नई दिल्ली September 21, 2011
खाद्य मंत्री के वी थॉमस ने बुधवार को कहा कि अक्टूबर से शुरू होने वाले 2011-12 के फसल विपणन वर्ष में भारत में 246 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है, जो पिछले साल के मुकाबले महज 1.23 फीसदी ज्यादा है। सरकार ने हालांकि चीनी उत्पादन का जो अनुमान जाहिर किया है वह उद्योग द्वारा लगाए गए अनुमान के मुकाबले करीब 14 लाख टन कम है।थॉमस ने संवाददाताओं से कहा - इस हफ्ते हमने चीनी उत्पादन के मामले में अग्रणी 11 राज्यों के चीनी आयुक्तों व कृषि विभाग के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और इस बैठक से अनुमान जाहिर हुआ कि अगले फसल वर्ष में 246 लाख टन चीनी का उत्पादन हो सकता है। थॉमस ने कहा कि साल 2011-12 में गन्ने का रकबा 50.2 लाख हेक्टेयर रहने की संभावना है, जो पिछले साल के मुकाबले 1.63 फीसदी ज्यादा है। इस साल करीब 34.22 करोड़ टन गन्ना उत्पादन की संभावना है जबकि पिछले साल 33.91 करोड़ टन गन्ने का उत्पादन हुआ था। थॉमस ने कहा कि अगले साल के उत्पादन का यह पहला अनुमान है और समय के साथ इसमें घटबढ़ हो सकती है।उन्होंने कहा कि उद्योग को साल 2011-12 में ज्यादा उत्पादन की संभावना नर आ रही है, लेकिन मुझे लगता है कि 246 लाख टन से कम उत्पादन नहीं होगा क्योंकि यह संकीर्ण अनुमान है। चीनी निर्यात की अनुमति पर खाद्य मंत्री ने कहा कि त्योहारी सीजन समापप्त होने के बाद ही इस पर विचार किया जाएगा। सरकार ने ओजीएल के तहत इस साल अब तक 15 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दी है, लेकिन उद्योग को लगता है कि उत्पादन बढऩे के अनुमान के चलते और निर्यात की अनुमति मिलनी चाहिए।खाद्य तेल उद्योग द्वारा रिफाइंड पाम तेल पर आयात शुल्क में बढ़ोतरी की मांग पर थॉमस ने कहा कि हमें उद्योग का ज्ञापन मिल गया है और हमने यह मामला वित्त व वाणिज्य मंत्रालय के सामने रख दिया है। (BS Hindi)
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