चुकी है तथा हाल ही में 22 लाख टन के लिए निविदा मांग गई थी उसमें 55 लाख टन की भंडारण क्षमता के लिए निविदा प्राप्त हुई हैं।
इसी तरह से हरियाणा में करीब दस लाख टन की भंडारण क्षमता को मंजूरी दी जा चुकी है। एफसीआई के अनुसार एक अगस्त को प्रमुख उत्पादक राज्यों पंजाब में खाद्यान्न का कुल 213.98 लाख टन का स्टॉक मौजूद है जबकि 31 जुलाई के आधार पर पंजाब में एफसीआई के पास भंडारण क्षमता 81.53 लाख टन है। इसी तरह से हरियाणा में भंडारण क्षमता 27.11 लाख टन की है जबकि खाद्यान्न का स्टॉक 98.77 लाख टन है।
राजस्थान में एफसीआई की भंडारण क्षमता 21.11 लाख टन की है तथा खाद्यान्न का स्टॉक राज्य में 22.72 लाख टन है। उत्तर प्रदेश में खाद्यान्न का स्टॉक 41.03 लाख टन और एफसीआई के पास भंडारण क्षमता 47.25 लाख टन की है। राज्य सरकारों की भंडारण क्षमता अलग है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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