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02 जून 2019

अमूल चालू वित्त वर्ष में उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए 600-800 करोड़ का निवेश करेगी

आर एस राणा
नई दिल्ली। अमूल ब्रांड के तहत डेयरी उत्पादों का कारोबार करने वाली गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) चालू वित्त वर्ष 2019-20 में नई दूध प्रसंस्करण इकाई की स्थापना के साथ ही मौजूदा इकाइयों की क्षमता बढ़ाने पर 600 से 800 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
अमूल के मैनेजिंग डायरेक्टर आर एस सोढ़ी ने बताया कि वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान कंपनी के कारोबार में 13 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल कारोबार 33,150 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि चालू वित्त वर्ष 2019-20 में कारोबार में 20 फीसदी बढ़ोतरी होकर कुल कारोबार 40,000 करोड़ रुपये पर पहुंचने की उम्मीद है।
दिल्ली एनसीआर में नई इकाई स्थापित करने पर विचार
उन्होंने कहा कि कंपनी दिल्ली एनसीआर में नई इकाई स्थापित करने पर विचार कर रही है, इसके साथ ही मौजूदा इकाइयों की दूध प्रसंस्करण क्षमता में बढ़ोतरी करने के लिए चालू वित्त वर्ष 2019-20 में 600 से 800 करोड़ रुपये निवेश करेंगे।
कंपनी ने हाल ही में दूध के दाम 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ाये
सोढ़ी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में हमने उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की थी, इसके बावजूद भी राजस्व में बढ़ोरती हुई। चालू वित्त वर्ष में मूल्य और मात्रा दोनों में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं। कंपनी ने हाल ही में दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। उन्होंने बताया कि कंपनी ने दूध की खरीद कीमतों में बढ़ोतरी के कारण ही बिक्री मूल्य में बढ़ोतरी करनी पड़ी है। अमूल ने इससे पहले 2017 में दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की थी।
दूध प्रसंस्करण क्षमता को बढ़ाकर 380-400 लाख लीटर करने की योजना
अमूल फेडरेशन के अंतर्गत आने वाली 18 यूनियनों से गुजरात के 18,700 गांव के 36 लाख से अधिक किसान जुड़े हुए हैं जिनसे औसतन दैनिक 230 लाख लीटर दूध की खरीद की जा रही है। अमूल की सदस्य यूनियनों ने दैनिक 350 लाख लीटर दैनिक दूध प्रसंस्करण क्षमता को बढ़ाकर अगले दो साल में 380 से 400 लाख लीटर करने की योजना बनाई हुई है।.......आर एस राणा

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